Cryptocurrency मार्केट क्या है

Safe Moon Meme Currency :- यह करेंसी मूल रूप से एक DeFi टोकन है, जो 2021 में चांद पर ही पहुंच गया था। जी हां हम इसकी कीमत की बात कर रहे हैं। यह RFI टोकनोमिक्स और एक ऑटो-लिक्विडिटी जनरेटिंग प्रोटोकॉल का एक कॉन्बिनेशन है। रिपोर्ट के अनुसार सेफमून की योजना एक NFT एक्सचेंज विकसित करने की है, जो 2023 और उसके बाद भी इसकी कीमत में Cryptocurrency मार्केट क्या है वृद्धि करेगा।Cryptocurrency की भारत में आज की कीमत ! मात्र 1% टूटा BitCoin, चेक करें टॉप-10 करेंसीज के करेंट भाव !
थम नहीं रही Cryptocurrency मार्केट की गिरावट, Bitcoin Cryptocurrency मार्केट क्या है और Ether 4 पर्सेंट तक लुढ़के
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए बीते कुछ दिन अच्छे नहीं रहे हैं। दुनिया की सबसे चर्चित और बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) गुरुवार को 2 पर्सेंट की गिरावट के साथ 16,588 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। जबकि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी और चर्चित क्रिप्टो करेंसी एथेरियम ब्लॉकचेन की ईथर (Ether) भी गुरुवार को 4 पर्सेंट गिरकर 1,208 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। दूसरी ओर ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप गुरुवार को 1 ट्रिलियन डॉलर से नीचे रहा। CoinGecko के अनुसार पिछले 24 घंटों में ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 1 पर्सेंट से अधिक की गिरावट के साथ 870 बिलियन डॉलर पर ट्रेड कर रहा है। आइए जानते हैं क्या है दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का हाल।
डॉगकॉइन और शीबा इनु में भी 2 पर्सेंट तक गिरावट
दूसरी क्रिप्टोकरेंसी जैसे डॉगकॉइन (Dogecoin) भी गुरुवार को 2 पर्सेंट की गिरावट के साथ 0.08 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। जबकि शीबा इनु (shiba inu) गुरुवार को 1 पर्सेंट गिरकर 0.00009 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। वहीं पिछले 24 घंटों में सोलोना, टीथर, एक्सआरपी, ट्रॉन, लिटकॉइन, यूनिस्वैप, एपीकॉइन, पॉलीगॉन, कार्डानो, स्टेलर, चेनलिंक और पोल्काडॉट भी गिरावट के साथ ट्रेड कर रही हैं। इससे कुछ दिन पहले बाइनैंस (Binance) की FTX के साथ डील वापस लेने के कारण अगले कुछ दिनों तक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में लगातार गिरावट देखी गई थी।
जानिए क्या है प्राइवेट Cryptocurrency, जिस पर बैन लगाने जा रही है केंद्र सरकार, ये है प्रमुख बातें
Ban on Private Cryptocurrency । भारत सरकार जल्द ही प्राइवेट Cryptocurrency पर बैन लगाने के लिए कानून लाएगी। इस संबंध में संसद में एक विधेयक पेश करने की तैयारी चल रही है। केंद्र सरकार द्वारा विधेयक लाने की घोषणा के बाद क्रिप्टो मार्केट में हलचल बढ़ गई है और अचानक ही Cryptocurrency मार्केट धराशायी हो गया है। क्रिप्टो करेंसी मार्केट में 15 से 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। गौरतलब है कि Cryptocurrency बिटकॉइन में 17 फीसदी Cryptocurrency मार्केट क्या है की गिरावट दर्ज की गई है, वहीं एथेरियम में लगभग 15 प्रतिशत और टीथर में लगभग 18 प्रतिशत की गिरावट आई है।
JNU Times
Bitcoin की कीमत 2015 के बीच तक $250 तक थी वही नवंबर 2021 में बिटकॉइन की कीमत बढ़कर $68000 हो गई। मतलब सीधा सीधा 250 गुणा Returns लोगो को मिले जो शायद ही किसी और जगह से लोग कमा पाते और इसकी वजह से ही लोग Crypto की तरफ गए और आज भारत में Crypto Investers जो है वे Stock Investers से ज्यादा है।
वैसे तो बिटकॉइन और क्रिप्टो करेंसी दोनो ही अलग है क्रिप्टो में बिटकॉइन जैसी बहुत सी करेंसी है लेकिन आपको समझाने के लिए हम दोनो को साथ लेकर चलेंगे।
भारी उतार चढ़ाव वाला मार्केट
- CryptoCurrency में निवेश करना काफी Cryptocurrency मार्केट क्या है जोखिम भरा कार्य है क्योंकि बिना Regulations के इसमें भारी उतार चढ़ाव आते है।
बिटकॉइन का बुलबुला कभी भी फूट सकता है
- प्राचीन काल में भारत में पहले सोने चांदी के सिक्के चलते थे इसके बाद कागज के नोट आए लेकिन बिटकॉइन ना ही तो कोई करेंसी है और ना ही कमोडिटी।
Crypto Currency में निवेश का है इरादा, तो जान लें इनकी ट्रेडिंग पर लगती है कौन-कौन सी फीस
जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो Cryptocurrency मार्केट क्या है इसे बेच सकते हैं. (Representative Image)
Trading in Crypto Currencies: दुनिया भर में निवेशकों के बीच क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है. इसमें Cryptocurrency मार्केट क्या है क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज के जरिए ट्रेडिंग होती है. इस एक्सचेंज पर मौजूदा मार्केट वैल्यू के आधार पर क्रिप्टो करेंसीज को खरीदा-बेचा जाता है. जहां इनकी कीमत मांग और आपूर्ति के हिसाब से तय होती है. जिस तरह से स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर एक निश्चित प्राइस पर क्रिप्टो करेंसी खरीद सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह ही क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज पर भी ट्रेडिंग के लिए फीस चुकानी होती है. इसलिए अगर आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले इनकी ट्रेडिंग पर लगने वाली तीन तरह की ट्रांजैक्शन फीस के बारे में जरूर जान लें.
