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शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें?

शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें?
वैसे तो इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए जितने कम पैसे लेकर आया जाए उतना ही अच्छा रहता है।

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दोस्तों, आजकल शेयर बाज़ार में कमाई (share market me kamai) का आकर्षण सर चढ़कर बोल रहा है। आज का हर इंसान ये जाने बग़ैर कि शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करते हैं? (share market me trading kaise karte hain?) शेयर बाज़ार (share market) में आकर्षक फ़ायदा देखकर ख़ुद भी शेयर मार्केट में पैसा लगाकर मनचाहा पैसा कमाना चाहता है। वाक़ई शेयर मार्केट का लालच इतना मज़ेदार है कि आजकल लाखों लोग इस मार्केट का हिस्सा बनना चाहते हैं। आज हम इस अंक में जानेंगे शेयर मार्केट में पैसा कैसे कमाया जाता है? (share market me paisa kaise kamaya jata hai?)


आज मैं आपकी इस समस्या का आसान समाधान करने वाला हूँ बस आप इस लेख के अंत तक बने रहिये। निश्चित तौर पर आप जान जायेंगे कि शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करें? (Share market me trading kaise kare?) मुझे पूरा यक़ीन है कि आप इस अंक में बताए गए तरीक़ों से अच्छा ख़ासा पैसा कमाने वाले हैं।

शेयर बाज़ार में आने वाले हर आदमी का यही उद्देश्य होता है कि वह शेयर मार्केट में प्रवेश करने के बाद कम से कम ₹1000 से ₹2000 रोज़ाना तो कमा ही ले, वैसे भी आजकल हर व्यक्ति अपनी जॉब के साथ-साथ कुछ पार्ट टाइम काम करना चाहता है। फ़िर ऐसे में शेयर मार्केट से बेहतर भला कौन सा रास्ता हो सकता है? क्योंकि शेयर बाज़ार का रिटर्न भी काफी आकर्षक होता है।

कितने निवेश की आवश्यकता पड़ेगी?

सबसे पहले तो आप यह जानना चाह रहे होंगे कि शेयर मार्केट में इस तरह के रिटर्न्स पाने के लिए आपको कम से कम कितने amount की ज़रूरत होगी। तो मैं आपको बता दूँ कि लगभग ₹1000 कमाने के लिए आपको कम से कम ₹25000 के निवेश करने की आवश्यकता होगी। इससे भी आप ज़्यादा कमाना चाहते हैं तो इसकी कोई सीमा नही। बल्कि यदि आप अधिक निवेश investment करते हैं तो आपके नुक़सान के चांस उतने ही कम होते चले जायेंगे। यदि आपको पता है कि ट्रेडिंग कैसे किया जाता है? (trading kaise kiya jata hai?) तो निश्चित रूप से आप अच्छे इन्वेस्टर के साथ-साथ अच्छे ट्रेडर भी साबित हो सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? | Intraday trading in hindi

शेयर बाज़ार में पूरे दिन में, कुछ घंटो के लिए या किसी एक ट्रेडिंग सेशन के लिए पैसा लगाने को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। मान लीजिये बाज़ार खुलने के समय आपने एक शेयर में पैसा लगाया और देखा की आपको आपके मन मुताबिक़ मुनाफ़ा मिल रहा है तो आप उसी समय square off यानि कि शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? उस शेयर को बेचकर निकल सकते हैं।


इंट्राडे में अगर आपने उस ख़रीदे हुए शेयर को नहीं भी बेचा। तब भी वह अपने आप सेल ऑफ हो जाता है। अर्थात आपको मुनाफ़ा हो या घाटा, हिसाब उस दिन के अंत तक हो जाता है। जबकि शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? डिलीवरी ट्रेडिंग में आप शेयर को जब तक चाहें होल्ड hold करके रख सकते हैं। इंट्रा डे की एक विशेषता यह है कि आपको ब्रोकरेज ज़्यादा देनी पड़ती है। लेकिन इस ट्रेडिंग की एक ख़ासियत यह भी है कि इसमें आप जब चाहे तभी मुनाफ़ा कमाकर निकल सकते हैं।

