एशियाई सत्र

ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेत, अमेरिका, यूएस और एशियाई बाजारों में गिरावट
नई दिल्ली, 17 नवंबर । ग्लोबल मार्केट से आज कमजोर संकेत मिल रहे हैं। अमेरिकी बाजार से लेकर यूरोपीय बाजार और एशियाई बाजारों में लगातार दबाव की स्थिति बनी हुई है। हालांकि यूएस फ्यूचर्स में आज बढ़त के साथ कारोबार होता नजर आ रहा है। अमेरिका में खुदरा बिक्री के आंकड़े की मजबूती के बावजूद अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा एक बार फिर ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का संकेत देने की वजह से पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे।
पिछले कारोबारी सत्र में डाओ जोंस 39 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं एसएंडपी 500 इंडेक्स 33 अंक टूट कर 3,958 अंक के स्तर पर बंद हुआ। जबकि नैस्डैक 174.75 अंक यानी 1.54 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,183.66 अंक के स्तर पर बंद हुआ। कल ही अमेरिका में अक्टूबर महीने के खुदरा बिक्री के आंकड़े आए थे। पिछले 8 महीने के दौरान खुदरा बिक्री के आंकड़ों में सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज की गई है। खुदरा बिक्री के आंकड़ों से अमेरिकी बाजार को उत्साह जरूर मिला, लेकिन थोड़ी ही देर बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा एक बार फिर ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का संकेत देने की वजह से बाजार पर दबाव की स्थिति बन गई। जिसकी वजह से अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। अमेरिकी बाजार में पिछले कारोबारी सत्र में 11 में से 9 सेक्टर्स में गिरावट का रुख बना रहा। इसी तरह कुल एक्टिव शेयरों में से 61 प्रतिशत शेयर कमजोरी के साथ बंद हुए।
अमेरिकी बाजार की तरह पिछले कारोबारी सत्र में यूरोपीय बाजार भी लगातार दबाव में काम एशियाई सत्र करते रहे। कल ही ब्रिटेन की महंगाई दर के आंकड़े जारी किए गए हैं, जिसमें महंगाई दर बढ़कर 11.1 प्रतिशत के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। महंगाई दर के आंकड़ों की वजह से यूरोपीय बाजार दबाव में काम करते नजर आए। एफटीएसई इंडेक्स 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,351.19 अंक के स्तर पर बंद हुआ। एशियाई सत्र जबकि सीएसी इंडेक्स 0.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,607.22 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह डीएएक्स इंडेक्स ने 1 प्रतिशत लुढ़क कर 14,234.03 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के कारोबार का अंत किया।
अमेरिकी और यूरोपीय बाजार की तरह एशियाई बाजारों में भी आज लगातार दबाव की स्थिति बनी हुई है। स्ट्रेट टाइम्स इंडेक्स को छोड़कर एशिया के सभी प्रमुख बाजार आज गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे हैं। एसजीएक्स निफ्टी 0.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,401.50 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। जबकि निक्केई इंडेक्स 0.35 प्रतिशत टूटकर 27,930.44 अंक के स्तर पर बना हुआ है। इसी तरह हैंग सेंग इंडेक्स में आज लगातार तीसरे दिन बड़ी गिरावट का रुख बना हुआ है। ये इंडेक्स 529.72 अंक यानी 2.9 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,726.76 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
वैश्विक दबाव की वजह से कोस्पी इंडेक्स भी 1.09 प्रतिशत टूटकर 2,450.38 अंक के स्तर पर बना हुआ है, जबकि शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 1 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 3,088.89 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसके अलावा ताईवान वेटेड इंडेक्स 0.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,476.49 अंक पर, सेट कंपोजिट इंडेक्स 0.26 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 1,615.69 अंक के स्तर पर और जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,007.01 अंक के स्तर पर कारोबार करता नजर आ रहा है। एशियाई बाजारों में सिर्फ स्ट्रेट टाइम्स इंडेक्स में मामूली मजबूती नजर आ रही है। ये सूचकांक फिलहाल 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 3,271.48 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
