चलती औसत ट्रेडिंग रणनीति

लघु स्थिति

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लघु उद्योग ऋण

भारत का लघु व्यवसाय खंड देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में एक प्रमुख योगदानकर्ता है, और यह रोजगार और आय का प्रमुख स्रोत है. हालांकि, एसएमई सेक्टर अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है और लाभदायक रहने के लिए, बिज़नेस का विस्तार बहुत महत्वपूर्ण है. उद्यमियों को अपने मौजूदा सेटअप को लघु स्थिति स्केल अप, इनोवेट और अपग्रेड करना होगा, जिसके लिए एक महत्वपूर्ण राशि की आवश्यकता होती है. ऐसी स्थितियों में, बिज़नेस मालिक या तो सरकारी लोन स्कीम पर भरोसा कर सकते हैं जैसे कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाय) या निजी लेंडर से उधार लेने का विकल्प चुन सकते हैं.

बाद के मामले में, लघु स्थिति बजाज फिनसर्व का स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज़ लोन एक स्मार्ट ऑफर है, जिसका उपयोग बाहरी फाइनेंसिंग की आवश्यकता को पूरा करने के लिए किया जा सकता है. इस ऑफर के साथ, आप रु. 50 लाख* (*इंश्योरेंस प्रीमियम, वीएएस शुल्क, डॉक्यूमेंटेशन शुल्क, फ्लेक्सी फीस और प्रोसेसिंग फीस सहित) तक की पर्याप्त राशि का अप्रूवल पा सकते हैं और अप्रूवल के बाद 24 घंटों में राशि प्राप्त कर सकते हैं. इस एसएमई और एमएसएमई लोन में अन्य फीचर्स भी हैं जो उधार लेने के अनुभव को बेहतर बनाते हैं और आपको अपने फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पुनर्भुगतान को ऑप्टिमाइज़ करने की क्षमता प्रदान करते हैं. लागत-प्रभावी उधार अनुभव सुनिश्चित करने के लिए आपको 96 महीनों तक की सुविधाजनक अवधि और आकर्षक ब्याज दर का एक्सेस मिलता है.

लघु उद्योग लोन के लिए पात्रता मानदंड और आवश्यक डॉक्यूमेंट

एसएमई/एमएसएमई लोन के लिए, आपको केवल निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा और केवल आवश्यक डॉक्यूमेंट सबमिट करने होंगे.

लघु स्थिति

मई में चीन के मध्य व लघु उद्यमों के विकास लघु स्थिति सूचकांक में गिरावट संकुचित

चीनी मध्य व लघु उद्यम संघ द्वारा 9 जून को लघु स्थिति जारी खबर के अनुसार मई में चीनी मध्य व लघु उद्यमों के विकास सूचकांक में अप्रैल की अपेक्षा गिरावट संकुचित रही है। उन में कई शाखा व्यवसायों के सूचकांक में वृद्धि भी मौजूद हुई। मई में मध्य व लघु उद्यमों का विकास सूचकांक 88.2 है, जो अप्रैल की अपेक्षा 0.1 प्रतिशत कम हुआ। पर यह गिरावट संकुचित हो गयी है।

इस संघ के महासचिव श्ये ची ने कहा कि इससे जाहिर हुआ है कि मई में उद्यमों की स्थिति अप्रैल से बेहतर हो गयी है। खास तौर पर देश में महामारी के फैलाव और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में जटिल वातावरण की पृष्ठभूमि में सूचकांक में गिरावट की रफ्तार धीमी हो रही है, जो इस बात का संकेत है कि अर्थव्यवस्था सकारात्मक दिशा में विकसित होने लगी है।

शाखा व्यवसाय सूचकांक में मई में निर्माण, परिवहन, डाक भंडारण, थोक और खुदरा सूचकांक में वृद्धि हुई, जिनमें अप्रैल की अपेक्षा क्रमशः 0.3, 0.2 और 0.2 अंक लघु स्थिति की वृद्धि हुई। उन में निर्माण के सूचकांक में वृद्धि सब से ऊंची है।

श्ये ची के अनुसार निर्माण सूचकांक की वृद्धि मुख्य रूप से बड़ी संख्या में निवेश परियोजनाओं के कारण है, जिसने निर्माण की गति को तेज कर दिया है। साथ ही सरकार ने भी उद्यमों का समर्थन व मदद देने के लिये सिलसिलेवार नीति लागू की है। उदाहरण के लिये सरकारी खरीद परियोजनाओं में यह स्पष्ट है कि 40 लाख से कम की परियोजनाएं छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों के लिए आरक्षित हैं।

देश में ‘लघु आपातकाल’ जैसी स्थिति नहीं, कांग्रेस नेता लोगों को कर रहे गुमराह : राम माधव

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए भाजपा महासचिव राम माधव ने कहा कि जिन नेताओं के दादा-दादी आपातकाल लगाने के लिए जिम्मेदार थे, वही यह कहकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं कि देश में ‘लघु आपातकाल’ जैसी स्थिति है।दिल्ली भाजपा कार्यालय में डिजिटल ‘युवा जनसंवाद’ रैली को संबोधित करते हुए माधव ने कहा कि आपातकाल देश में कभी नहीं लौटेगा। उन्होंने कहा कि कई बुद्धिजीवी और नेता कह रहे हैं कि देश में ‘लघु आपातकाल’ जैसी स्थिति है, दरअसल ये वही लोग हैं जिनके दादा-दादी 1975 में आपातकाल लगाने के लिए जिम्मेदार थे।