इंट्राडे में ट्रेड करने के फ़ायदे | Intraday trading in hindi

आप कम पैसे लगाकर ज़्यादा आकर्षक कमाई की सोच रहे हैं तो आपके लिए इंट्राडे ट्रेडिंग intraday trading एक बेहतर मौक़ा बनकर आ सकता है। क्योंकि इसमें आपको अच्छा मार्जिन मिलता है वो भी काफ़ी आकर्षक। यह मार्जिन आपको आपके ब्रोकर के द्वारा दिया जाता है जिसका आपसे कोई चार्ज भी नहीं लिया जाता है। यानि कि इंट्राडे में ट्रेडिंग के फ़ायदे (intraday trading ke fayde) बहुत अच्छे हैं।

वैसे आपको अधिक से अधिक फ़ायदा और कम से कम नुक़सान यानि कि कम से कम रिस्क पर ट्रेडिंग करनी हो तो मेरी सलाह यही रहेगी कि आप जितना हो सके इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading) ही करें। क्योंकि कम पैसा लगाकर ज़्यादा कमाई करने के लिये इंट्राडे ट्रेंडिंग बेहतर माध्यम हो सकता है।


तो चलिये अब देर न करते हुए मैं आपको कुछ ऐसे टिप्स दे देता हूँ जिसे अपनाकर आप इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading) में अच्छा मुनाफ़ा कमा सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स | Intraday trading tips in hindi

दोस्तों शेयर मार्केट के जानकारों के मुताबिक़, आप इंट्राडे ट्रेडिंग में निवेश करें या डिलीवरी ट्रेडिंग में। सबसे पहले तो आपको इस मार्केट के लिए ख़ुद को तैयार करना होगा। यही कि आप किसलिए इस share market में निवेश (investment) करना चाहते हैं? आपका लक्ष्य क्या है? ताकि आप उसी हिसाब से अपनी रणनीति बना सकें। और अपनी कमाई कर सकें।


इंट्राडे ट्रेडिंग में वैसे तो कमाई बहुत अच्छी हो सकती है। लेकिन इसमें बहुत सारा रिस्क भी है। इसीलिये अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो कुछ अहम बातें ध्यान में रखनी होगी। चाहे परिस्थितियाँ जैसी भी हों।


इसलिए मैं आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में मनचाहा पैसा कमाने के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स इन हिंदी बताना चाहता हूँ। जिन्हें फॉलो करके आप इंट्रा डे ट्रेडिंग से अपने मुताबिक़ मुनाफ़ा कमा सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं intraday me trading kaise kare? इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? कुछ महत्वपूर्ण टिप्स-

1. सबसे पहले हाई लिक्विड वाले शेयर का चुनाव करना है तथा उन पर पैनी नज़र रखना होगा। पैनी नज़र का अर्थ है पिछले कुछ दिनों से कुछ चुनिंदा शेयरों की चाल को ध्यान में रखना। ताकि शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? उन शेयरों के उतार-चढ़ाव को देखकर आप अपना सटीक अनुमान लगा सकें। वोलेटाइल स्टॉक से दूरी बनाए रखें। इसी में आपकी भलाई है।


2. शुरुआती दिनों में इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय ज़्यादा रिस्क लेना जायज़ नहीं होगा। यह आपके लिए बेहद ख़तरनाक हो सकता है। इसके लिए न्यूज़ वगैरह में एनालिसिस देखते रहें।

3. आपको 10 से 12 स्टॉक की एक सूची बना लेनी चाहिए ताकि जब भी कोई ट्रेड करना हो। इन्हीं 10-12 स्टॉक की सूची में से किसी शेयर को चुन सकें। कभी भी दूसरे के विश्लेषण से काम न करें पहले अपना दिमाग़ अवश्य लगाएं। इंट्राडे ट्रेडिंग में अंधाधुंध 8-10 स्टॉक में ट्रेडिंग करने के बजाय अच्छे वाले 2-3 शेयर्स का चुनाव करते हुए उनमें ट्रेड करना बेहतर होता है।


