पीपीएफ खाता क्या है

पीपीएफ खाता खोलने के तरीके पर स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
एक पीपीएफ या पब्लिक प्रोविडेंट फंड छोटे निवेशकों के लिए नियमित रूप से कम रक़म में धन निवेश करके लॉन्ग टर्म वेल्थ बनाने का एक शानदार तरीका है। वास्तव में, निवेश के रूप में ये कई तरह के लाभ प्रदान करते हैं, जिसे आप यहां पढ़ सकते हैं।
हालांकि, सबसे आम सवाल अक्सर पूछा जाता है कि 'पीपीएफ खाता कैसे खोलें? 'जवाब सरल है। आप किसी बैंक या डाकघर में एक पीपीएफ खाता खोल सकते हैं।
यदि आप एचडीएफसी बैंक के मौजूदा ग्राहक हैं, तो आप मिनटों में एक पीपीएफ खाता ऑनलाइन खोल सकते हैं। लेकिन अगर आप बैंकिंग के पारंपरिक तरीके को पसंद करते हैं, तो आप हमारे ब्रांच का रुख़ भी कर सकते हैं।
पीपीएफ खाता खोलने के लिए आपको क्या चाहिए?
पीपीएफ खाता खोलने के लिए, आपको निम्नलिखित डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता होगी:
पहचान प्रमाण (मतदाता आईडी/पैन कार्ड/आधार कार्ड)
पासपोर्ट आकार की तस्वीरें
पे-इन-पर्ची (बैंक शाखा/डाकघर में उपलब्ध)
पीपीएफ खाता खोलने के लिए कौन एलिजिबल है?
कोई भी भारतीय नागरिक पीपीएफ खाता खोल सकता है। आप अपने नाम पर या नाबालिग की ओर से खाता खोल सकते हैं।
पीपीएफ खाता ऑफ़लाइन कैसे खोलें?
अधिकांश बैंक ऑनलाइन पीपीएफ खातों को खोलने की सुविधा प्रदान करते हैं। हालांकि, आप अपने निकटतम डाकघर में ऑफ़लाइन पीपीएफ खाता भी खोल सकते हैं। स्टेप बाय स्टेप गाइड इस प्रकार है-
अपने क्षेत्र में निकटतम डाकघर या उप-पोस्ट ऑफिस से एक एप्लीकेशन फॉर्म प्राप्त करें।
फॉर्म भरें और इसे आवश्यक केवाईसी दस्तावेजों और पासपोर्ट आकार की तस्वीर के साथ जमा करें।
डाकघर पीपीएफ खाता खोलने के लिए आवश्यक प्रारंभिक जमा 500 रुपये है और शुरू में अनुमत अधिकतम राशि 70,000 रुपये है। हालांकि, एक वर्ष के भीतर अनुमत अधिकतम जमा राशि 1.5 लाख रुपये है।
एक बार सभी दस्तावेजों को प्रारंभिक जमा राशि के साथ जमा कर दिया जाता है, तो आवेदक को पीपीएफ खाते के लिए एक पासबुक सौंप दिया जाएगा। पासबुक में सभी विवरण शामिल होंगे जैसे खाता धारक का नाम, पीपीएफ खाता संख्या, शाखा का नाम इत्यादि।
पीपीएफ खाता ऑनलाइन कैसे खोलें?
