स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे?

फ़ास्ट मोमेंटम इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रेटजी।
आप अगर ऑप्शन ट्रेडिंग करते होंगे या आप करना चाहते हो। आपको पता होना चाहिए कि मार्केट में फ़ास्ट मोमेंटम कहां से आ सकता है। ताकि आपका थीटा डीके होने की वजह से आप को लॉस ना हो। इसके लिए आपको मोमेंटम ट्रेडिंग स्ट्रेटजी की आवश्यकता है। जो आज सीखने वाले हो। (momentum trading strategy) जिससे कि आपका लोस काम से काम हो। और प्रॉफिट ज्यादा से ज्यादा हो।
दोस्तों में आप को दस स्ट्रेटजी नहीं बताने वाला हु। सिर्फ एक बताऊंगा। जो आप के लिए बेस्ट है। जिससे कि आप अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हो। में आप को कोई ऐसी चीज नहीं बताने वाला जैसे की कोई मार्केट सीक्रेट या कोई ऐसी स्ट्रेटजी जो आप को लॉस ना दे।
दोस्तो अपने अनुभव से बता रहा हु की स्टॉक मार्केट का कोई सीक्रेट नहीं होता है। और दुनिया में कोई भी ऐसी स्ट्रेटजी नहीं है जो की आप को कभी भी लॉस ना दे। तो आप स्टॉप लॉस के साथ ही ट्रेड करे वैसे आप ने बहुत से लोगो से सुना होगा कि या बहुत से वीडियो देखे होगे।
जिसमे बताया जाता है। यह स्ट्रेटजी की विंग रेट 99% या 90%+ है। कोई कोई तो यह भी बोलता है। को 100% है। दोस्तो आप को बता दू की यह सारी झूट बोलते है। अपनी दुकान चलाने के लिए तो ऐसी बातों में मत आना। आप नए हो तो आप ने राकेश झुनझुन का इंटरव्यू देखा होगा।
वो बोलते है। की उनकी स्ट्रेटजी सिर्फ 40% से 50% ही काम करती है। और कहा था कि मार्केट से आप 10 रुपए ले रहे हो तो जब मार्टेक आपसे ले आप को 2 से 3 रुपए ही देना है।
वैसे आप सोच रहे होगे की में आप को यह क्यू बता रहा हु। इस इंटरव्यू से हम यह समझना चाहिए। की स्ट्रेटजी ज्यादा जरूरी नहीं है। ज्यादा जरूरी है कि आप मार्केट को कितना दे रहे हो और आप मार्केट से कितना ले रहे हो। ट्रैडिंग में ज्यादा जरूरी यह है स्ट्रेटजी या कोई सेटअप नहीं है। आप की साइकोलॉजी और मनी मनेजमेंट मार्किट सेंटीमेंटल समझना उसके बाद स्ट्रेटजी कम आता है यह ध्यान रखना।
सबसे अच्छा मोमेंटम ट्रेडिंग स्ट्रेटजी कोन सा है।
सबसे अच्छा मूमेंटम स्ट्रेटजी है बॉक्स स्ट्रेटजी यह खाफी अच्छा है बॉक्स स्ट्रेटजी मूमेंटम काफी अच्छा मिल जाता और काफी फ़ास्ट होता है। बस आप की एंट्री अच्छी होनी चाहिए।
बॉक्स स्ट्रेटजी क्या है।