4. शेयर चुनते वक्त बाज़ार का ट्रेंड देखना ज़्यादा बेहतर होता है। साथ ही कंपनी की पोर्टफोलियो भी चेक करते रहें। आप चाहे तो किसी शेयर को के बारे में किसी ट्रेडिंग एक्सपर्ट की राय भी ले सकते हैं।

5. इंट्राडे ट्रेडिंग में अचानक किसी भी स्टॉक में उछाल अथवा गिरावट तेज़ी से आने लगते हैं। इसलिए ज़्यादा लालच नहीं करना चाहिए और पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस ज़रूर तय कर लेना चाहिए। जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके। यही इंट्राडे ट्रेडिंग का मूल मंत्र है।


6. इंट्राडे ट्रेडिंग में जितना हो सके अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों की ही ख़रीदारी करें। ताकि इन शेयरों के बारे में आप अच्छी तरह अनुमान लगा सकें। इस तरह के शेयरों की प्रकृति एक दूसरे से मिलती जुलती होती है। ऐसे शेयर्स का ट्रेंड भी मिलता जुलता होता है।


7. इंट्राडे ट्रेड के लिये उतनी ही धनराशि में निवेश करें जितना आप नुक़सान सहने यानि कि जोख़िम उठाने में सक्षम हों। ख़ुद को जितना हो सके, भावनात्मक रूप से प्रभावित होने से बचाएँ। अपने आपको इस तरह नियंत्रित करने से किसी भी वित्तीय संकट से बचने में मदद मिलती है।

8. इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे ख़ास बात होती है सही समय में एंट्री। सही समय में मार्केट में entry करना ही उस दिन की ट्रेड की दिशा निश्चित करती है। ग़लत समय में की गयी entry आपके मुनाफ़े को नुक़सान में बदल सकती है। चूँकि बाज़ार शुरू होने से लगभग 1 घंटे तक अस्थिर होता है। इसलिए बेहतर अवसर का इंतज़ार करें। अतिउत्साह में market में entry लेने से बचें।


9. किसी भी ट्रेड को करने से पहले उस ट्रेड का target और stop loss तय कर लें। स्टॉप लॉस (stop loss) लगाने से आप किसी संभावित नुक़सान को सीमित कर सकते हैं।

10. डर, लालच और घबराहट और अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखें। क्योंकि अगर आप नियंत्रित करने में क़ामयाब हो जाते हैं तो यूँ समझिए कि आपको शेयर मार्केट में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। अगर ऐसा नहीं है तो समझिए शेयर मार्केट आपके लिए नहीं है।


उम्मीद है इस अंक में आपने शेयर बाज़ार से पैसा कमाने का तरीका जान लिया होगा। मैं आशा करता हूँ आप इस इंट्राडे ट्रेडिंग फार्मूला को ज़रूर फॉलो करेंगे। और इंट्राडे ट्रेडिंग में अपना मनचाहा मुनाफ़ा सुनिश्चित करेंगे।

कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.

शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकसद पैसा कमाना ही होता है, लेकिन इनमें समय अवधि का अंतर होता है. निवेश का संबंध जहां कई वर्षों से है, वहीं ट्रेडिंग में कुछ मिनटों से लेकर कुछ साल तक के लिए पॉजिशन रखा जाता है.

  • News18Hindi
  • Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST

नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.

सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं. फाइनेंसियल मार्केट की स्थिति और जोखिम के आधार पर ट्रेडिंग की विभिन्न स्ट्रेटेजी हैं. ट्रेडर्स अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से इनका चयन करते हैं. साथ ही विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग से जुड़े रिस्क और लागत को भी ध्यान में रखते हैं. आइए, यहां हम उन लोकप्रिय ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की चर्चा करते हैं, जो अधिकतर ट्रेडर अपनाते हैं.

