भारत में इक्विटी में व्यापार कैसे करें

ट्रेंड रिवर्सल

ट्रेंड रिवर्सल

ट्रेंड रिवर्सल

Trend reversal मीनिंग : Meaning of Trend reversal in Hindi - Definition and Translation

  1. ShabdKhoj
  2. trend reversal Meaning
  • English to Hindi
  • Definition
  • Similar words
  • Opposite words
  • Sentence Usages

TREND REVERSAL MEANING - NEAR BY WORDS

Usage : Youths follow the general trends in fashion.
उदाहरण : उसमें हमेशा अत्यंत बुरा सोचने की प्रवृत्ति है|

उदाहरण : इस अंतःप्रवाह ने स्थानीय मराठी लोगों के अंदर एक चिंता जगा दी जो कि अपनी संस्कृति व्यवसाय भाषा के खोने से आशंकित थे।

Usage : The event named as Trendy ट्रेंड रिवर्सल Montenegro with Indian Khadi will see diplomats donning the hand-spun, hand-woven natural fibre.
उदाहरण : जिस में से ये पूँछ निकली होती, फ़ैशनेबल टोपी की तरह,

Usage : Some other northeast - southwest trending faults are also present in this shelf.
उदाहरण : अफ्रीकी देशों में शासन में एक स्पष्ट रुझान ऊपर की ओर दिखाता है।

Usage : We have to be trendsetters in our own right in as many areas as possible.
उदाहरण : मैं, इसके पथप्रदर्शकों से आग्रह करता हूं कि वे दृढ़ विश्वास, परिश्रम और संकल्प के साथ इस विश्वविद्यालय के विकास में सन्नद्ध रहें।

Information provided about trend reversal:

Trend reversal meaning in Hindi : Get meaning and translation of Trend reversal in Hindi language with grammar,antonyms,synonyms and sentence usages by ShabdKhoj. Know answer of ट्रेंड रिवर्सल question : what is meaning of Trend reversal in Hindi? Trend reversal ka matalab hindi me kya hai (Trend reversal का हिंदी में मतलब ). Trend reversal meaning in Hindi (हिन्दी मे मीनिंग ) is प्रवृत्ति.

Tags: Hindi meaning of trend reversal, trend reversal meaning in hindi, trend reversal ka matalab hindi me, trend reversal translation and definition in Hindi language by ShabdKhoj (From HinKhoj Group).trend reversal का मतलब (मीनिंग) हिंदी में जाने |

Share Market Update: 4 दिन में निवेशकों के 8 लाख करोड़ डूबे, जानें क्यों लगातार गिर रहा है शेयर मार्केट

Share Market Update: 4 दिन में निवेशकों के 8 लाख करोड़ डूबे, जानें क्यों लगातार गिर रहा है शेयर मार्केट

Share Market Update । शेयर बाजार के लिए बीता सप्ताह काफी नुकसानदायक ट्रेंड रिवर्सल साबित हुआ है। बीते 4 दिनों में शेयर मार्केट में काफी तेज गिरावट देखने को मिली है। इस दौरान सेंसेक्स 2500 अंक की गिरावट झेल चुका है। साथ निफ्टी 700 अंक नीचे चला गया। शेयर मार्केट से जुड़े जानकारों का मानना है कि कमजोर रुपया और भारतीय बाजारों से पैसा निकालने वाले एफआईआई ट्रेंड रिवर्सल के चलते बाजार में गिरावट आई है। साथ कई कंपनियों का प्रदर्शन भी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है।

4 दिन में निवेशकों को 8 लाख करोड़ का घाटा

सेंसेक्स में लगातार गिरावट के चलते निवेशकों की संपत्ति में 8 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की कमी आई। इस दौरान इंडिया विक्स की ग्रोथ 7.8 फीसदी रही। जानकारों के मुताबिक नैस्डैक के टेक दिग्गजों में गिरावट के साथ ट्रेंड रिवर्सल अमेरिकी बाजार लगातार पांचवें दिन कमजोर रहे, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार में टेक सेक्टर पर भी दिख रहा है।