बॉक्स स्ट्रेटजी का मतलब होता है की प्राइस एक ही रेंज में 20 मिनट 30 मिनट या फिर एक घंटा एक ही जगह पर है। और उसने एक रेंज बनाया हुआ है उस रेंज से वह ना तो ऊपर जा रहा है ना ही नीचे जा रहा है। उसे हम बॉक्स बना लेते हैं नीचे दिए गए फोटो में समझाया गया है
बॉक्स स्ट्रेटजी बॉक्स स्ट्रेटजी
यह फोटो देखकर आप समझ गए होगे। कि बॉक्स कैसे बनता है अच्छा वैसे आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि यह बॉक्स आखिर बंता क्यों है। बॉक्स इसीलिए बनता है जहां पर सेलोर और बायर दोनों लड़ रहे होते हैं बायर मार्केट को ऊपर ले जाना चाहता है। सेलोर मार्केट को नीचे ले जाना चाहता है तो फिर वहां पर ऐसा बॉक्स बन जाता है और बॉक्स का जिधर भी ब्रेक आउट होगा उधर ही पोजीशन बनाना है
बॉक्स स्ट्रेटजी में पोजीशन कैसे बनाये। ( Buy and Sell )
बॉक्स स्टेटर्जी में पोजीशन बनाने से कुछ रूल को फॉलो करना है। जैसे की
- चार्ट टाइम फ्रेम 5 मिनट का यूज़ करना है।
- 20 मिनट से ज्यादा प्राइस एक जगह पर होल्ड करना चाहिए। यानि 5 मिनट के 4 केंडल से ज्यादा एक जगह पर होल्ड करना चाहिए।
- स्टॉप लोस्स बॉक्स के निचे या ऊपर लगाना है।
- पोजीसन बॉक्स का ब्रेक आउट होने के बाद 5 मिनट की केंडल क्लॉस होने के बाद पोजीसन बनाना है।
- टारगेट स्टॉप लॉस का डबल रखना है।
उदाहरण = बॉक्स बन्ने के बाद बॉक्स का ब्रेक आउट निचे हुआ है। आप को नीचे पोजीसन बनाना है। क्योंकी बायर का स्टॉप उस बॉक्स के निचे लगा हुआ होगा और वह अपनी पोजीसन काटेंगे तो मार्किट तेजी से निचे आएगी। यह पर देखा गया है की काफी तेजी मोमेंटम आता है। बॉक्स स्टेटर्जी में फ़ास्ट मोमेंटम इस लिए आता है असा करता हु आप समझ गए होंगे। निचे कुछ फोटो दिया हुआ है। उससे और अच्छे से समझ आ जायेगा।
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अंतिम शब्द
दोस्तों मेरी सलाह आप सभी को यह है। कि आप कम से कम 3 महीने की बैक टेस्टिंग करें उसके बाद ही ट्रेड ले जिससे कि आपको ट्रेड लेने समय कॉन्फिडेंस रहे। और एंजाइटी या हाजी ट्यूशन आपको ना हो ट्रेड लेने के बाद कोशिश करें कि 11:00 बजे के बाद ही ट्रेड ले क्योंकि
बड़े-बड़े म्यूचल फंड और फंड मेंज जेसी कंपनियां ज्यादा तर 10 बजे के बाद ही खुलता है। और जब यह अपना पैसा मार्केट में लगाते है। तो बड़ा मूव मार्केट में होता है। आप को यह आर्टिकल समझ में आया की नही कमेंट के जरिये जरूर बताएं।
पोसिशनल ट्रेडिंग क्या हैं ?
तो इससे आप जान पाए होंगे की पोज़िशन ट्रेडिंग क्या हैं ? या पोज़िशन ट्रेडिंग क्या होती है ?
पोसिशनल ट्रेडिंग टिप्स | पोसिशनल ट्रेडिंग कैसे करे ?