ये भी पढ़ें- LIC के शेयर में गिरावट से सरकार चिंतित, DIPAM सचिव बोले- अस्थायी है गिरावट

इंट्राडे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में महज 1 दिन के कारोबार में भी मोटा प्रॉफिट कमाया जा सकता है. दरअसल, बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading) कहते हैं. इस स्ट्रेटेजी के तहत शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश नहीं, बल्कि 1 दिन में ही उसमें होने वाली बढ़त से प्रॉफिट कमाना होता है. इसमें चंद मिनटों से ले कर कुछ घंटे तक में ट्रेडिंग हो जाती है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि इंट्रोडे ट्रेडर्स को हमेशा प्रॉफिट ही होता हो. ट्रेडर्स अपना ट्रेड शेयर मार्केट बंद होने से पहले बंद करते हैं और प्रॉफिट या लॉस उठाते हैं. इसमें तेजी से निर्णय लेना होता है.

पॉजिशनल ट्रेडिंग

पॉजिशनल ट्रेडिंग (Positional trading) स्टॉक मार्केट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है, जिसमें स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड किया जाता है. इस स्ट्रेटेजी के तहत ट्रेडर्स किसी स्टॉक को कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक के लिए खरीदते हैं. उसके बाद उस स्टॉक को बेच कर प्रॉफिट या लॉस लेते हैं. उनका मानना होता है कि इतनी अ​वधि में शेयर के दाम में अच्छी बढ़ोतरी होगी. निवेशक आमतौर पर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल ग्राउंड को ध्यान में रखकर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल को ध्यान में रखकर यह स्ट्रेटेजी अपनाते हैं.

स्विंग ट्रेडिंग

स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading) में टाइम पीरियड इंट्राडे से अधिक होता है. कोई स्विंग ट्रेडर अपनी पॉजिशन 1 दिन से अधिक से लेकर कई हफ्तों तक होल्ड कर सकता है. बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी कम होने के साथ प्रॉफिट बनाने की संभावना काफी अधिक होती है. यही कारण है कि अधिकतर लोग इंट्राडे की अपेक्षा स्विंग ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं.

टेक्निकल ट्रेडिंग

टेक्निकल ट्रेडिंग (technical trading) में निवेशक मार्केट में मूल्य परिवर्तन की भविष्यवाणी करने के लिए अपने टेक्निकल एनालिसिस ज्ञान का उपयोग करते हैं. हालांकि, इस ट्रेडिंग के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है. इसमें पॉजिशन 1 दिन से लेकर कई महीने तक रखा जा सकता है. शेयर मार्केट में कीमतों में उतार-चढ़ाव को निर्धारित करने के लिए अधिकतर ट्रेडर्स अपने टेक्निकल एनालिसिस स्किल का उपयोग करते हैं. टेक्निकल एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी शेयर की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया. इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है.

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5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे | Intraday Trading With Only 5000 rupee in hindi

क्या 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग हो सकती है ? या एक नए ट्रेडर को इंट्राडे ट्रेडिंग कितने पैसे से शुरू करनी चाहिए ?, इंट्राडे ट्रेडिंग के लिये कितने पैसों की जरूरत होती शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? है ?

बहुत से लोग अक्सर ऐसे सवाल पूछते रहते हैं, लेकिन उनको कोई संतोषजनक उत्तर नही मिलता है।

आज इस लेख में इसी बात पर चर्चा होगी कि आखिर इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत करने के लिए कितने पैसों की आवश्यकता होती है और क्या 5000 रु. से भी इंट्राडे ट्रेडिंग की जा सकती है ?