बिडेन का संकल्प अमेरिका दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ काम करेगा
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दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ के तीन सम्मेलनों का हवाला देते हुए उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में भाग लिया, बिडेन ने कहा कि 10-देश का ब्लॉक "मेरे प्रशासन की इंडो-पैसिफिक रणनीति के केंद्र में है" और एक ऐसे क्षेत्र के निर्माण के लिए सहयोग करने का वादा किया जो "स्वतंत्र और खुला है, स्थिर और समृद्ध, लचीला और सुरक्षित।"
बिडेन ने जलवायु का हवाला देते हुए कहा, "मैं दक्षिण चीन सागर से लेकर म्यांमार तक की चुनौतियों को हल करने और साझा चुनौतियों के अभिनव समाधान खोजने के लिए पूरे क्षेत्र में शांति और समृद्धि को गहरा करने के लिए आसियान और आप में से प्रत्येक के साथ मिलकर अपना काम जारी रखने के लिए तत्पर हूं।" और सहयोग के क्षेत्रों के बीच स्वास्थ्य सुरक्षा।
इस वर्ष के आसियान शिखर सम्मेलन में बिडेन के प्रयास चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी बहुप्रतीक्षित बैठक के लिए आधार तैयार करने के लिए हैं - एक ऐसे नेता के साथ बिडेन के राष्ट्रपति पद की पहली आमने-सामने मुठभेड़, जिसका राष्ट्र यू.एस. अब अपने सबसे शक्तिशाली आर्थिक और सैन्य विचार करता है। प्रतिद्वंद्वी। बिडेन और शी सोमवार को 20 शिखर सम्मेलन के समूह में मिलेंगे, जो इस साल इंडोनेशिया में बाली द्वीप पर आयोजित दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं को एक साथ लाता है।
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शनिवार की शुरुआत में नोम पेन्ह की यात्रा करते हुए, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि बिडेन आसियान नेताओं के साथ चीन द्वारा नेविगेशन की स्वतंत्रता और अवैध और अनियमित मछली पकड़ने जैसे मुद्दों को उठाएंगे – जिसका उद्देश्य बीजिंग के खिलाफ अमेरिकी मुखरता का प्रदर्शन करना है।
नेविगेशन की स्वतंत्रता दक्षिण चीन सागर से जुड़े विवाद को संदर्भित करती है, जहां संयुक्त राज्य अमेरिका कहता है कि वह जहां भी अंतरराष्ट्रीय कानून की अनुमति देता है, वहां जा सकता है और उड़ सकता है और चीन का मानना है कि ऐसे मिशन अस्थिर कर रहे हैं। सुलिवन ने कहा कि इस क्षेत्र में एक स्थिर शक्ति के रूप में और किसी एक राष्ट्र को "निरंतर धमकी और जबरदस्ती जो कि आसियान और अन्य देशों के देशों के लिए मौलिक रूप से प्रतिकूल होगा" में शामिल होने से रोकने में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका है।
सुलिवन ने शनिवार को एयर फ़ोर्स वन में संवाददाताओं से कहा, "इसके लिए एक वास्तविक मांग संकेत है।" पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का जिक्र करते हुए, सुलिवन ने जारी रखा: "मुझे लगता है कि पीआरसी उस तथ्य को पसंद नहीं कर सकता है, लेकिन वे निश्चित रूप से इसे स्वीकार करते हैं और इसे समझते हैं।"
सुलिवन ने कहा कि उन प्रयासों से संबंधित एक नई पहल, जिस पर बिडेन शनिवार को चर्चा करेंगे, समुद्री जागरूकता पर केंद्रित है, विशेष रूप से वाणिज्यिक उपग्रहों से रेडियो फ्रीक्वेंसी का उपयोग करके अंधेरे शिपिंग और अवैध मछली पकड़ने को बेहतर तरीके से ट्रैक करने के लिए, सुलिवन ने कहा।
बिडेन की कंबोडिया की यात्रा - किसी अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा अब तक की दूसरी - दक्षिण प्रशांत में अपने निवेश को प्रदर्शित करने के लिए उनके प्रशासन के दबाव को जारी रखती है, जिसे इस साल की शुरुआत में हाइलाइट किया गया था जब व्हाइट हाउस ने वाशिंगटन में आसियान शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी, जो अपनी तरह का पहला था। उन्होंने आसियान के आधिकारिक दूत के रूप में अपने एक वरिष्ठ सहयोगी, योहनेस अब्राहम को भी टैप किया, एक और तरीका है कि व्हाइट हाउस ने उस प्रतिबद्धता को उजागर किया है।