आपको ट्रेडिंग करते समय ये ध्यान में रखना हैं की, जो सेक्टर अच्छा चल रहा हैं उसी सेक्टर के शेयर में ट्रेडिंग करना हैं, जिससे आपके शेयर चलने की संभावना बढ़ जाएगी।
जो सेक्टर चल नहीं रहा उस सेक्टर के स्टॉक में पैसे न डाले।
जो सेक्टर अपने चुना हैं उसे सेक्टर के top 3 कंपनी के शेयर्स में ही पैसे निवेश करे।
इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग एक कम समय तक करने वाली ट्रेडिंग है, अगर आप गलती से जो fundametaly ख़राब स्टॉक है उसमे ट्रेडिंग करते हैं फिर भी आप पैसे कमा पाएंगे और इसमें आप सिर्फ Technical Analysis का उपयोग करते हैं।
लेकिन पोसिशनल ट्रेडिंग एक Mid Term या Long Term की जाने वाली ट्रेडिंग हैं तो उसमे आपको Technical Analysis के साथ थोड़ा Fundamental Analysis भी जरुरी हैं।
आपको हमेशा 20% से लेकर 30% तक का टारगेट रखना हैं या फिर trailling stop loss की मदत से लम्बे समय तक ट्रेडिंग करना हैं।
जैसे की हम इंट्राडे ट्रेडिंग में 1-15 मिनट का चार्ट देखते हैं, स्विंग ट्रेडिंग में हम ३० मिनट से लेकर १ दिन का चार्ट देखते हैं वैसे ही पोसिशनल ट्रेडिंग करते समय हम १ हफते से लेकर १ महीने का चार्ट देख सकते हैं।
आपको हर दिन स्टॉक मार्किट में क्या हो रहा हैं उसकी चिंता नहीं करनी, आपको हफ्ते में या महीने में स्टॉक मार्किट कैसे चल रहा है उसकी जाणकारी लेनी हैं।
ये थी पोज़िशन ट्रेडिंग टिप्स या पोसिशनल ट्रेडिंग कैसे करे ? उसकी जानकारी।
पोसिशनल ट्रेडिंग स्ट्रैटर्जी।
आपको में कुछ पोसिशनल ट्रेडिंग की स्ट्रैटर्जी बताऊंगा जिससे आप आसानीसे ट्रेडिंग कर पाएंगे।
Moving Average से पोसिशनल ट्रेडिंग।
Moving Avergae एक ऐसी चीज हैं जो की हर कोई ट्रेडर अपने ट्रेडिंग में इस्तेमाल करता हैं ।
इसमें आपको में 50 Day Moving Average की स्ट्रैटर्जी बताऊंगा जो की बोहोत आसान हैं।
ये एक Weekly चार्ट हैं याने की इसमें जोभी candel हैं वो १ हफ्ते के candel हैं।
जो लाल रेखा हैं वो हैं ५० Day Exponential Moving Average आप Simple Moving Average का भी इस्तेमाल कर सकते हो।
जैसे की आप image में देख सकते हैं जब शेयर लाल रेखा के ऊपर जाता हैं तब आप को शेयर Buy करना हैं और जब शेयर लाल रेखा के निचे जाता हैं तब आपको Sell करना हैं।
ये स्ट्रैटर्जी जिस शेयर के fundamental अच्छे हैं उस हे शेयर में काम करेगी।
ये moving average stratergy बोहोत ही आसान हैं।
इस प्रकार आप जान पयेहोंग की Moving Average से पोसिशनल ट्रेडिंग कैसे करते हैं।
Share Market Se Kaise Paise Kamaye 2022 | शेयर मार्केट में रोज 1000 रुपये कमाएं
Share Market Se Kaise Paise Kamaye: हेलो दोस्तो आज कल हर कोई अपनी जिंदगी में ज्यादा पैसे कमाना चाहता है महेगाई दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है ऐसे में सिर्फ जॉब या बिज़नेस के सहारे आप अच्छी जिंदगी नहीं जी सकते है और जॉब या बिजनेस के साथ आप और को काम भी नहीं कर सकते है। तो ज्यादा पैसे कमाने के लिए क्या करे ?