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वैसे तो इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए जितने कम पैसे लेकर आया जाए उतना ही अच्छा रहता है।

क्योंकि जितने कम पैसे होंगे नुकसान भी उतना ही कम रहेगा। ज्यादा पैसे लेकर आएंगे तो जब नुकसान होगा तो ज्यादा होगा।

बहुत से लोग ऐसा भी सोचते हैं कि ज्यादा पैसे रहेंगे तो ज्यादा पैसे भी कमा पाएंगे। कहीं तक ये बात सही तो है। लेकिन ये उनके लिए ही सही है जो इंट्राडे ट्रेडिंग में परिपक्व हो चुके हैं और यहां से पैसे कमाने में भी कामयाब हैं।

नए ट्रेडर को तो पहले ये चेक करना होता है कि वह इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल हो भी सकते हैं या नही।

क्योंकि मेरा मानना है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में एक खास तरह के माइंडसेट की जरूरत होती है जो कि प्रत्येक व्यक्ति में नही होता है।

नए ट्रेडर को इसीलिए ये सलाह दी जाती है कि वो शुरुआत में बहुत ही कम पैसे से ट्रेडिंग की शुरुआत करें। अब सवाल ये आता है कि कम से कम कितने पैसे से शुरुआत करें ?

नए ट्रेडर जो अभी ट्रेडिंग सीख ही रहे हैं वो केवल 5000 रु.से ही शुरू करें। 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे शुरू करें ये जानने के लिए लेख को पूरा पढ़े।

5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें ? ( Intraday Trading with 5000 rupee in Hindi )

दोस्तों पांच हजार रुपए से ट्रेडिंग शुरू करने का मतलब ये नही है कि आज ही 5000 रु. डाले और आज से ही पैसे कमाना शुरू हो जाएगा।

हमें इन पैसों से ट्रेडिंग सीखनी है, ये सीखना है कि ट्रेडिंग होती कैसे है, और ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमा सकते हैं।

यदि एक महीने ट्रेडिंग करने के बाद भी आपके 5000 रु. डीमैट खाते में सुरक्षित बचे रह जाते हैं तब आप ट्रेडिंग के लिए और ज्यादा पैसे भी लगा सकते हैं।

क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसे कमाने के लिए पहले अपनी कैपिटल बचाना सीखना जरूरी है।

जब हमारे खाते में 5000 रु. ही इंट्राडे ट्रेडिंग के लिये हो तो एक दिन की ट्रेडिंग के लिए सिर्फ 1500 रु. ही इस्तेमाल करना है। यहां पर अपने रिस्क मैनेजमेंट पर अमल करना जरूरी है यदि आपको नही पता कि रिस्क मैनेजमेंट क्या होता है तो ये intraday trading success formula हिन्दी |risk management हिन्दी लेख जरूर पढ़ें।

जब हम एक दिन की ट्रेडिंग के लिए सिर्फ 1500 रु. का इस्तेमाल करते हैं तो इन 1500 रु. में से सिर्फ 300 रु. का ही जोखिम लेंगे।

मतलब कि उस दिन यदि हमें 300 रु. का नुकसान हो जाता है तो अपनी ट्रेडिंग बंद कर देनी है।

जोखिम के साथ – साथ ये भी तय करना है कि 1500 रु. लगाकर एक दिन में कितना प्रॉफिट लेना है ?

तो मेरे हिसाब से यदि एक शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? दिन शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? में 150 रु. प्रॉफिट मिल जाता है तो पर्याप्त है। तो जब 150 रु. का प्रॉफिट हो जाए तब भी अपनी ट्रेडिंग बंद कर देनी चाहिए। इस मार्केट से पहले हमें छोटे – छोटे प्रॉफिट निकालने का प्रयास करना है।

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यहां ये भी ध्यान रखना है कि यदि पहले ही ट्रेड में हमें 150 रुपए का प्रॉफिट मिल जाता है तो अब जो शुरुआत में अपना रिस्क 300 रु. का था उसे हटा कर अब ये सोचना है कि जो अभी हमें 150 रु. का प्रॉफिट हुआ है इसमें से 100 रु. तो आज हमें लेकर जाना ही है।

यानी जब दूसरा ट्रेड लेंगे तो हम सिर्फ 50 रु. का ही रिस्क लेंगे। यदि 50 रु. का नुकसान हो जाता है तो आज की ट्रेडिंग बंद कर देनी है।