आसियान इस साल अमेरिका को "व्यापक रणनीतिक साझेदारी" की स्थिति में बढ़ा रहा है - उनके संबंधों का एक बड़ा प्रतीकात्मक वृद्धि लेकिन एक जो वाशिंगटन को चीन के समान स्तर पर रखता है, जिसे पिछले साल भेद दिया गया था।
बिडेन ने शनिवार को नोम एशियाई सत्र पेन्ह में क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन के मेजबान कंबोडिया के प्रधान मंत्री हुन सेन के साथ मुलाकात की। उन्होंने दक्षिण पूर्व एशियाई नेताओं के साथ पारंपरिक पारिवारिक फोटो में भी भाग लिया - एक जिसे फिर से करने की आवश्यकता थी क्योंकि ग्रेगरीय बिडेन अन्य राष्ट्राध्यक्षों के साथ हाथ मिलाने में बहुत व्यस्त थे - और बाद में, कंबोडिया में एक समानांतर शिखर सम्मेलन द्वारा आयोजित एक भव्य रात्रिभोज में भाग लेंगे। पूर्वी एशिया पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
एक अन्य विषय जिस पर बिडेन ने ध्यान केंद्रित किया, वह है म्यांमार, जहां सैन्य जुंटा ने फरवरी 2021 में सत्तारूढ़ सरकार को उखाड़ फेंका और लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित नेता आंग सान सू की को गिरफ्तार कर लिया। जैसा कि उन्होंने हुन सेन से मुलाकात की, बिडेन ने जोर देकर कहा कि अमेरिका म्यांमार में लोकतंत्र की वापसी के लिए प्रतिबद्ध है, जो तख्तापलट से पहले शासन के लोकतांत्रिक रूप की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा था।
शनिवार को अपनी संक्षिप्त टिप्पणी में, बिडेन ने गलती से मेजबान देश कंबोडिया को "कोलंबिया" के रूप में पहचाना, एक फ़्लब जिसे उन्होंने गुरुवार रात को यू.एस.
यू.एस.-आसियान शिखर सम्मेलन में, एक खाली कुर्सी थी जहां म्यांमार के एक प्रतिनिधि बैठे होते यदि उसके नेताओं को आसियान की आधिकारिक बैठकों में भाग लेने से प्रतिबंधित नहीं किया गया होता। बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए रवाना होने से पहले बाइडेन रविवार को पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन सत्र में भाग लेंगे, जिसमें दक्षिण कोरिया और जापान के नेताओं के साथ तीन-तरफा बैठक भी शामिल है।
Share Market: ग्लोबल मार्केट से मिलेजुले संकेत, क्या भारतीय बाजार बनाएगा बढ़त?
Share Market Prediction :सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 1089.41करोड़ के शेयर खरीदे.
Stock Market News Update Today: भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) मंगलवार, 15 नवंबर को बढ़त बना सकता है. एशियाई मार्केट में तेजी और खुदरा महंगाई दर में गिरावट से घरेलू बाजार का सेंटिमेंट पॉजिटिव रहने की उम्मीद है.
हालांकि, सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में हल्की गिरावट देखने को मिली थी. सेंसेक्स 171 अंक गिरकर 61,624 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 21 अंकों के नुकसान के साथ 18,329 पर पहुंच गया था.
विदेशी बाजारों का क्या है हाल?
ग्लोबल मार्केट से मिलेजुले संकते मिल रहे हैं. अमेरिकी बाजार में 2 दिन की तेजी पर ब्रेक लगा है. डाओ जोन्स 0.63 फीसदी, S&P 500 0.89 फीसदी और Nasdaq 1.12 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ. डॉलर इंडेक्स 0.53 फीसदी की तेजी के साथ 106.72 पर बंद हुआ. वहीं अमेरिका के उलट यूरोपीय बाजारों में पिछले कारोबारी सत्र के दौरान बड़ी तेजी एशियाई सत्र दिखी.
अगर एशियाई मार्केट की बात करें ज्यादातर शेयर बाजार बढ़त के साथ खुले. सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज में 0.31 फीसदी की बढ़त दिख रही है. इसके अलावा हांगकांग के बाजार में 0.26 फीसदी की तेजी दिख रही तो ताइवान में 1.21 फीसदी का उछाल है.
बाजार पर इसका भी असर
जनता को महंगाई से राहत मिलने के आसार हैं. सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने सोमवार को अक्टूबर 2022 के लिए घरेलू कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) डेटा जारी कर दिया गया है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य उत्पादों के दाम कम होने से अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 6.77 फीसदी हो गई है.
खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में 3 महीने के निचले स्तर पर आ गई है, जो सितंबर में 7.41 फीसदी थी. हालांकि, यह लगातार 10वीं बार है, जब सीपीआई पर आधारित खुदरा महंगाई भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 6 फीसदी के अपर मार्जिन से ऊपर है.
FIIs/DIIs डेटा
सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 1089.41करोड़ के शेयर खरीदे. वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 47.18 करोड़ के शेयर खरीदे. इसके बावजूद बाजार बढ़त बनाने में नाकाम रहा और हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ.
इन स्टॉक्स पर रखें नजर
TCS: IT कंपनी TCS के शेयर मौजूदा स्तर से 16 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे सकते हैं. सितंबर तिमाही में कंपनी नतीजे शानदार रहे हैं. कंपनी का मुनाफा 8 फीसदी बढ़कर 10,431 करोड़ रुपए हो गया है. साथ ही रेवेन्यू भी पिछले साल से 18 फीसदी बढ़ा है.
TATA Steel: टाटा स्टील के लिए टारगेट प्राइस 115 रुपए का रखा गया है. शेयर पर स्टॉप लॉस 105 रुपए का है. बीते 6 महीने शेयर दायरे में ट्रेड किया है.
NDTV: सेबी ने मीडिया कंपनी एनडीटीवी में 26 फीसदी अतिरिक्त हिस्सेदारी की खरीद के लिए अडाणी समूह को खुली पेशकश लाने की मंजूरी दे दी है. एनडीटीवी की तरफ से हाल में शेयर बाजार को दी गई जानकारी के मुताबिक खुली पेशकश के लिए 294 रुपए प्रति शेयर की कीमत तय की गई है.
Fusion एशियाई सत्र एशियाई सत्र Microfinance: नई दिल्ली स्थित फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस मंगलवार को स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध होने के लिए तैयार है. कंपनी ने नवंबर के पहले सप्ताह में 1,100 करोड़ रुपए से अधिक की प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) लॉन्च की थी.
IRCTC: सितंबर 2022 को समाप्त तिमाही के लिए, इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन का निरंतर परिचालन से कर पश्चात शुद्ध लाभ 42.5% तक बढ़कर ₹226 करोड़ हो गया है.
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धनखड़ पहुंचे कंबोडिया, आसियान देशों ने लिया संकल्प, बोले- आतंकवाद के खिलाफ हैं एकजुट
धनखड़ तीन दिवसीय यात्रा पर कंबोडिया में हैं. इस वर्ष आसियान-भारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ है और इसे आसियान-भारत मैत्रीवर्ष के रूप में मनाया जा रहा है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: नरेंद्र हजारी
Updated on: Nov 13, 2022 | 2:42 PM
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कंबोडिया की अपनी यात्रा के आखिरी दिन रविवार को यहां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन को संबोधित किया. विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि उपराष्ट्रपति का अभिभाषण एक ऐसा सत्र था जिसमें केवल इसके सदस्यों को ही हिस्सा लेने की अनुमति थी. धनखड़ तीन दिवसीय यात्रा पर कंबोडिया में हैं. इस वर्ष आसियान-भारत संबंधों की 30वीं वर्षगांठ है और इसे आसियान-भारत मैत्रीवर्ष के रूप में मनाया जा रहा है.
दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संघ (आसियान) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसके दक्षिण पूर्व एशिया में 10 सदस्य देश हैं जिनमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमा, फिलीपीन, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं. उपराष्ट्रपति धनखड़ द्वारा शनिवार को यहां 19वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के बाद भारत और आसियान देशों ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी स्थापित करने और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया.
जयशंकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ यात्रा पर हैं, जो यहां आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 17वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं. पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में आसियान सदस्य देशों के अलावा, भारत, चीन, जापान, कोरिया गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हैं.
धनखड़ ने शनिवार को जन स्वास्थ्य, नवीकरणीय ऊर्जा और उन्नत एशियाई सत्र कृषि के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए आसियान-भारत विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कोष में 50 लाख अमेरिकी डॉलर के अतिरिक्त योगदान की घोषणा की. एक संयुक्त बयान में, आसियान-भारत ने गहरे सभ्यतागत संबंध, समुद्री संपर्क और सांस्कृतिक संबंधों की सराहना की, जो पिछले 30 वर्षों में मजबूत हुए हैं और आसियान-भारत संबंधों के लिए एक ठोस आधार बन गए हैं.