क्या आप को पता है की आप सिर्फ पैसा इन्वेस्ट कर के भी पैसा कमा सकते है और वो है शेयर मार्केट। आप शेयर मार्केट में पैसा लगा के पैसा कमा सकते हो पर इस के लिए आप को शेयर मार्केट के बारे में सब कुछ पता होना चाहिये तो शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमागे ये जानने के लिए आपको ये आर्टिकल पढ़ना पड़ेगा।
Table of Contents
Share Market क्या है?
मान लीजिए कोई एक प्रावेट कंपनी है जिसे अपनी कंपनी को बढ़ाना चाहती है और उसे कुछ पैसे की जरुरत है तो वो कंपनी अपने आप को प्राइवेट कंपनी से पब्लिक कंपनी में बदल देती है और उस कंपनी को अपनी पूंजी को कई समान हिस्सों में बाटना पड़ता है और उस पूंजी का सबसे छोटा हिस्सा जो बनता है उसे हम शेयर कहते है और उसे बेचने के लिये जिस मार्केट का उपयोग होता है उसे हम शेयर मार्केट कहते है।
शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट में पब्लिक कंपनी के शेयर बेचे या ख़रीदे जाते है आप सिर्फ लिस्टेड कंपनी के शेयर ही खरीद या बेच सकते है और जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीद ते हो तो आप उस कंपनी में इन्वेस्ट कर रहे हो और आप उस कंपनी के शेयर होल्डर बन जाते हो।
शेयर मार्केट में हर कंपनी के शेयर प्राइस अलग स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? अलग होते है कुछ के ज्यादा तो कुछ के कम। शेयर मार्केट में हर बार आप को कभी फायदा तो कभी नुकशान भी हो सकता है।
इण्डिया में दो स्टॉक एक्सचेंज है BSE – बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और NSE नेशनल स्टॉक एक्सचेंज जिसे निंयत्रण करती है SEBI – सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज ब्रॉर्ड ऑफ़ इंडिया।
शेयर मार्केट में कितने प्रकार के शेयर होते है ?
2) परेफरेंस शेयर
हमें जिस में इन्वेस्ट करना है वो है इक्विटी शेयर क्यू की स्टॉक एक्सचेंज में सब से ज्यादा यही शेयर पर ट्रेडिंग होती है।
शेयर मार्केट में शुरुआत कैसे करे ?
1) ट्रेडिंग अकॉउंट खोले
शेयर मार्केट में शेयर खरीद ने और बेच ने के लिये आप को एक अकॉउंट की जरुरत पड़ती है जिसे हम डीमेट अकॉउंट कहते है । इण्डिया में बहुत सारी ब्रोकर कंपनीया है जो डीमेट अकॉउंट खोलती है ये कंपनी आ ट्रेडिंग अकॉउंट खोलने और उस में ट्रेडिंग कर ने के कुछ रकम लेती है।
2) मार्केट एनालिसिस
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर ने से पहले आप को मार्केट रिसर्च करनी चाहिये। आप जिस भी कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहते हो उस कंपनी के बारे में अछेसे रिसेर्च करे की कंपनी हर साल कितना मुनाफा कमाती है उन के शेयर के प्राइस कितने स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? बढ़ते और घटते है। कंपनी हर साल अपने शेयर होल्डर को कितना डिविडेंड देती है।
इन सभी बातो को अच्छी तरह से देख ले। लालच में आके ऐसा कोई इन्वेस्टमेन्ट मत कर देना की बाद में आप को नुकसान हो क्युकी यहाँ पे धोके बहुत मिलते है बहुत सारी कंपनिया लोगो के पैसे लेके भाग जाती है। तो अच्छे से सब कुछ देख के पैसे लगाइये।
3) पैसे को डिवाइड करे
शेयर मार्केट में बहुत उतार-चढ़ाव आते है समझदार लोग जो इस मार्केट को अच्छी तरह से जानते है उन को भी कभी नुकशान उठाना पड़ता है तो अगर आप इसमें नये हो तो नुकसान को कम करने के लिये अपने पैसे को अलग अलग कंपनी में लगाये इससे नुकसान की संभावना कम हो जाती है क्युकी शेयर मार्केट एक जोखामि जगह है।
कितने तरह के ट्रेडिंग होते है ?