एक्सचेंज फीस
- क्रिप्टो खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए एक्सचेंज फीस चुकानी होती है. भारत में अधिकतर क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज का फिक्स्ड फीस मॉडल है, लेकिन ट्रांजैक्शन की फाइनल कॉस्ट Cryptocurrency मार्केट क्या है उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर होती है जिस पर ट्रांजैक्शन पूरा हुआ है. ऐसे में इसे लेकर बेहतर रिसर्च करनी चाहिए कि कौन सा क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन फीस ले रहा है.
- फिक्स्ड फीस मॉडल के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज में मेकर-टेकर फी मॉडल भी है. क्रिप्टो करेंसी बेचने वाले को मेकर कहते हैं और इसे खरीदने वाले को टेकर कहते हैं. इस मॉडल के तहत ट्रेडिंग एक्टिविटी के हिसाब से फीस चुकानी होती है.
- क्रिप्टोकरेंसी माइन करने वालों को नेटवर्क फीस चुकाई जाती है. ये माइनर्स शक्तिशाली कंप्यूटर्स के जरिए किसी ट्रांजैक्शन को Cryptocurrency मार्केट क्या है वेरिफाई और वैलिडेट करते हैं और ब्लॉकचेन में जोड़ते हैं. एक तरह से कह Cryptocurrency मार्केट क्या है सकते हैं कि कोई ट्रांजैक्शंन सही है या गलत, यह सुनिश्चित करना इन माइनर्स का काम है. एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर सीधा नियंत्रण नहीं होता है. अगर नेटवर्क पर भीड़ बढ़ती है यानी अधिक ट्रांजैक्शन को वेरिफाई और वैलिडेट करना होता है तो फीस बढ़ जाती है.
- आमतौर पर यूजर्स को थर्ड पार्टी वॉलेट का प्रयोग करते समय ट्रांजैक्शन फीस को पहले से ही सेट करने की छूट होती है. लेकिन एक्सचेंज पर इसे ऑटोमैटिक एक्सचेंज द्वारा ही सेट किया जाता है ताकि ट्रांसफर में कोई देरी न हो. जो यूजर्स अधिक फीस चुकाने के लिए तैयार हैं, उनका ट्रांजैक्शन जल्द पूरा हो जाता है और जिन्होंने फीस की लिमिट कम रखी है, उनके ट्रांजैक्शन पूरा होने में कुछ समय लग सकता है. माइनर्स को इलेक्ट्रिसिटी कॉस्ट और प्रोसेसिंग पॉवर के लिए फीस दी जाती Cryptocurrency मार्केट क्या है है.
वॉलेट फीस
- क्रिप्टो करेंसी को एक डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है. यह वॉलेट एक तरह से ऑनलाइन बैंक खाते के समान होता है जिसमें क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रखा जाता है. अधिकतर वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी के डिपॉजिट और स्टोरेज पर कोई फीस नहीं ली जाती है, लेकिन इसे निकालने या कहीं भेजने पर फीस चुकानी होती है. यह मूल रूप से नेटवर्क फीस है. अधिकतर एक्सचेंज इन-बिल्ट वॉलेट की सुविधा देते हैं.
- क्रिप्टो वॉलेट्स सिस्टमैटिक क्रिप्टो करेंसी खरीदने का विकल्प देते हैं और इसके इंटीग्रेटेड मर्चेंट गेटवे के जरिए स्मार्टफोन व डीटीएस सर्विसेज को रिचार्ज कराया जा सकता है.
(Article: Shivam Thakral, CEO, BuyUcoin)
(Cryptocurrency मार्केट क्या है स्टोरी में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिए गए सुझाव लेखक के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
ये रही जबरदस्त पॉपुलेरिटी वाला मीम कॉइनो की लिस्ट !
Doge Cryptocurrency :- अगरAnalytics Cryptocurrency मार्केट क्या है Insight के अनुसार बात करें तो, वर्तमान में Dogecoin सबसे बड़े मीम कॉइन और निवेश एसेट्स में से एक है, जो Bitcoin और Ethereum से भी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। साथ ही Elon Musk की Twitter डील ने तो इसकी कीमतों में रॉकेट लगा दिया, और टोकन करीब 150% बढ़ गया। पिछले कुछ वर्षों से यह बहस चल रही है कि मीम कॉइन 1 डॉलर पर पहुंचेगा या नहीं, जिसे लेकर एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह 2023 तक 1 डॉलर के निशान को पार कर सकता है।Cryptocurrency Today Rate : क्रिप्टो में आज हो रही है कमाई, जानिए आपके लिए क्या हैं, ख़ास!
Shiba Inu Meme Currency :– दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मीम कॉइन SHIB है, जो अस्थिर तो रहता है, लेकिन कीमत में देर-सवेर बढ़ोतरी देखता है। इसकी कीमतों में भी पिछले कुछ समय में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है। रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि 2023 तक इस टोकन की कीमत में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।