जैसे – जैसे प्रॉफिट बनता जाता है अपना रिस्क कम करते जाना है। हमेशा ये कोशिश होनी चाहिए कि जो भी हमें प्रॉफिट मिल रहा है उसका ज्यादा से ज्यादा हिस्सा लेकर हमें घर जाना है।

यदि आप एक बार इस फॉर्मूले को समझ कर इस पर अमल करने की आदत बना लेते हैं तो आप ट्रेडिंग में सफल हो जाएंगे फिर आप चाहे 5 लाख रुपए भी लगाकर ट्रेडिंग करें आपको नुकसान नही होगा।

इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसा खेल है जहां आपके विपक्षी खिलाड़ी हमेशा आपको हराने का प्रयास करेंगे यदि आप जीतना नही जानते तो कभी भी नही जीत पाएंगे।

मार्केट हमेशा हमको पैसे देती है लेकिन हम इस पैसे को लेकर भागना ही नही जानते हैं।

जब हम 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करते हैं तो हमें छोटे – छोटे प्रॉफिट को लेकर भागना है जिससे हमारी पूंजी बढ़ती रहे।

दोस्तों शेयर बाजार में हम जब आते हैं तो बहुत लालची बन जाते हैं यदि हमें मार्केट 1000 रु. दे देता है तो अगले ट्रेड में हम 2 हजार चाहने लगते हैं, तीसरे ट्रेड में हम 5 हजार बनाने के चक्कर मे पड़ जाते हैं।

इसी लालच में हम एक के बाद एक ट्रेड लेते रहते हैं परिणाम यह होता है कि जो हमें पहले प्रॉफिट मिला है वो तो जाता ही है साथ ही साथ हमारी कैपिटल का भी बहुत बड़ा हिस्सा चला जाता है।

इसी लालच की वजह से अधिकांश लोग इंट्राडे ट्रेडिंग में फेल हो जाते हैं। अपने डर या लालच को कंट्रोल करना किसी के लिए भी इतना आसान नही होता है।

इसीलिए कहा जाता है कि ट्रेडिंग के लिए एक खास माइंडसेट की आवश्यकता होती है जो सबमें नही पाया जाता है।

जब तक ट्रे डिंग माइंडसेट नही बन जाता है तब तक हमें 5 – 5000 रु. से ही इंट्राडे ट्रेडिंग सीखते रहना है और यदि कुछ महीनों के प्रयास के बाद भी सफलता नही मिलती है तो अपनी गलतियों पर विचार करके उसे सुधारना जरूरी है।

यदि शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? काफी प्रयास के बाद भी ट्रेडिंग में नुकसान ही हो रहा है तो हो सकता है इंट्राडे ट्रेडिंग आपके लिए नही है आप किसी दूसरे काम पर फोकस करें।

क्योंकि जब तक आपका ट्रेडिंग मनोविज्ञान नही बनेगा तब तक आपको ट्रेडिंग में सिर्फ नुकसान ही होगा।

बेशक 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग मे हम बहुत ज्यादा पैसे नही बना पाएंगे लेकिन यदि महीने में एक हजार भी प्रॉफिट बन गया तो करीब 20 % का प्रॉफिट हुआ।

महीने का 20 प्रतिशत रिटर्न किसी भी बैंक या किसी भी अन्य वित्तीय निवेश में शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? मिलना लगभग असंभव ही होता है।

अक्सर लोग यही गलती करते हैं कि 10,000 रु. लेकर इंट्राडे ट्रेडिंग करने आते हैं और एक ही दिन में 50 हजार बनाने की कोशिश करते हैं। लेकिन ऐसा कभी होता नही है उल्टे अपने 10 हजार रुपए भी मार्केट को देकर चले जाते हैं।

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यदि आप ऊपर बताए गए तरीके पर अमल कर के छोटे – छोटे प्रॉफिट को पकड़ना सीख गए तो यकीन मानिए आप को महीने में एक – दो दिन ऐसे भी मिल जाएंगे जहां आप अपनी कैपिटल को आसानी से डबल भी कर लेंगे।