भाजपा नेता ने किसी का नाम लिए बगैर कहा आपकी दादी ने आपातकाल लगाया। आपको पता नहीं होगा क्योंकि तब आप पांच-छह साल के रहे होंगे। उन्होंने कहा कि आरएसएस और जनसंघ समेत राष्ट्रवादी शक्तियों ने आपातकाल में नृशंस अत्याचार झेलते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जबर्दस्त विरोध किया। माधव ने कहा, आपातकाल इंदिरा गांधी की सत्तालोलुपता की वजह से लगाया गया और उस दौरान बहुत अत्याचार एवं दमन किया गया, प्रेस पर पाबंदी लगा दी गयी और मौलिक अधिकार कुचल लघु स्थिति दिये गये।’’ उन्होंने कहा जब तक भाजपा है, लोकतंत्र को कोई खतरा नहीं है, आपातकाल कभी नहीं लौटेगा।

इंदिरा गांधी और उनके बेटे संजय गांधी द्वारा आपातकाल के दौरान अत्याचार का आरोप लगाते हुए राम माधव ने कहा गांधी का आज कोई महत्व नहीं है, लेकिन बावजूद इसके सुबह उठकर सबसे पहले ट्वीट करते हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी विभिन्न मुद्दों पर मोदी सरकार के मुखर आलोचक रहे हैं। राहुल गांधी ट्विटर पर भाजपा सरकार की कोविड-19 की स्थिति और चीन के साथ सीमा पर तनाव से निपटने के तरीके को लेकर आलोचना करते रहे हैं। माधव ने वामपंथियों पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा 1975 में आपातकाल के दौरान मानवाधिकार को क्रूरता से कुचला जा रहा था तब वामपंथी इंदिरा गांधी की प्रशंसा कर रहे थे और केवल आरएसएस सहित राष्ट्रवादी उनका कड़ाई से विरोध कर रहे थे। माधव ने कहा कि जो इस समय मीडिया पर पाबंदी की बात कर रहे हैं उन्हें यह भी जानना चाहिए कि आपातकाल के दौरान प्रेस की आजादी पर रोक लगा दी गई लघु स्थिति थी। उन्होंने कहा जो लोग मीडिया पर पाबंदियों की बात कर रहे हैं उन्हें जानना चाहिए कि आपातकाल के दौरान यहां तक कि संपादकीय भी लिखने लघु स्थिति की आजादी नहीं थी।

सिरसा के लघु सचिवालय में आग से बचाव के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन

उपायुक्त रमेश चंद्र ने बताया कि आग लगने जैसी स्थिति से निपटने के लिए लघु सचिवालय में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है. इस दौरान किसी भी विभाग को इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं दी गई थी, क्योंकि आग लगने जैसी घटनाएं अचानक होती है.

सिरसा: जिले के लघु सचिवालय में आग लगने जैसी भयानक स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इस दौरान जिला उपायुक्त भी मौके पर मौजूद रहे.

आधे घंटे में मॉक ड्रिल ऑपरेशन कर लिया गया पूरा

करीब 11.15 बजे लघु सचिवालय में आग लगने से संबंधित सायरन बजा. सायरन लघु स्थिति बजते ही लघु सचिवालय में मौजूद सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी परिसर से बाहर निकल आए. करीब 10 मिनट बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया. आधे घंटे में ऑपरेशन पूरा कर लिया गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम , फायर ब्रिगेड , पुलिस कर्मचारी और संबंधित विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे. मॉक ड्रिल की दौरान आगजनी की इस घटना में लघु सचिवालय परिसर में 20 लोग फंस गए, जिन्हें फायर ब्रिगेड की टीम ने रेस्क्यू किया और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने लघु स्थिति घायलों को उपचार किया. सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल मौके पर तैनात रहा.

अचानक ही होती हैं आग लगने की घटनाएं: उपायुक्त
उपायुक्त रमेश चन्द्र लघु स्थिति ने कहा कि आज आग लगने जैसी स्थिति से निपटने के लिए लघु सचिवालय में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है. उन्होंने कहा कि किसी भी विभाग को इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं दी गई थी, क्योंकि आग लगने जैसी घटनाएं अचानक होती है. उन्होंने कहा कि आग लगने की स्थिति में इससे निपटने के लिए सभी विभागों को हमेशा तैयार रहना पड़ता है. करीब 10 मिनट में दमकल विभाग की गाड़ियां, स्वास्थ्य विभाग की गाड़ियां लघु स्थिति और पुलिस टीमें मौके पर पहुंची और स्थिति पर काबू पाया.उन्होंने कहा कि इससे यह पुख्ता किया गया कि अगर कभी भी इस तरह की घटना होती है तो संबंधित अधिकारी व कर्मचारी स्थिति पर काबू पा लेंगे.

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