1) इंट्रा डे ट्रेडिंग
सुबह 9:15 पे मार्केट खुलता है और 3:30 पे बंध होता है इस बिच में आप एक दिन में कोई शेर खरीद के बेच देते हो तो उसे हम इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते है।
इस में ब्रोकर कंपनिया आप के ट्रेडिंग अकॉउंट में पड़ी हुई रकम के २० गुना रकम आप को ट्रेड कर ने के लिए उधार देती है यानि के अगर आप के अकॉउंट में rs.1000 है तो ब्रोकर कंपनी आप लो ( 1000 * 20 ) rs. 20,000 तक के शेयर खरीद ने देगी। आप उस उधार रकम को शेयर बेच के कंपनी को लोटा सकते है।
2) स्कल्पर ट्रेडिंग
ये ट्रेड ज्यादा तर शेयर मार्केट के दिगज लोग ही करते है क्युकी इस ट्रेड में शेयर खरीदने के १० मिनिट बाद ही इसे बेच दिया जाता है। कुछ बड़े वेपारी ज्यादा मुनाफे के लिये ये ट्रेड करते है जब मार्केट में कोई बहुत बड़ा उतर- चढ़ाव आने वाला होता हे तभी ये ट्रेड होता है.
3) स्विंग ट्रेडिंग
येह ट्रेड में आप को अपने शेर कुछ टाइम के लिए अपने ट्रेडिंग अकॉउंट में रखने पड़ते है। आप को अपना लक्ष्य निवेश करना पड़ता है और उस हिसाब से जब आप के शेर की प्राइस हो जाएगी तभी आप को उसे बेच देना है। इस ट्रेड में ब्रोकर कंपनिया डिलेवरी चार्च लेती है। अगर आप पैसे कमाने के लिए ट्रेड करते है तो स्विंग ट्रेडिंग से आप पैसे कमा सकते है।
4) लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग
जब आप किसी कंपनी के शेयर को ६ महीने या उस से ज्यादा के लिये खरीद कर रखते हो तो उसे हम लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग कहेगे। अगर आप इन्वेस्टमेंट के लिए शेयर मार्केट में आये है तो ये ट्रेड आप के लिये बहुत अच्छा है क्युकी जब आप किसी कंपनी के शेर तीन या पांच साल तक रख ते हो तो कंपनी के वृद्धि से लॉन्ग टर्म में आप को बहुत फायदा होगा और लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में नुकशान की संभावना बहुत कम होती है।
शेयर मार्केट में पैसे कमानी की कुछ टिप्स
- हमेसा अपने फायनासियल स्तिथि का ध्यान में रख कर ही ट्रेडिंग करे जरूरत से ज्यादा ट्रेड न करे।
- बहुत सारे लोग शेर की ट्रेडिंग किसी की देखा देखि में करते है ऐसा न करे हमेसा ट्रेड कर नेसे पहले सभी जानकारी पर अच्छे से नजर डाले उस के बाद ही ट्रेड करे।
- जब बाजार गिरता है तो तभी आप को कम दाम में अच्छी कंपनी के शेर मिल जाते है तो बाजार गिरने पर शेर खरीद लीजिये ये ट्रेडिंग आप को लॉन्ग टर्म में बहुत फायदा देती है।
- पैसे लगाने से पहले आप उस कंपनी का बिस्सनेस देखो अगर शेर की कीमत कम है तो पैसे लगादो ऐसा मत कर ना।
- जानकार लोगो का मानना है की रेगुलर डिविडेंट देने वाली कंपनी पर भरोसा करे क्युकी अगर वो रेगुलर डिविडेंट देती है तो उसका मतलब है की कंपनी के पास पैसे है और कंपनी फायदे में हैं।
- शेयर मार्किट में आने से पहले आप को अपना लक्ष्य पता करलेना है की आप यहां पे क्यू है। अगर लक्ष्य पता नहीं होगा तो आप के लिए जोखम बढ़ जायेगा।