लेकिन इसके लिए आपको छोटे – छोटे पैसे लगाकर पहले प्रॉफिट को पकड़ना सीखकर अपना अनुभव बढ़ाना पड़ेगा।

निष्कर्ष ( The Conclusion )

दोस्तों, इंट्राडे ट्रेडिंग में चाहे कोई 5 हजार या 5 लाख रुपए लेकर आए लेकिन यदि उसने अपना ट्रेडिंग माइंडसेट नही विकसित किया तो सिर्फ नुकसान ही होगा।

चूंकि लोग शेयर बाजार में ज्यादा पैसे कमाने के ही लालच में आते हैं इसलिए वो ट्रेडिंग के दौरान भी अपनी लालच की भावना को कंट्रोल नही कर पाते हैं।

एक बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए कि यदि हमें ट्रेडिंग से पैसे कमाना आता है तो हम 5000 रु. से भी इंट्राडे ट्रेडिंग मे 5 लाख रुपए बना सकते हैं।

और यदि हमें प्रॉफिट बनाना और उसे लेकर जाना नही आता है तो हम 5 लाख रुपए भी कुछ ही दिनों में मार्केट में गंवा देंगे।

उम्मीद है कि जो लोग ये कहते हैं कि मेरे पास ज्यादा पैसे नही हैं मैं ट्रेडिंग कैसे करूं या जो लोग ये पूछते हैं कि क्या 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं ?

उनको जवाब मिल गया होगा कि आप बिल्कुल 5000 रु. से इंट्राडे ट्रेडिंग ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। और यदि आपने ट्रेडिंग को अच्छे से सीख लिया है तो इन 5 हजार रुपए से 5 लाख रुपए भी आसानी से और बहुत जल्दी बना लेंगे।

कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.

शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकसद पैसा कमाना ही होता है, लेकिन इनमें समय अवधि का अंतर होता है. निवेश का संबंध जहां कई वर्षों से है, वहीं ट्रेडिंग में कुछ मिनटों से लेकर कुछ साल तक के लिए पॉजिशन रखा जाता है.

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  • Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST

नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.

सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं. फाइनेंसियल मार्केट की स्थिति और जोखिम के आधार पर ट्रेडिंग की विभिन्न स्ट्रेटेजी हैं. ट्रेडर्स अपने वित्तीय लक्ष्य के शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? हिसाब से इनका चयन करते हैं. साथ ही विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग से जुड़े रिस्क और लागत को भी ध्यान में रखते हैं. आइए, यहां हम उन लोकप्रिय ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की चर्चा करते हैं, जो अधिकतर ट्रेडर अपनाते हैं.

ये भी पढ़ें- LIC के शेयर में गिरावट से सरकार चिंतित, DIPAM सचिव बोले- अस्थायी है गिरावट

इंट्राडे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में महज 1 दिन के कारोबार में भी मोटा प्रॉफिट कमाया जा सकता है. दरअसल, बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading) कहते हैं. इस स्ट्रेटेजी के तहत शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश नहीं, बल्कि 1 दिन में ही उसमें होने वाली बढ़त से प्रॉफिट कमाना होता है. इसमें चंद मिनटों से ले कर कुछ घंटे तक में ट्रेडिंग हो जाती है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि इंट्रोडे ट्रेडर्स को हमेशा प्रॉफिट ही होता हो. ट्रेडर्स अपना ट्रेड शेयर मार्केट बंद होने से पहले बंद करते हैं और प्रॉफिट या लॉस उठाते हैं. इसमें तेजी से निर्णय लेना होता है.

पॉजिशनल ट्रेडिंग

पॉजिशनल ट्रेडिंग (Positional trading) स्टॉक मार्केट शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है, जिसमें स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड किया जाता है. इस स्ट्रेटेजी के तहत ट्रेडर्स किसी स्टॉक को कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक के लिए खरीदते हैं. उसके बाद उस स्टॉक को बेच कर प्रॉफिट या लॉस लेते हैं. उनका मानना होता है कि इतनी अ​वधि में शेयर के दाम में अच्छी बढ़ोतरी होगी. निवेशक आमतौर पर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल ग्राउंड को ध्यान में रखकर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल को ध्यान में रखकर यह स्ट्रेटेजी अपनाते हैं.