यदि आप एचडीएफसी ग्राहक हैं, तो आप किसी भी समय 24X7, एक पीपीएफ खाता ऑनलाइन खोल सकते हैं। प्रक्रिया तत्काल और पेपरलेस है। यहां एक स्टेप वाइज गाइड दिया गया है:
महत्वपूर्ण बिंदु:
आपको एक एचडीएफसी बैंक बचत खाता धारक होना चाहिए।
आपके पास अपने खाते के लिए नेट-बैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग सक्षम होना चाहिए।
आपका आधार नंबर आपके खाते से जोड़ा जाना चाहिए।
आपका आधार नंबर जो बैंक अकाउंट से जुड़ा हुआ है, वह एक ओटीपी प्राप्त करने के लिए सक्रिय होना चाहिए जिसका उपयोग पीपीएफ खाते के ओपनिंग के समय ई-साइन/ई-अधिकृत करने के लिए किया जाता है।
एक पीपीएफ खाता ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया।
एचडीएफसी बैंक नेटबैंकिंग में साइन इन करें।
खातों के अंतर्गत, 'पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड' के बैनर पर क्लिक करें।
अगली स्क्रीन में दिखाए गए विवरण की पुष्टि करें और वह राशि दर्ज करें जो आप जमा करना चाहते हैं।
चुनें कि क्या आप एक नामांकित व्यक्ति जोड़ना चाहते हैं और 'सबमिट' पर क्लिक करें।
यदि आपका आधार पहले से ही आपके खाते से जुड़ा हुआ है, तो आपका फॉर्म जमा कर दिया जाएगा, और आपको एक नोटिफिकेशन मिलेगा कि आपका खाता एक वर्किंग डे में खोला जाएगा।
यदि आपका आधार लिंक नहीं है, तो प्रक्रिया को पूरा करने में सक्षम होने के लिए आपको पहले इसे लिंक करना होगा।
एक बार जब आप एक पीपीएफ खाता ऑनलाइन खोल देते हैं, तो आप सीधे अपने बचत खाते से अपने पीपीएफ खाते में धनराशि ट्रांसफर कर सकते हैं।
अपना पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड अकाउंट खोलने की शुरुआत करने के लिए यहां क्लिक करें।
* इस आलेख में दी गई जानकारी प्रकृति में और केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए सामान्य है। यह आपकी परिस्थितियों में विशिष्ट सलाह के लिए एक विकल्प नहीं है। किसी भी कार्रवाई से किसी भी/बचना करने से पहले आपको विशिष्ट पेशेवर सलाह प्राप्त करने की अनुशंसा की जाती है।
PPF के एक-दो नहीं बल्कि कई सारे हैं फायदे, आप जानते हैं इनके बारे में?
पीपीएफ खाते पर हर तीन महीने में सरकार ब्याज दरों की घोषणा करती है. वर्तमान में पीपीएफ खाते की ब्याज दर 7.10 प्रतिशत वार्षिक है. पीपीएफ खाते पर जमा राशि पर ब्याज की गणना हर महीने की 5 तारीख के बाद, महीने के आखिरी दिन तक के सबसे कम बैलेंस पर की जाती है.
- News18Hindi
- Last Updated : April 24, 2022, 10:58 IST
Public Provident Fund: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भारत में सबसे लोकप्रिय बचत योजनाओं में से एक है. सबसे खास बात यह है कि पीपीएफ भले ही खाता एक है, लेकिन इसके फायदे अनेक हैं. यह फ्यूचर फाइनेंशियल गोल को हासिल करने का एक शानदार प्लान है. सबसे अच्छी बात यह है कि यह योजना केंद्र सरकार की है तो इसमें निवेश किये गए पैसे और रिटर्न सुरक्षित तथा गारंटीड होते हैं. अगर इसके फायदे गिनाएं तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड में छोटी बचत का निवेश करके उस पर रिटर्न हासिल किया जा सकता है. इस स्कीम को रिटायरमेंट के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. पीपीएफ की अवधि 15 सालों की है. इसे पांच सालों के लिए बढ़ाया भी जा सकता है.
तमाम लोग पीपीएफ में निवेश करते हैं फिर भी बहुत से लोगों को इसके सभी फायदों के बारे में जानकारी नहीं होती है. यहां हम चर्चा कर रहे हैं कि पीपीएफ खाता क्या होता है, इसे कैसे खुलवाया जा सकता है और इसके क्या-क्या फायदे होते हैं.
बच्चों के लिए पीपीएफ अकाउंट
आप बच्चों के लिए भी पीपीएफ खाता खुलवा सकते हैं. बच्चों के लिए PPF अकाउंट से काफी मदद मिल सकती है. अगर आप कम उम्र में अपने बच्चे के लिए यह खाता खुलवाते हैं तो बच्चे के बड़े होने तक अकाउंट मैच्योर हो चुका होगा या मैच्योर के करीब होगा. अगर आप 5 साल के बच्चे का पीपीएफ खाता खुलवाते हैं तो जब तक यह खाता मैच्योर होगा, बच्चा भी 20 साल का हो पीपीएफ खाता क्या है जाएगा. आपके पास बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए एक अच्छी राशि जमा हो जाएगी. पीपीएफ खाते को 5 वर्ष के लिए और आगे बढ़ाया जा सकता है.