विदेशी निवेशकों ने की 1 लाख करोड़ से ज्यादा की बिक्री

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक विक्रेता बने रहेंगे। 20 जनवरी 2022 तक, FII 12,415.14 करोड़ रुपए के शुद्ध विक्रेता बने रहे, जबकि उन्होंने 21 जनवरी 2022 तक 4,500 करोड़ रुपए से अधिक की बिक्री की। इन FII में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) भी शामिल हैं। बढ़ते वैश्विक बॉन्ड के परिणाम के बीच विदेशी निवेशक महंगे बाजारों से बाहर निकल रहे हैं और जापान और यूरोप जैसे आकर्षक मूल्य बाजारों की ओर रुख कर रहे ट्रेंड रिवर्सल हैं। कुल मिलाकर विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर से अब तक 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री की है।

Gold Silver Price: दीपावली से पहले सोने चांदी के भाव में गिरावट, जानें आपके शहर में आज ताजा कीमत

वैश्विक बाजार का भी पड़ा असर

अमेरिकी बाजारों में गिरावट का असर भारतीय बाजार पर भी दिखाी दे रहा है। अमेरिकी मार्केट में गुरुवार को भी लगातार पांचवें दिन कमजोरी देखने को मिली। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद से वैश्विक बॉन्ड प्रतिफल में उछाल के कारण निवेशक जोखिम लेने से हिचकिचा रहे हैं। ऐसे में ट्रेंड रिवर्सल बाजार में अनिश्चितता की स्थिति रहने तक निवेशकों को भी अपने पोर्टफोलियो में कम जोखिम वाली संपत्तियां शामिल करने की सलाह दी जा रही है।

Rupee Against US Dollar: रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ताजा निचले स्तर पर, 83 के स्तर के करीब इंच

15 दिन ट्रेंड रिवर्सल में लगातार रुपए में गिरावट

पिछले 15 दिन में भारतीय रुपया 74 के स्तर से गिरकर लगभग 74.50 के स्तर पर आ गया है। FII के भारतीय बाजारों से पैसा निकालने का यह भी एक मुख्य कारण है। गिरते बाजार में डॉलर के लिहाज से उनकी वापसी में भारी गिरावट दिख रही है।

भारतीय कंपनियों ने किया कमजोर प्रदर्शन

दिसंबर को समाप्त तिमाही में भारतीय कंपनियों की अब तक की कमाई ने भारी दबाव का संकेत दिया है। नामी कंपनियों का मुनाफा प्रभावित रहा है, जबकि हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी कंपनियों की प्रारंभिक टिप्पणी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर दबाव का संकेत दिया। बजाज फाइनेंस ने इस महीने की शुरुआत में कहा कि शहरी क्षेत्रों में कम आय वाले उपभोक्ता भी महामारी से प्रभावित हुए हैं।

SBI सहित इन बैकों ने दिया ग्राहकों को झटका, इस फैसले से बढ़ेगा EMI का बोझ

अमेरिका व भारत की आर्थिक स्थिति हो रही बदतर

अमेरिका ट्रेंड रिवर्सल के साथ साथ भारत में आर्थिक स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है। इसके चलते भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) धीरे-धीरे तरलता को सामान्य करने की ओर ट्रेंड रिवर्सल बढ़ रहा है। कॉल मनी दर बढ़कर 4.55 प्रतिशत हो गई, जो पिछले महीने 3.25-3.50 प्रतिशत थी। कॉल मनी रेट वह दर है जिस पर बैंक ओवरनाइट लोन लेते हैं। कॉल रेट में उछाल के साथ ट्राई-पार्टी रेपो डीलिंग और सेटलमेंट भी 4.24 के स्तर पर पहुंच गया, ट्रेंड रिवर्सल जो दिसंबर के अंत तक लगभग 3.5 प्रतिशत था।

रेटिंग: 4.96
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 145
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *