क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है

क्रिप्टोक्यूरेंसी को कैसे माइन करें? फुल स्टेप बाय स्टेप गाइड 2022 – CryptoCurrency Mining Kaise Kare? क्रिप्टोक्यूरेंसी को कैसे माइन करें, इस पर यहां चर्चा की जाएगी। उभरते परिसंपत्ति वर्गों को भुनाने की कोशिश करने वाले निवेशक 2021 की क्रिप्टोकरेंसी के लिए झुंड में आते हैं।
Blockchain Technology , Hash , Data , Mining in Hindi | ब्लॉकचैन तकनीक , हैश ,डाटा माइनिंग क्या होते है ?
ब्लॉकचैन दो शब्दों से मिलकर बना है, पहला ब्लॉक (Block) और दूसरा चेन (Chain) | ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी ( Blockchain Technology) में बहुत सारे डेटा ब्लॉक होते है| इन ब्लॉक्स में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) यानी की डेटा रखा जाता है| अलग-अलग बॉक्स में अलग-अलग करेंसी यानी डेटा होते हैं, और ये एक-दूसरे से जुड़े होते हैं|
यहां हम आपको cryptocurrency के उस तकनीक के बारे में बतायेगे जिसके जरिए यह चलती है| यानी Blockhain के बारे में |
बिटकॉइन क्या है ( What is Bitcoin )
यह एक तरह की क्रिप्टोकरेंसी है| क्रिप्टोकरेंसी यानी वर्चुअल करेंसी, क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर कार्य करती है | पिछले कुछ समय से बिटकॉइन नाम हर किसी ने सुना है| आप यह जानकर हैरान होंगे कि साल 2020 जहां देश-दुनिया के लिए परेशानियों भरा साल था वहीं दूसरी और बिटकॉइन होल्डर के लिए यह साल बहुत अच्छा रहा | Bitcoin के वैल्यू का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि 2010 में 1 Bitcoin की कीमत महज 0.06 अमेरिकी डॉलर ( 2.85 रुपये) से भी कम थी, लेकिन अब एक Bitcoin की कीमत 50 लाख रुपये है| हमारे एक्सपर्ट बताते हैं कि यह Blockchain की वजह से हो पाया है क्योंकि ब्लॉकचेन की वजह से ही बिटकॉइन इतना कीमती, सुरक्षित और प्रसिद्ध हुआ|
What is cryptocurrency mining? क्रिप्टोकरंसी माइनिंग क्या है?
किसी भी क्रिप्टोकरंसी को प्राप्त करने के प्रोसेस(Process) को क्रिप्टो माइनिंग (Crypto Mining) कहा जाता है।लेकिन क्रिप्टोकरंसी की mining करना इतना आसान भी नहीं है। क्योंकि क्रिप्टोकरंसी एक कॉन्प्लेक्स कंप्यूटराइज्ड एल्गोरिथ्म(complex computerized algorithm) से बनती है।इसके लिए बड़े-बड़े ग्राफिक कार्ड और कंप्यूटर पावर की जरूरत होती है। इनके द्वारा एक डिफिकल्ट न्यूमेरिकल पजल (difficult numerical puzzle) को सॉल्व किया जाता है।उसके बाद ब्लॉकचेन में एक ब्लॉक जुड़ता है।माइनिंग करते हुए तीन कार्य चलते रहते हैं।
- यह एक लॉटरी सिस्टम होता है क्योंकि बहुत सारे minor माइनिंग करते हैं लेकिन reward सिर्फ एक को मिलता है।
- जब एक नया ब्लॉक कंप्लीट होता है तो नई क्रिप्टोकरंसी बनती है इसी दौरान माइनर को reward दिया जाता है यह reward उस माइनर को दिया जाता है जो सबसे पहले ब्लॉक कंप्लीट होने की information देता है।
- जब हम एक-दूसरे को क्रिप्टोकरेंसी भेजते हैं जो इस process को वैलिडेट(Validate) करता है उसको माइनिंग कहा जाता है। तथा वैलिडेट(Validate) करने वाले को minor कहा जाता है।
What is Proof-of-work(POW)? Proof-of-work क्या है?
आइए प्रूफ ऑफ वर्क को सिंपल भाषा में समझने की कोशिश करते हैं।
हम अगर किसी को पैसे भेजते हैं तो उस भेजने वाले प्रोसेस को हमारे बैंक वैलिडेट करते हैं जिससे हमारा लेनदेन का प्रोसेस पूरी तरह से बगैर किसी प्रॉब्लम के कंप्लीट हो जाता है।
अब आप यह सोच रहे होंगे कि क्रिप्टोकरंसी के लेन-देन में तो कोई बैंक होता ही नहीं है जी हां,आप सही हैं।
जब हम क्रिप्टोकरंसी का लेनदेन करते हैं और उस लेनदेन को जो वैलिडेट(Validate) करता है उसको माइनर(Minor) कहा जाता है। तथा वैलिडेट(Validate) करने के प्रोसेस(Process) को माइनिंग(Mining)कहा जाता है।
इन minor को reward के रूप में cryptocurrency मिलती है।
जब बहुत सारे Minor मिलकर एक साथ किसी क्रिप्टोग्राफीक प्रॉबलम को सॉल्व करते हैं।तथा reward प्राप्त करते हैं।इन validator के ग्रुप को माइनिंग पूल(Mining Pool) कहा जाता है।
What is Proof-of-Stake (POS) ? Proof-of-Stake (POS) क्या है?
Proof-of-work consensus system में बहुत ज्यादा खामियां होने के कारण ज्यादातर क्रिप्टोकरंसी Proof -of-Work से Proof -of-Stake पर शिफ्ट हो रही है जिसमें सबसे ताजा उदाहरण है एथेरियम 2.0 का।
Proof-of-Stake ऐसे कार्य करता है जैसे कि आप अपनी fiat currency को ब्याज पर देते हैं तथा बदले में आप उससे ब्याज प्राप्त करते रहते हैंProof-of-Stake ट्रांजैक्शन को वैलिडेट(validator) करने के लिए वैलिडेटर होते हैं जिन वैलिडेटर(validator) ने अपनी क्रिप्टोकरंसी stake पर लगाई होती है उनमें से किसी को भी randomly ट्रांजैक्शन वैलिडेट करने के लिए चुना जाता है। ज्यादा मौका उस वैलिडेटर का होता हैं जिसकी ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी Stake पर लगी होती है।
How to mine ETH after shift at Proof-of-Stake(POS)?Proof-of-Stake पर शिफ्ट होने के बाद एथेरियम को कैसे माइन करें?
एथेरियम को माइन करने के लिए किसी भी वैलिडेटर के पास 32 एथेरियम होना जरूरी है। क्योंकि एथेरियम को माइन करने के लिए Minimum 32 एथेरियम Stake पर होने जरूरी है।
Proof -of-Work में बहुत सारे miner mining करते हैं जिससे ट्रांजैक्शन के गलत Validate होने के कम chance होते हैं जबकि Proof-of-Stake में सिर्फ एक वैलिडेटर को वैलिडेट करने के लिए चुना जाता है।उससे गलती होने के ज्यादा chance होते हैं अगर उस वैलिडेटर से गलती हो जाती है तो उसकी stake की होगी गई सारी क्रिप्टोकरंसी को जब्त कर लिया जाता है और इसी जब्त करने वाले कार्य को स्लैशिंग(Slashing) कहा जाता है।
बिटकॉइन माइनिंग: क्या आपको यह करना चाहिए?
मशीन को चौबीसों घंटे संचालित किया जाना चाहिए, और बिजली के बिल अधिक होंगे। फिर भी, बिटकॉइन कमाने की गारंटी नहीं है।
कार्यकर्ताओं का मानना है कि भारी बिजली के उपयोग के कारण बिटकॉइन खनन पर्यावरण के अनुकूल नहीं है। बिटकॉइन माइनिंग से पूरे देश में जितनी बिजली आती है। अक्षय ऊर्जा में परिवर्तन के साथ
क्रिप्टोक्यूरेंसी की माइनिंग कैसे करें? – 2022 में बिटकॉइन माइनिंग के चार चरण
1. बिटकॉइन के लिए माइनिंग हार्डवेयर खरीदें।
बिटकॉइन माइन करने के लिए, आपको विशेष हार्डवेयर की आवश्यकता होती है। इसे खनन रिग कहा जाता है। मुद्रा के इतिहास की शुरुआत में साधारण घरेलू कंप्यूटर बिटकॉइन को माइन कर सकते थे। बिटकॉइन की लोकप्रियता के कारण, एल्गोरिथ्म की जटिलता को बढ़ाना पड़ा, जिसने अधिक कंप्यूटिंग शक्ति की आवश्यकता को मजबूर किया। इसमें एक विशेष चिप होती है जिसे ASIC कहा जाता है। अधिकांश खनिक ASIC चिप्स का उपयोग करते हैं।
2. इन शक्तिशाली मशीनों की मदद से बिटकॉइन की सर्वसम्मति एल्गोरिथ्म मौजूद है।
उस सॉफ़्टवेयर को स्थापित करें जिसे आप बिटकॉइन माइन करना पसंद करते हैं।
एक बार जब आप अपना बिटकॉइन माइनिंग रिग सेट कर लेते हैं, तो आपको अपने माइनिंग रिग को बिटकॉइन ब्लॉकचेन से कनेक्ट करने के लिए आवश्यक सॉफ़्टवेयर डाउनलोड करना होगा। सॉफ्टवेयर द्वारा ब्लॉकचेन में नए ब्लॉक जोड़े जाते हैं, और बिटकॉइन माइनिंग कई मुफ्त सॉफ्टवेयर प्रोग्राम के साथ हो सकता है।
एक बिटकॉइन माइनर औसतन कितना कमाता है?
जबकि एकल बिटकॉइन खनिक लाभ कमाने के लिए संघर्ष कर सकते हैं, बिटकॉइन खनन पूल में शामिल होने वाले व्यक्तियों को लाभ की अधिक संभावना है। हालाँकि, एक बिटकॉइन माइनर कितनी राशि कमा सकता है, यह कई कारकों द्वारा निर्धारित किया जाता है।
बिटकॉइन माइनिंग पर रिटर्न बिजली की लागत को कवर करने के लिए पर्याप्त होना चाहिए और लाभ उत्पन्न करने के लिए खनन उपकरण में प्रारंभिक निवेश करना चाहिए। बिटकॉइन माइनर्स कम लागत वाली बिजली, कम लागत वाली तकनीक और एक ठोस बिटकॉइन माइनिंग पूल पर ध्यान केंद्रित करते हैं ताकि खुद को सफलता का सबसे बेहतरीन मौका मिल सके।
विचार करने के लिए एक अन्य कारक बिटकॉइन पर कर है जो खनन किया जाता है। यह संभावना नहीं है कि एक खनिक लाभ कमाएगा, लेकिन आपको क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है अधिकार क्षेत्र के आधार पर कर का भुगतान करना पड़ सकता है।
इसके अलावा, बिटकॉइन खनन कार्यों की लाभप्रदता क्रिप्टोक्यूरेंसी की कीमतों द्वारा क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है नियंत्रित होती है। बिटकॉइन को फिएट मनी में भुगतान किए गए खनन उपकरण और बिजली खर्च की भरपाई के लिए एक उच्च कीमत बनाए रखनी चाहिए।
बिटकॉइन माइनिंग का खर्च
अधिक प्रतिस्पर्धा के कारण सफल बिटकॉइन खनन उपकरण की लागत में काफी वृद्धि हुई है। खनन उपकरणों को और अधिक शक्तिशाली होना पड़ा है क्योंकि बड़े पैमाने पर खनन फार्म मांग को बढ़ाते हैं और बिटकॉइन खनन उद्योग पर हावी होते हैं, जिससे कीमत बढ़ जाती है। ASIC खनिकों की लागत $500 जितनी कम हो सकती है, जबकि एक उचित रूप से डिज़ाइन किए गए खनन सेटअप की लागत $ 15,000 तक हो सकती है। एक खनिक को अपने निवेश की भरपाई करने में एक साल लग सकता है।
बिटकॉइन माइनिंग गियर स्थापित करने के बाद, इसे संचालित किया जाना चाहिए। बिजली बहुत सस्ती है, लेकिन अगर बिटकॉइन माइनिंग सेटअप 24 घंटे काम कर रहा है, तो खर्च तेजी से बढ़ सकता है। बिजली की कीमतें भी अलग-अलग देशों में अलग-अलग होंगी।
जैसा कि पहले कहा गया है, प्रत्येक खनिक को लाभ कमाने के लिए बिटकॉइन माइनिंग पूल के माध्यम से बिटकॉइन का खनन करना चाहिए। दूसरी ओर, बिटकॉइन माइनिंग पूल में शामिल होने पर शुल्क लगता है। नेटवर्क के उपयोग के लिए, प्रत्येक पूल का ऑपरेटर एक प्रतिशत शुल्क लेगा। ये पूल फीस, जो आम तौर पर 2.5 से 4% तक चलती है, उत्पादित बिटकॉइन से काट ली जाती है।
बिटकॉइन माइनिंग क्यों और कैसे करते हैं?
यदि हम आपको एक साधारण सा उदाहरण दे तो जैसे हम किसी के पास पैसा भेज ते हैं तो पहले हम जिस इंसान के बैंक अकाउंट में पैसा भेजते हैं, पहले उसका बैंक के पास एक रिक्वेस्ट जाता है और बैंक वालों ने उस रिक्वेस्ट को प्रोसेसिंग करके पर्टिकुलर उस बैंक अकाउंट का अकाउंट होल्डर के पास पैसा पहुंच जाता है. बैंक इसके लिए कुछ पैसा यूजर से चार्ज करता है.
ठीक वैसे जब सतोशी नाकामोतो ने बिटकॉइन डेवलप किया था उसको हमारा बैंकिंग सिस्टम से थोड़ा बेहतर और अलग बनाया था. जब क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है हम किसी के बैंक अकाउंट में पैसा भेजते हैं तो इसी के लिए जो प्रोसेस करता है उसके लिए कुछ चार्ज लेता है. और यह सिर्फ बैंक वालों के हाथों में है इसीलिए सिर्फ कुछ ही लोग जो बैंक में काम करते हैं उनको उसका फायदा होता है.
आज आपने क्या सीखा
आज हमने बात किया कि क्रिप्टो माइनिंग (बिटकॉइन माइनिंग) क्या है और बिटकॉइन माइनिंग क्यों और कैसे करते हैं? और यह भी देखा कि ट्रेडिंग क्या होता है. हमें उम्मीद है कि आपको यह लेख बेहद पसंद आया होगा. यदि इसके ऊपर आपका कुछ सवाल है तो आप कमेंट में हमको जरूर पूछ सकते हैं. यदि और कोई सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में भी दे सकते हैं. क्या आपने कभी बिटकॉइन पर इन्वेस्ट किया है या कभी दूसरे क्रिप्टोकरेंसी पर इन्वेस्ट किया है तो आपका फीडबैक जरूर दें.
Manas Ranjan
Graduate By Education, Blogger By Profession, Computer Learner By interest, Travel & Explorer By Hobby
what is cryptocurrency explain in Hindi आपको बहुत सारी अच्छी-अच्छी वीडियोस मिल जाएंगी
cryptocurrency सबसे ज्यादा पॉपुलर करेंसी बिटकॉइन माना जाता है बिटकॉइन भी डिजिटल मुद्रा है इसे आप लोग छू नहीं सकते बस आप लोग यह यकीन रख सकते हैं कि हां आप लोगों के पास इतना पैसा है जिसे हम लोग बिटकॉइन कहते हैं अब चलिए मैं आपको बताता हूं बिटकॉइन क्या है कैसे काम करता है और इसकी शुरुआत कहां से हुई इस समय 1 बिटकॉइन का कीमत 40 लाख रुपए से ऊपर है तो यह सब कैसे शुरू हुआ आप लोग जरूर जानना चाहते होंगे
बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है और इसकी शुरुआत 2009 से हुई थी और उस समय बिटकॉइन बहुत ज्यादा पॉपुलर चल रही थी यह cryptocurrency Bitcoin 2009 में बहुत ज्यादा सस्ती थी यानी कि उस समय एक बिटकॉइन की कीमत ₹9000 थी लेकिन आज के समय में एक बिटकॉइन की कीमत 4000000 रुपए से भी ऊपर है
बिटकॉइन को किसने बनाया था इसका मालिक कौन है | Who created bitcoin who owns it
जैसे की मैने आपको बताया bitcoin एक cryptocurrency है और इसको किसने बनाया है आज तक किसी को नहीं पता चला अगर आप लोग इंटरनेट पर यह जाकर सर्च करते हैं कि बिटकॉइन को किसने बनाया है या फिर बिटकॉइन का मालिक कौन है तो आप लोगों को एक चाइनीस आदमी का फोटो आता है जिसका नाम है सतोशी नाकामोतो यह चाइना का रहने वाला आदमी था और यह एक कंपनी में काम करता था ऐसा माना जाता है कि यह आदमी दुनिया में कहीं रहता ही नहीं है और कुछ लोग यह भी मानते हैं कि यह मर गया है जिसने बिटकॉइन बनाकर कभी भी अपना चेहरा लोगों को नहीं दिखाया कुछ लोग इसे फर्जी भी बताते हैं
आप चलिए जान लेते हैं कि Pi network क्या है और हम लोग इसके जरिए बिटकॉइन से पैसे कैसे कमा सकते हैं इस एप्लीकेशन को अमेरिका में पढ़ने वाले 2 लड़कों ने बनाया था इसको 2018 में पहली बार कैलिफ़ोर्निया शहर से लांच किया गया था और इसकी प्रसिद्धि बहुत ज्यादा बढ़ गई थी क्योंकि उस समय क्रिप्टो करेंसी को माइन करना इतना आसान नहीं था लेकिन इस एप्लीकेशन में आप लोगों का काम बिल्कुल आसानी से कर सकते थे और cryptocurrency mining करके लोग अच्छे खासे पैसे भी कमा रहे थे इसीलिए यह एप्लीकेशन 2021 आते-आते पूरे विश्वभर में प्रसिद्ध हो गया
FAQ प्रश्न उत्तर क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है
सबसे सस्ता क्रिप्टो करेंसी कौन सी है?
शीबा इनु और डॉजकॉइन है
क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या है ?
क्रिप्टोकरेंसी का वैल्यू दिन पर दिन क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है बढ़ता जाएगा
क्रिप्टो करेंसी से पैसे कैसे कमाए ?
आप लोग क्रिप्टो करेंसी में थोड़े बहुत पैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं
फ्री बिटकॉइन कैसे कमाए ?
आप लोग बिटकॉइन माइनिंग करके कमा सकते हैं
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इस लेख में मैंने आपको यह बताया है कि बिटकॉइन क्या होता है बिटकॉइन कैसे काम करता है pi network क्या है और हम इससे पैसा कैसे कमा सकते है जानकारी पसंद आई होगी तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करिएगा ~ धन्यवाद ~