किसी बच्चे का पीपीएफ अकाउंट उसके माता-पिता या कानूनी अभिभावकों द्वारा संचालित किया जा सकता है. एक बच्चे के लिए एक ही खाता खोला जा सकता है.
15 साल के लिए खाता
पीपीएफ खाते की परिपक्वता यानी मैच्योरिटी 15 साल में होती है. यानी आप 15 साल से पहले इस खाते से पैसा नहीं निकाल सकते. 15 साल तक पैसा जमा रहने से ब्याज मूलधन में जमा होता जाता है और फिर उस पर ब्याज मिलता है. 15 साल बाद इस खाते को 5-5 साल के लिए अपनी जरूरत के हिसाब से आगे बढ़ा सकते हैं.
हालांकि, जरूरत के समय आप समय से पहले भी इस खाते को बंद करवा सकते हैं. खाता खोलने के 5 साल बाद खास स्थिति में यह खाता बंद करवाया जा सकता है.
केवल एक खाता
एक व्यक्ति केवल एक ही पीपीएफ खाता खोल सकता है. इसे आप संयुक्त खाते के रूप में भी नहीं खुलवा सकते. अगर आप एक से अधिक पीपीएफ खाते खुलवाते हैं तो केवल एक खाते पर ही ब्याज मिलेगा, एक ही खाते में जमा राशि पर टैक्स लाभ मिलेगा. अन्य खाते बेकार माने जाएंगे.
सरकार तय करती है ब्याज दर
पीपीएफ खाते पर हर तीन महीने में सरकार ब्याज दरों की घोषणा करती है. वर्तमान में पीपीएफ खाते की ब्याज दर 7.10 प्रतिशत वार्षिक है. दरअसल, सरकार अपनी सिक्यॉरिटीज पर मिले रिटर्न के आधार पर हर तिमाही पीपीएफ के लिए ब्याज दरों का ऐलान करती है.
पीपीएफ खाते पर जमा राशि पर ब्याज की गणना हर महीने की 5 तारीख के बाद, महीने के आखिरी दिन तक के सबसे कम बैलेंस पर की जाती है. इसलिए PPF निवेशकों को प्रत्येक महीने की 5 तारीख से पहले अपने खाते में पैसा जमा करने की सलाह दी जाती है.
टैक्स की बचत
पीपीएफ खाते का एक बड़ा फायदा है कि टैक्स की बचत. इस खाते में जमा रकम, इस पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम टैक्स के दायरे में नहीं आती है. PPF को ट्रिपल टैक्स बेनिफिट वाली स्कीम कहा जाता है. इस खाते में जमा अधिकतम 1.5 पीपीएफ खाता क्या है लाख रुपये की राशि पर आप टैक्स छूट के लिए दावा कर सकते हैं.
500 रुपये जमा करने की जरूरत
पीपीएफ खाते को 15 साल तक सक्रिय बनाए रखने के लिए इसमें हर साल पैसा डालना जरूरी होता है. आप एक साल में कम से कम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा करवा सकते हैं. 1.5 लाख रुपये से अधिक की राशि पर न तो ब्याज मिलेगा और न ही टैक्स छूट का फायदा.
लोन की सुविधा
आप अपने पीपीएफ अकाउंट में जमा राशि के बदले में लोन भी ले सकते हैं. खाता खोलने की तारीख से तीन वर्ष पूरे होने के बाद लोन लिया जा सकता है. इसके अलावा खाता खुलवाने के 5 साल बाद विशेष परिस्थिति में आप इसमें के कुछ रकम निकाल भी सकते हैं.
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Public Provident Fund: पीपीएफ खाते से पैसा निकालने के क्या हैं नियम? योग्यता, डॉक्यूमेंट और टैक्स बेनिफिट पर पूरी डिटेल
टैक्स बेनिफिट्स और रिटर्न चाहने वालों के लिए पीपीएफ एक लंबी अवधि के लिए किया गया सुरक्षित निवेश विकल्प है.
PPF खाता खोलने के लिए अधिकतम आयु सीमा तय नहीं है. सिंगल पेरेंट्स या पेरेंट्स अपने नाबालिग बच्चे के नाम पर पीपीएफ खाता खुलवा सकते हैं.