- शेयर मार्केट की अफवाओं पर तुरंत यकीन ना करे अफवाओं की पूरी तरह से तपास करे की वो बात सही है या नहीं। अगर अफवाओं को सुनकर आप ने जल्दबाजी की तो आप अपना ही नुकशान करवा दोगे।
तो शेयर मार्केट में उतरने से पहले आप को इन सभी बातो का ध्यान रखना होगा तभी आप अच्छा पैसा कमा सकते स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? हो।
Conclusion
तो दोस्तों आज के आर्टिकल मे हुमने आपको शेयर मार्केट के बारे मे बताया कि आप यहा से किस तरह से अनलाइन पैसा काम सकते है । आर्टिकल के अंदर हुमने आपको यह भी बताया है कि आप शेयर मार्केट मे कैसे शुरुआत कर सकते है और ट्रैडिंग कैसे करते है । मुझे आशा है की आपको यह आर्टिकल काफी पसंद आया होगा।
स्केलपिंग ट्रेडिंग क्या है | What is Scalping Trading
Scalping Trading: यदि आप इस ब्लॉग पर आए हैं तो ट्रेडिंग के बारे में आपको जानकारी होगी ही. जैसे कि शेयर बाजार में कई प्रकार की ट्रेडिंग होती हैं स्विंग ट्रेडिंग, डे ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग और लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग आदि.
यदि आप एक नए ट्रेडर है, तो सबसे पहले इंट्राडे ट्रैडिंग के बारे में जान लीजिए. आपको साधारण भाषा में समझा देते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को जिस दिन खरीदते हैं, उसी दिन बेचना भी होता है. (Buy Same Day and Sell Same Day) उसे intraday trading कहते हैं.
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Scalping Trading Kya Hai
Scalping trading क्या होती हैं: स्केलपिंग ट्रेडिंग आप इंट्राडे के साथ ही कर पाएंगे. क्योंकि इसमें शेयर को तुरंत खरीद कर तुरंत ही बेचना होता है. इसका मतलब यह है कि जो आप शेयर खरीद या बेच रहें हैं, उसमें जैसे ही 10 से 15 प्वाइंट का मूमेंट (movement) हो वो भी 10 से 15 मिनट के अंदर position को तुरंत squareOff कर देना है. इसी को Scalping Trading कहते हैं. इसमें आपको अच्छा profit या फिर भारी loss भी हो सकता है.
स्केलपिंग ट्रेडिंग करने के लिए आपको अच्छे Moment और Volatile वाले शेयर को चुनना होता हैं. यह फिर जिस शेयर में Breakout या Breakdown हो रहा हो उसमें आप scalping Trading कर सकते हैं.
Advantage of Scalping Trading
- इसमें आप कम समय में एक अच्छा प्रॉफिट बना सकते हैं.
- स्केलपिंग ट्रेडिंग करने के लिए ज्यादा capital की आवश्यकता नहीं है.
- इसमें प्रॉफिट कमाने के लिए ज्यादा समय इंतजार नहीं करना पड़ता.
- इसमें कोई basics fundamentals की आवश्यकता नहीं होती है.
- इसमें आपको overnight risk भी नहीं रहता.
Disadvantage of Scalping Trading
- स्केलपिंग करने के लिए आपको शेयर मार्केट के प्रति बेहद अनुभवी होना अनिवार्य है.
- इसमें आपका capital मिनटों में साफ हो सकता है.
- इसमें आप 1 मिनट के अंदर प्रॉपर तो बना सकते हैं. लेकिन 1 मिनट के अंदर आप लॉस में भी जा सकते हैं.