स्विंग ट्रेडिंग

स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading) में टाइम पीरियड इंट्राडे से अधिक होता है. कोई स्विंग ट्रेडर अपनी पॉजिशन 1 दिन से अधिक से लेकर कई हफ्तों तक होल्ड कर सकता है. बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी कम होने के साथ प्रॉफिट बनाने की संभावना काफी अधिक होती है. यही कारण है कि अधिकतर लोग इंट्राडे की अपेक्षा स्विंग ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं.

टेक्निकल ट्रेडिंग

टेक्निकल ट्रेडिंग (technical trading) में निवेशक मार्केट में मूल्य परिवर्तन की भविष्यवाणी करने के लिए अपने टेक्निकल एनालिसिस ज्ञान का उपयोग करते हैं. हालांकि, इस ट्रेडिंग के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है. इसमें पॉजिशन 1 दिन से लेकर कई महीने तक रखा जा सकता है. शेयर मार्केट में कीमतों में उतार-चढ़ाव को निर्धारित करने के लिए अधिकतर ट्रेडर्स अपने टेक्निकल एनालिसिस स्किल का उपयोग करते हैं. टेक्निकल एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी शेयर की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया. इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है.

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एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें

एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें

आप ना केवल मूल्य में वृद्धि होने पर अभी तो मूल्य में गिरावट आने पर भी कमा सकते हैं। यदि शेयर का प्राइस गिर रहा है और आपको लगता है कि यह और गिरेगा तो इस स्थिति में आप शेयर बेचकर करके पैसे कमा सकते हैं।

निम्नलिखित कदमों का उपयोग करके आप इंट्राडे में स्टॉक्स बेचकर कमाई कर सकते हैं:

  • अपने एंजल ब्रोकिंग ऐप से सर्च आइकन को क्लिक कीजिए तथा उस स्टॉक को ढूंढिए जिसमें आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं। सबसे पहले रिजल्ट पर क्लिक कीजिए। आप यदि यह सोचते हैं की मूल्य पहले से ही बहुत अधिक है और निश्चित ही इनमें गिरावट आएगी तो Sell बटन को दबाइए।
  • Quatity फील्ड में जितने शेयर आप बेचना चाहते हैं उनकी संख्या लिखिए और उसके बाद यह निश्चित कीजिए की क्या आप मार्केट ऑर्डर प्लेस करना चाहेंगे या लिमिट ऑर्डर (मैं ऊपर समझा चुका हूं)।
  • Intraday को Product Type के रूप में चुने।
  • बाकी बचे दो फील्ड्स को ना छुएं और सेल ऑर्डर को प्लेस करने के लिए Sell बटन को दबाएं।
  • अपने सेल आर्डर के विवरण को कंफर्म करने के लिए Confirm को क्लिक करें।
  • आपका ऑर्डर एग्जीक्यूट हो जाएगा और आप तभी कमा पाएंगे यदि मूल्य में गिरावट आती शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? है तथा आपको हानि होगी यदि मूल्य में वृद्धि होती है।
  • होने वाली हानि को सीमित करने के लिए स्टॉप लॉस ऑर्डर को प्लेस करना ना भूलें।
  • तय किए गए लक्ष्यों की प्राप्ति के बाद एग्जिट करें और अपने स्टॉप लॉस ऑर्डर को कैंसिल करें।

इस प्रकार, एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे में बेचकर आप कमाई कर सकते हैं।

अस्वीकरण: इस पोस्ट में उपलब्ध सूचना केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। कृपया किसी भी सुझाव को निवेश की सलाह के रूप में ना लें। ट्रेडिंग जोखिम से संबंधित होती है इसीलिए इसे ध्यानपूर्वक करें।

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