Public Provident Fund: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) को टैक्स बेनिफिट्स और निवेश की नजरिए से सबसे सेफ और लंबी अवधि का निवेश माना जाता है. क्योंकि पीपीएफ में निवेश करने के साथ ही इसका प्रबंधन करना बहुत आसान होता है. PPF बहुत ही उपयोगी और अच्छा रिटर्न देने वाला लंबी अवधि का निवेश है.
पीपीएफ खाते से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां
पीपीएफ खाता खोलने के लिए पहली शर्त आप का भारतीय नागरिक होना है. साथ ही यह स्पष्ट नियम है कि कोई भी व्यक्ति एक नाम से कई पीपीएफ खाते नहीं खोल सकता है. ऐसे में यदि आप अपने नाम से दो पीपीएफ खाते खोलना चाहते हैं तो आप को अपने विचारों को थोड़ा सा बदलना पड़ेगा.
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कई बार लोग सवाल करते हैं कि एक से ज्यादा बैंकों में एक ही नाम से खाते खोले जा सकते हैं तो फिर एक ही नाम से पीपीएफ खाते क्यों नहींं खोले जा सकते? तो उनके सवालों का जवाब है कि पीपीएफ खाते में और बैंक खाते में मौलिक अंतर है. पीपीएफ खाता लंबे समय के लिए निवेश के उद्देश्य से खोला जाता है, जबकि बैंक में सेविंग या करंट अकाउंट अपने रकम को सुरक्षित रखने के लिए खोले जाते हैं.
पीपीएफ खाता खोलने के लिए अधिकतम आयु सीमा का कोई भी नियम नहीं है. इसलिए आप किसी भी आयु वर्ग में क्यों न आते हो आप अपना खाता खोल सकते हैं. इसके साथ सिंगल पेरेंट या पेरेंट्स अपने नाबालिग बच्चे के नाम से भी पीपीएफ खाता खोल पीपीएफ खाता क्या है सकते हैं. साथ ही वो NRI नागरिक अपने उस पीपीएफ खाते को जारी रख सकते हैं, जो उन्होंने भारत के सामान्य नागरिक के रूप में देश में निवास के दौरान खोला हो.
पीपीएफ पीपीएफ खाता क्या है खाते में कितना निवेश किया जा सकता है?
बैंक बाजार. कॉम के सीईओ आदिल शेट्टी के मुताबिक, “आप 100 रुपये के साथ अपना पीपीएफ खाता खोल सकते हैं. हालांकि एक वित्त वर्ष में पीपीएफ पीपीएफ खाता क्या है खाते में कम से कम 500 रुपये जमा करना जरूरी है. जबकि पीपीएफ खाते में ज्यादा से ज्यादा 1,50,000 रुपये जमा करा सकते हैं. पीपीएफ खाते से आप को टैक्स डिडक्शन से जुड़े लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं. लेकिन यदि आपने एक वित्त वर्ष में अपने पीपीएफ खाते में 1.5 लाख से ज्यादा की राशि जमा कराई है तो आप को अधिकतम सीमा से ज्यादा जमा कराई गई रकम पर किसी भी प्रकार का ब्याज नहीं मिलेगा.”
यही नियम उन पीपीएफ के उन खातों पर लागू होगा जो सिंगल पेरेंट या पेरेंट्स द्वारा अपने नाबालिग बच्चे के नाम से खोला गया है. इन खातों के लिए भी निवेश की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये ही तय है. यानी की माता-पिता को अपने बच्चे के पीपीएफ खाते में 1.5 लाख से ज्यादा रकम का निवेश नहीं करनी चाहिए.
पीपीएफ खाता खोलने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
पीपीएफ खाता खोलने के लिए जरुरी फॉर्म भरते समय आप के पास आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, पासपोर्ट साइज की फोटों और पेन कार्ड की सेल्फ अटेस्टेड फोटो कॉपी होनी चाहिए. वहीं नाबालिग के नाम से पीपीएफ खाता खोलने के लिए बच्चे के पासपोर्ट साइज फोटों के साथ ही उसका जन्म प्रमाण पत्र और पेरेंट्स की KYC की जानकारी की जरुरत होती है.
पीपीएफ से पैसा निकालने के नियम
सरकार द्वारा पीपीएफ खाते से पैसा निकालने के नियमों को थोड़ा सख्त रखा गया है. ताकि निवेशक पैसा निकालते समय ज्यादा सावधानी बरतें, हालांकि सरकार द्वारा निवेशक को आवश्यकताओं के अनुसार धन की निकासी का अधिकार दिया गया है. यानी सरकार ने निवेशक को ये अधिकार दिया है कि निवेशक अलग अलग परिस्थितियों के आधार पर तय की गई सीमा तक पैसे निकाल सकता है.