- एक अच्छा मुनाफा कमाने के लिए इसमें दर्जनों या सैकड़ों शेयर लेना पड़ता है, यानी multiple trade करने की आवश्यकता होती है.
- ये time consuming strategy भी हो सकता है, इसलिए प्रॉफिट कमाने के लिए धैर्य (patience) बनाए रखना होगा.
- स्केलपिंग करने के लिए High transaction charges और brokerage charges देना होता है.
नोट: Scalping Trading मे बहुत risk होता हैं, वैसे शेयर बाजार में कोई भी ट्रेडिंग करना बहुत जोखिम भरा होता हैं. इसी लिए investing करने से पहले आपको चेतावनी दी जाती की शेयर मार्केट में सोच समझकर ट्रेडिंग करें.
स्केलपिंग ट्रेडिंग करने के नियम | Scalping Trading Strategy in Hindi
स्केलपिंग ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले एक ऐसी कंपनी का चुनाव करना है. जिसके शेयर में उतार–चढ़ाव (moment) काफी ज्यादा हो रहे हों. ताकि एक अच्छा प्रॉफिट बना सके.
जिस कंपनी का शेयर अपने चुना है, उस कंपनी को अपने ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर में Search कर लें. इसके बाद कंपनी का Chart Pattern खोलकर उसकी बीते दिनों की परफॉर्मेंस को देखें की उसके शेयर की कीमत किस हिसाब से बढ़ती और घटती है. फिर आप फैसला (decide) कर सकते हैं की ट्रेडिंग करनी है या नहीं.
स्केलपिंग ट्रेडिंग के उदाहरण
मान लीजिए एक ABC कंपनी है जिसका शेयर 15 मिनट के time frame में ₹1 रूपए से ₹2.50 रुपए के बीच में ऊपर –नीचे हो रहा है. तो इसमें आप स्केलपिंग कर सकते कैसे चलिए जानते हैं
चलिए स्केलपिंग ट्रेडिंग को एक उदाहरण से समझते हैं
सबसे पहले अपने ट्रेडिंग अकाउंट पर जाए यानी trading app को open करे फिर ABC कंपनी का शेयर search करे और आप जितना शेयर खरीदना चाहते है. अपने capital के अनुसार खरीद लें.
अब मान लीजिए जो आपने कंपनी का शेयर खरीदा है. उसका मार्केट प्राइस ₹120 रुपए प्रति शेयर के कीमत से खरीदा है
शेयर खरीदने के बाद आपको सबसे पहले ₹118.50 का स्टॉप लॉस (stop loss) लगा देना हैं, जिससे कि मार्केट आपके पक्ष (upward) में ना जाए तो आपको भारी loss का सामना ना करना पड़े.
इतना कुछ करने के बाद अब आपको अपना target लगाना है. टारगेट आपको ₹122.50 प्रति शेयर के हिसाब से लगाना है. जैसे ही शेयर की प्राइस टारगेट वैल्यू (target value) को हिट करती है. आपको प्रॉफिट बुक कर लेना है. और आपका प्रॉफिट आपके खाते में आ जाएगा.
FAQ’s
Q. स्केलपर्स एक दिन में कितने ट्रेड करते हैं?
Ans. एक अच्छा मुनाफा कमाने के लिए इसमें काम से काम 5 से 6 ट्रेड लेना पड़ेगा.
Q. क्या स्केलपिंग ट्रेडिंग शुरुआती लोगों के लिए अच्छी है?
Ans. स्केलपिंग करने के लिए आपको शेयर मार्केट के प्रति बेहद अनुभवी होना अनिवार्य है.
Q. ट्रेडिंग में स्केलपिंग ट्रेडिंग का क्या मतलब है?
Ans. स्केलपिंग ट्रेडिंग में 10 से 15 प्वाइंट का मूमेंट होने पर position को तुरंत squareOff कर देना होता है. इसी को Scalping Trading कहते हैं.