देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट

रविवार की बड़ी इंट्रा-डे गिरावट के पीछे US ट्रेजरी द्वारा क्रिप्टोकरेंसी व्यापार में संलग्न फाइनेंशियल कंपनियों के लिए मनी लौंडरिंग की संभावित कारवाई की खबर रही. इस खबर की पुष्टि नहीं है, लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक बाजार पर इसका बड़ा असर हुआ.
देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट
नई दिल्ली. कुल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले 24 घंटों के दौरान 2.27 ट्रिलियन डॉलर से गिरकर 2.20 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गई है. जबकि, ट्रेडिंग वॉल्यूम शुक्रवार को 105.35 अरब डॉलर से बढ़कर 106.65 अरब डॉलर पर पहुंच गया. ग्लोबली बड़ी क्रिप्टोकरेंसी में, बिटकॉइन 1.05 फीसदी की थोड़ी गिरावट के साथ 38,96,376 रुपये पर पहुंच गया. जबकि, Ethereum करीब 5 फीसदी की गिरावट के साथ 3,22,112 रुपये पर आ गया.
Cardano और Avalanche 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ क्रमश: 99.89 रुपये और 6,524 रुपये पर आ गए. जबकि, Polkadot एक फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 2,258 रुपये पर पहुंच गया है. Litecoin 12,340 के स्तर पर ट्रेड कर रही है. इसमें पिछले 24 घंटों के दौरान करीब एक फीसदी की गिरावट देखी गई है. Tether पिछले 24 घंटों के दौरान 0.8 फीसदी की गिरावट के साथ 80.98 रुपये पर आ गया है.
Bitcoin में भारी गिरावट, कीमत 19,000 डॉलर के नीचे आई, हाई से 70 फीसदी घटी वैल्यू
Bitcoin की कीमत नवंबर 2021 में अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी. तब एक Bitcoin की कीमत 69,000 डॉलर पार कर गई थी.
Bitcoin की देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट कीमत नवंबर 2021 में अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी. तब एक Bitcoin की कीमत 69,000 डॉलर पार कर गई थी. एक देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट साल के अंदर ही यह सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 70 फीसदी गिरकर 20 हजार डॉलर के नीचे आ गई है.
- News18Hindi
- Last Updated : June 19, 2022, 11:08 IST
Cryptocurrency Price update: क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की हालत इस समय पस्त है. क्रिप्टो मार्केट लगभग क्रैश हो गया है. सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत 20,000 डॉलर के अपने अहम सपोर्ट लेवल से नीचे चली गई है. आज रविवार को एक बिटकॉइन की कीमत 18,487 डॉलर पर देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट चल रही है. यानी अपने पीक से इस करेंसी की वैल्यू 70 फीसदी गिर चुकी है. यही हालत ज्यादातर बड़ी करेंसी का है.
Bitcoin की कीमत नवंबर 2021 में अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी. तब एक Bitcoin की कीमत 69,000 डॉलर पार कर गई थी. एक साल के अंदर ही यह सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 70 फीसदी गिरकर 20 हजार डॉलर के नीचे आ गई है. मतलब अगर तब आप एक लाख रुपए इसमें देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट लगाए होते तो आज आपका निवेश 30 हजार रुपए से भी कम हो देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट गया होता.
Crypto Market से निवेशक निराश, बिटकॉइन में फिर से गिरावट
नई दिल्ली. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों के आज काफी निराशा हाथ लगी है. एक बार फिर से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट देखने को मिली है. मंगलवार के दिन पूरे क्रिप्टो मार्केट में गिरावट रही है. वीकेंड में बढ़ोत्तरी वाले क्रिप्टोकरेंसी ऑल्टकॉइन्स गिरावट के साथ नीचे पहुंच गए हैं. दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन एक बार फिर से 30 हजार डॉलर के नीचे पहुंच गई है. गिरावट वाले करेंसी में बिटकॉइन और ईथर भी शामिल रही हैं.
- बिटकॉइन में 3.33 फीसदी की कमी
- ईथर का रहा यह भाव
- ईथर की कीमत 6 फीसदी घटी
24 घंटों में बिटकॉइन में 3.33 फीसदी की कमी
Bitcoin Price : रूस-यूक्रेन युद्ध से क्रिप्टो में उछाल, क्या 50 देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट हजार डॉलर तक पहुंचेगी बिटक्वॉइन की कीमत?
पिछले सात दिनों में बिटकॉइन की कीमत लगभग 14 प्रतिशत बढ़ी है.