भारत और आसियान देशों ने संयुक्त बयान में डिजिटल परिवर्तन, डिजिटल व्यापार, डिजिटल कौशल एवं नवाचार में विभिन्न क्षेत्रीय कौशल निर्माण गतिविधियों के माध्यम से डिजिटल अर्थव्यवस्था में सहयोग बढ़ाने की घोषणा की.
एशियाई सत्र
गृह मंत्रालय की अगुवाई में 18-19 नवंबर को दिल्ली में आयोजित हो रहे दो दिवसीय नो मनी फॉर टेरर मंत्रिस्तरीय सम्मेलन का एजेंडा सामने आ गया है। 4 सत्रों में होने वाली इस बैठक का उद्घाटन 18 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, तो वहीं 19 नवंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समापन सत्र को संबोधित करेंगे।
दो दिवसीय एशियाई सत्र इस सम्मेलन में 75 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं, जो वैश्विक आतंकवाद और आतंकवाद के वित्तपोषण के खतरों पर चर्चा करेंगे। गृह मंत्रालय की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार इस सम्मेलन में दो दिनों में 4 अलग अलग सत्र रखे गए हैं। सभी प्रतिनिधि इन सत्रों में चर्चा कर आपसी सहमति बनाने की कोशिश करेंगे।
पहला सत्र: 18 नवंबर पहला सत्र रखा गया है, जहां आतंकवाद और आतंकवाद के वित्तपोषण में वैश्विक रुझान पर चर्चा होगी। इसमें मुख्य रूप से दक्षिण एशिया में आतंकवाद के वित्तपोषण में रुझान, उभरते वैश्विक एशियाई सत्र आतंकवादी खतरों का विश्लेषण, वैश्विक आतंकवादी संगठनों के विस्तार की क्षमता और आतंकवादी वित्तपोषण, मनी लॉन्ड्रिंग जैसे जोखिमों से निपटने में हालिया रुझान पर बातचीत की जाएगी।
दूसरा सत्र: 18 नवंबर को ही दूसरा सत्र होगा, जिसका एजेंडा आतंकवाद के लिए धन के औपचारिक और अनौपचारिक चैनलों का उपयोग होगा। इसमें मुख्य रूप से वैध आर्थिक गतिविधियों और आतंकवाद के वित्तपोषण के बीच संबंध, आतंकी वित्तपोषण में एनपीओ और डीएनएफपीबी का दुरुपयोग, हवाला/हुंडी नेटवर्क और अन्य अनौपचारिक साधनों के माध्यम से आतंकवाद का वित्तपोषण एवं आतंकियों और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध के बीच गठजोड़, विशेष रूप से आतंकवाद के वित्तपोषण में ड्रग तस्करी की भूमिका पर चर्चा की जाएगी।
तीसरा सत्र: 19 नवंबर को तीसरे सत्र का एजेंडा उभरती टेक्नोलॉजी और आतंकवादी वित्तपोषण होगा। इसमें मुख्य रूप से आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए वर्चुअल एसेट्स, क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म, भुगतान मध्यस्थों का उपयोग, डार्क वेब और टेरर फाइनेंसिंग, उभरती टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग से निपटने के लिए विधायी विकास और सार्वजनिक-निजी भागीदारी और निजी क्षेत्र की प्रतिबद्धताओं को मजबूत करना होगा।
चौथा सत्र: 19 नवंबर को चौथे सत्र का एजेंडा आतंकवादी वित्तपोषण का मुकाबला करने में आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग रखा गया है। इसमें आतंकवाद के वित्तपोषण संबंधी अपराधों की जांच में चुनौतियां, रेडिकलाइजेशन फाइनेंसिंग को लक्षित करने के लिए सहयोग, वित्तीय खुफिया इकाइयों के बीच सूचना साझा करना और अंतर्राष्ट्रीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित करने पर चर्चा की जाएगी।
गौरतलब है कि नो मनी फॉर टेरर सम्मेलन पहली बार 2018 में पेरिस में हुआ था, उसके बाद 2019 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया गया था। वहीं भारत को इसकी मेजबानी 2020 में करनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसे स्थगित कर दिया गया था।