पीपीएफ खाताधारकों के लिए जरुरी जानकारी
इस बात में किसी भी प्रकार को कोई संदेह नहीं है कि पीपीएफ बेहद सुरक्षा, टैक्स बेनिफिट्स और गारंटी के साथ रिटर्न देता है, लेकिन खाता धारक को ये बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि पीपीएफ खाते में निवेश लंबी अवधी के लिये किया जाता है. हालांकि केन्द्र सरकार द्वारा पीपीएफ में निवेशित रकम पर देय ब्याज दर में बदलाव किया जा सकता है.
पीपीएफ लंबी अवधि के लिए एक सुरक्षित निवेश विकल्प है और उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो आकर्षक कर लाभ और ईपीएफ जैसे रिटर्न चाहते हैं जो केवल वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए उपलब्ध है.
PPF Account: जानिए- करोड़पति बनने के लिए हर माह पीपीएफ खाते में जमा करें कितनी रकम?
PPF Account: पीपीएफ खाते में हर साल 1.5 लाख रुपये लगातार 25 साल तक जमा करने पर वर्तमान 7.1 फीसदी की दर से मिलने वाले ब्याज के हिसाब से आप करोड़पति बन सकते हैं.
Published: July 14, 2021 10:04 AM IST
PPF Account: पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) सरकार द्वारा चलाई जा रही एक तरह से स्माल सेविंग स्कीम है जिसको लेकर निवेशकों को कोई जोखिम नहीं रहता है. लंबे समय तक निवेश करने के लिए यह एक अच्छा विकल्प है. रिटायरमेंट के समय इसका बड़ा फायदा मिलता है. इसमें बहुत ज्यादा फायदा तो नहीं मिल पाता है लेकिन इससे मिलने वाली आया टैक्स फ्री होती है. साथ ही 80 सी के तहत इस पर टैक्स छूट भी ली जा सकती है. आयकर की धारा के तहत इस पर मिलने वाला ब्याज कर रहित होता है.
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पीपीएफ खाते पर मिलने वाला ब्याज अन्य बचत योजनाओं का तुलना में ज्यादा होता है. पीपीएफ पर उसी तरह से गारंटीड रिटर्न मिलता है जैसे अन्य स्कीम पर मिलता है. पीपीएफ में निवेश एकमुश्त किया जा सकता है या 12 समान किस्तों में किया जा सकता है. एक वित्त वर्ष में इसमें कम से कम 500 रुपये या अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है. फिलहाल पीपीएफ पर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है और इसका टेन्योर 15 साल का होता है. अगर किसी ने नियमित रूप से पीपीएफ खाते में निवेश किया है तो उसको रिटायरमेंट पर एक करोड़ रुपये मिल सकते हैं.
पीपीएफ कैलकुलेटर
पीपीएफ खाते से एक करोड़ रुपये पाने के लिए निवेशक के 25 साल तक पैसे जमा करने होते हैं और इस समय 7.1 फीसदी की दर से मिलने वाले ब्याज पर गणना करने पर उसे यह रकम मिल सकती है. अगर यह माना जाए कि कोई व्यक्ति 25 साल तक 1.5 लाख रुपये हर साल निवेश करता है तो उसे अंत में 1 करोड़ रुपये वर्तमान ब्याज दर के हिसाब से मिलेंगे. इस पर ज्यादा समय के लिए चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है. जिससे यह रकम बढ़कर एक करोड़ रुपये हो जाती है.
जितने ही ज्यादा समय के लिए पीपीएफ में निवेश किया जाता है उतना ज्यादा ही रिटर्न मिलता है. अगर कोई हर साल 1.5 लाख रुपये 20 साल तक जमा करता है तो अंत वर्तमान ब्याज दर के हिसाब से उसको 66.60 लाख रुपये मिलेंगे. अगर अगले 5 साल के लिए निवेश के समय को बढ़ा दिया जाए तो पीपीएफ बैलेंस एक करोड़ रुपये हो जाएगा.