Bitcoin Price : पिछले सात दिनों में बिटकॉइन की कीमत लगभग 14 प्रतिशत बढ़ी है. आज 2 मार्च को इस रिपोर्ट को लिखे जाने के समय यह लगभग 44,000 डॉलर पर कारोबार कर रहा है. सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में 24 फरवरी को लगभग 34,900 डॉलर तक की गिरावट हुई थी, लेकिन अब इसने 23 फीसदी की बढ़त के साथ वापसी कर ली है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच बिटकॉइन मार्च 2022 में नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है. बिटकॉइन का मूल्य रूसी फिएट करेंसी रूबल के मूल्य से भी ज्यादा हो गया है.
निवेशकों को बिटकॉइन में तेजी की उम्मीद
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के चलते शेयर बाजारों में देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट गिरावट आई है, लेकिन इस बीच क्रेप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों को बिटकॉइन में तेजी की उम्मीद है. निवेशकों का मानना है कि पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन जल्द ही अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छू सकता है. निवेशकों को उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक बिटकॉइन 50,000 डॉलर के देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट स्तर तक पहुंच सकता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई ऐसे कारण हैं जिनके चलते इस महीने बिटकॉइन की कीमत नई ऊंचाई पर पहुंच सकती है. आइए जानते हैं कि वे कौन से कारण हैं.
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बिटकॉइन की कीमतों में इसलिए आ सकती है तेजी
EarthID के VP (रिसर्च एंड स्ट्रैटेजी) शरत देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट चंद्र ने FE ऑनलाइन को बताया, “बिटकॉइन ने खुद को इक्विटी मार्केट से अलग कर लिया है. जब बिटकॉइन की कीमतें बढ़ीं, तो ऐसे समय में तेल की बढ़ती कीमतों की चिंताओं के बीच S&P इंडेक्स में गिरावट आई. यूक्रेन और रूस के बीच की लड़ाई लंबे समय तक चल सकती है, इसलिए बिटकॉइन में भी तेजी की उम्मीद है और यह नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है. मंदी की आशंकाओं को देखते हुए, 2022 में फेड रेट हाइक की संख्या कम होने की उम्मीद है. ये सभी फैक्टर्स मार्च में बिटकॉइन की कीमतों को नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं.”
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ है. थिंकचैन के फाउंडर और CEO दिलीप सीनबर्ग ने कहा, “रूस-यूक्रेन युद्ध क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक टर्निंग पॉइंट हो सकता देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट है. अगर क्रिप्टो के माध्यम से नेशनल ट्रेड किया जा सकता है, तो यह निश्चित रूप से प्राइसिंग को प्रभावित करने वाला है.” उन्होंने आगे कहा कि बिटकॉइन एकमात्र डी-सेंट्रलाइज करेंसी है, जो अन्य altcoins के विपरीत कई देशों के लिए लीगल टेंडर बन सकती है, जो ज्यादातर लोगों या संगठनों के स्वामित्व वाली सेंट्रलाइज्ड एजेंसी के तहत काम करती है.
केवल 8 दिनों में 11,000 डॉलर से ज्यादा गिरा बिटकॉइन:
Bitcoin की कीमत 14 अप्रैल को 64,863.10 US डॉलर के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी. वर्तमान में यह करीब 53,520 डॉलर है. इस तरह केवल 8 दिनों में ही विश्व की सर्वाधिक प्रचलित क्रिप्टो करेंसी में 11,333 डॉलर या 17.5% की गिरावट दिखी है. बुधवार को नई ऊंचाई छूने के बाद रविवार को बिटकॉइन एक ही दिन में 14% के करीब गिरा. यह फरवरी के बाद एक दिन में इस करेंसी में सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट थी. गिरावट से बिटकॉइन अपने 3 हफ्तों के न्यूनतम स्तरों पर भी देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट पहुंच गया.
रिकॉर्ड स्तर को छूने के बाद बिटकॉइन कीमत में गिरावट की कई वजहें रही. निवेशकों की इन चिंताओं की वजह से क्रिप्टो मार्केट प्रेशर में दिख रहा है.
चीन के शिनजियांग क्षेत्र में पावर कट की वजह से क्रिप्टो माइनिंग की रफ्तार पर बड़ा असर पड़ा. विश्व की 20% से ज्यादा क्रिप्टो माइनिंग केवल इस क्षेत्र में होती है. निवेशकों को इसकी खबर देश में बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट के बाद सेल-ऑफ में तेजी देखी गई. हालांकि जानकार कहते हैं कि बिटकॉइन नेटवर्क की क्षमता पर इन पावर कट का कोई बड़ा असर नहीं है.