पीपीएफ खाते को और समय के लिए बढ़ाने के नियम
पीपीएफ खाते के मैच्योरिटी का समय 15 साल का होता है. लेकिन इसको आगे भी बढ़ाया जा सकता है. इसके लिए बैंक में जाकर आपको एक फॉर्म भरना पड़ता है. जिसमें निवेश का विकल्प दिया रहता है. पांच साल के समय में आप इसकी समय सीमा को आगे बढ़ा सकते हैं.
पीपीएफ से टैक्स लाभ
पीपीएफ खाते से ईईई कैटेगरी के तहत टैक्स छूट भी मिलता है. जिसमें एक वित्त वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर कर लाभ मिलता है. इतना ही नहीं, पीपीएफ खाते पर मिलने वाला ब्याज और परिपक्वता के समय मिली रकम दोनों ही कर मुक्त होते हैं.
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पीपीएफ अकाउंट कैसे काम करता है, आपको इससे क्या फायदा है?
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ अकाउंट पीपीएफ खाता क्या है निवेश का विकल्प है. इस खाते में सालाना 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है. ब्याज आय पर भी कोई टैक्स नहीं लगता है. मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी टैक्स के दायरे में नहीं आती है. इतने सारे टैक्स बेनिफिट को देखते हुए लोग अपने बैंक/पोस्ट ऑफिस में पीपीएफ खाता खुलवाते हैं. इसकी मदद से लोग काफी रकम जोड़ लेते हैं.
कितने समय में मैच्योर होती है रकम?
पीपीएफ खाते में 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है. यानी इसमें 15 साल से पहले पैसा नहीं निकाल सकते हैं. मैच्योरिटी पर निवेशक को दो विकल्प मिलते हैं: 1. खाते से पैसे को निकाल ले और खाता बंद कर दे. 2. पांच साल के ब्लॉक में खाते को चालू रखे.
अकाउंट बंद करने की प्रक्रिया पीपीएफ खाता क्या है क्या है?
अगर आप खाते को बंद करने का विकल्प चुनते हैं तो आपको उस बैंक की ब्रांच/पोस्ट ऑफिस जाना पड़ेगा जहां खाता खुला है. खाते में जमा पैसे को निकालने और इसे बंद करने के लिए एक लिखित आवेदन देना होगा. इसके लिए ओरिजनल पासबुक की जरूरत होगी. उस बैंक खाते की डिटेल देनी होगी, जिसमें पैसे को ट्रांसफर कराना है. कैंसल किए हुए चेक के साथ पते और पहचान का प्रूफ अटैच करना होगा. खाते की लॉक-इन अवधि पूरी हो गई है कि नहीं, बैंक/पोस्ट ऑफिस इसे चेक करेगा. अगर ऐसा हो गया है तो खाते को बंद कर दिया जाएगा. मैच्योरिटी की रकम बताए गए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी.
पांच साल के ब्लॉक में खाते को चालू रखने की प्रक्रिया क्या है?
इस मामले में आपको खाते के मैच्योर होने के एक साल के भीतर एक निर्धारित फॉर्म में बैंक/पोस्ट ऑफिस को लिखित में सूचना देने की जरूरत होती है. आप बिना किसी नए कॉन्ट्रिब्यूशन के जमा रकम के साथ खाते को पीपीएफ खाता क्या है चालू रख सकते हैं. दूसरा विकल्प यह है कि आप निवेश करते हुए ऐसे डिपॉजिट पर टैक्स डिडक्शन का फायदा उठाते रहें. मैच्योरिटी के बाद पांच साल का एक ब्लॉक पूरा हो जाने पर खाते को और पांच वर्ष के लिए चालू रखा जा सकता है. इस क्रम को जब तक चाहें चला सकते हैं. अकाउंट जब तक बंद नहीं किया जाता है, तब तक इससे ब्याज आय होती रहेगी.
किन बातों का रखें ध्यान
1-कर्ज वसूलने के लिए किसी व्यक्ति का पीपीएफ खाता जब्त नहीं किया जा सकता है. कोर्ट भी पीपीएफ खाते की रकम से कर्ज का भुगतान करने के लिए नहीं कह सकता है. 2-खाते के पहले 15 साल के दौरान 7वें साल से कुछ शर्तों के साथ आंशिक भुगतान संभव है.
(इस पेज की सामग्री सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) के सौजन्य से. गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान.)
Web Title : how does a ppf account work, how do you benefit from it?
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