क्या मैं विदेशी मुद्रा में पैसे कमा सकता हूं

मोदी शासन के दौरान भारत पर विदेशी कर्ज (Debt on India during Modi Government 2014 to 2019)
10 साल के लिए कौन से स्टॉक अच्छे हैं? यहाँ बताया हैं!
कौन से स्टॉक बहुत लंबी अवधि के लिए होल्ड करने के लिए अच्छे हैं - 5,7 या 10 साल भी? यह मेरे लिए सबसे अधिक पूछे जाने वाले प्रश्नों में से एक है। इसलिए मैंने एक बार और सभी के लिए इसका उत्तर यहीं देने का फैसला किया। एक स्पॉइलर के रूप में, ऐसी कोई सिफारिश नहीं है जिसे मैं बाहर करने जा रहा हूं, लेकिन इस पर मेरा व्यक्तिगत विचार क्या है, इसके बारे में यहां अपने दिल की बात लिखूंगा।
इसलिए, इस प्रश्न का उत्तर केवल 3 शब्दों में देना है - मुझे नहीं पता :) मेरे लिए यह अनुमान लगाने का कोई तरीका नहीं है कि कोई कंपनी अगले 10 वर्षों में कैसा प्रदर्शन करेगी। मैं यह अनुमान भी नहीं लगा सकता कि अगले घंटे क्या होने वाला है, 10 साल की समय क्या मैं विदेशी मुद्रा में पैसे कमा सकता हूं सीमा तो दूर की बात है। इतने लंबे समय के लिए ऐसा बहुत कुछ है क्या मैं विदेशी मुद्रा में पैसे कमा सकता हूं जो मनुष्य की क्षमता से परे है। उदाहरण के लिए, वहां कौन सी सरकार होगी, नई नीतियां, नियामक ढांचा, ब्याज दरें, तकनीकी प्रगति, कंपनी के शीर्ष प्रबंधन में बदलाव, उत्पाद की प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त, देश की जीडीपी, भू-राजनीतिक परिदृश्य, मुद्रास्फीति दर और मैं कर सकता हूं आगे बढ़ते रहो…
$ डॉलर कमाने का तरीका – घर बैठे डॉलर में पैसे कैसे कमाए
How to Earn Money in Doller Hindi: दोस्तों हर कोई व्यक्ति अपने जीवन में अधिक पैसे कमाना चाहता है और Google पर यह सर्च करता रहता है की “पैसे कैसे कमाए”. लेकिन जिस इंसान के पास ज्ञान है और अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल करता क्या मैं विदेशी मुद्रा में पैसे कमा सकता हूं है तो उसके लिए अधिक पैसा कमाना कोई बड़ी बात नहीं है. अधिक पैसे कमाने का बढ़िया जरिया है कि आप डॉलर में पैसे कमाओ.
पर बहुत सारे लोगों को डॉलर क्या है के बारे में पता नहीं रहता है और जिन्हें पता भी रहता है तो उनको आईडिया नहीं रहता है कि डॉलर में पैसे कैसे कमाए . अगर आपको भी डॉलर के बारे में पता नहीं है या डॉलर से पैसे कमाने के बारे में पता नहीं है तो आप एकदम सही लेख पर आये हैं.
आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको 5 ऐसे तरीकों के बारे में बताने वाले हैं जिनके द्वारा आप आसानी से डॉलर में पैसे कमा सकते हैं और अधिक पैसे कमा कर अपनी जरूरतों और शौक को पूरा कर सकते हैं.
डॉलर क्या है (What is Doller in Hindi)
डॉलर एक विदेशी मुद्रा या Currency है जो 20 से अधिक देशों में इस्तेमाल की जाती है. जिस प्रकार से भारत की मुद्रा रुपया है वैसे ही अमेरिका की मुद्रा का नाम डॉलर है. कुछ अन्य देशों की मुद्रा निम्न है जैसे कि –
- अमेरिका की मुद्रा – अमेरिकी डॉलर (USD)
- ऑस्ट्रेलिया की मुद्रा – ऑस्ट्रेलियन डॉलर (AUD) क्या मैं विदेशी मुद्रा में पैसे कमा सकता हूं
- सिंगापूर की मुद्रा – सिंगापूर डॉलर (SGD)
- कनाडा की मुद्रा – कैनेडियन डॉलर (CAD)
इसी प्रकार से अमेरिका की मुद्रा का नाम डॉलर हैं. 1 डॉलर की कीमत लगभग 75 रूपये के आस – पास है. अभी तक आप समझ गए होंगे कि डॉलर क्या है अब जानते हैं कि आखिर हम किस प्रकार से घर में रहकर डॉलर में पैसे कमा सकते हैं.
डॉलर में पैसे कैसे कमाए (How to Earn Money in Doller Hindi)
डॉलर में पैसे कमाने के लिए आप निम्न पांच तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इन पाँचों तरीकों से पैसे कमाने के लिए आपको शुरूवात में मेहनत करनी होगी और फिर आप बाद में आप दिन-रात डॉलर में पैसे कमाते रहेंगे.
- ब्लॉग या वेबसाइट बनाकर गूगल की मदद से डॉलर कमाए
- YouTube चैनल बनाकर Adsense से डॉलर कमाए
- Affiliate Marketing करके डॉलर Earn करे
- Freelancing करके डॉलर में पैसे कमाए
- Quora के द्वारा कमा सकते हो डॉलर
डॉलर कमाने का तरीका (Dollar Kamane Ka Tarika)
अब इन सभी के बारे में एक – एक कर जानते हैं आखिर ये इनके माध्यम से डॉलर में पैसे क्या मैं विदेशी मुद्रा में पैसे कमा सकता हूं कैसे कमाए जाते हैं.
1 – ब्लॉग या वेबसाइट बनाकर गूगल एडसेंस के द्वारा डॉलर में पैसे कमाए
डॉलर में पैसे कमाने का सबसे अच्छा तरीका है आप अपना खुद का एक ब्लॉग शुरू कर लें. जिन लोगों को ब्लॉग के बारे में ज्यादा पता नहीं है तो उनकी जानकारी के लिए बता दूँ ब्लॉग एक ऐसा जरिया है जिसके द्वारा आप क्या मैं विदेशी मुद्रा में पैसे कमा सकता हूं अपने ज्ञान, अनुभव या राय को दुनिया तक इन्टरनेट के माध्यम से पहुंचा सकते हैं.
जैसे आप अभी यह लेख पढ़ रहे हैं तो यह भी एक ब्लॉग ही है. अगर आपको blogging के बारे में और अधिक जानना है तो हमने पहले से ही अपने ब्लॉग में ढेरों सारे पोस्ट Blogging से Related लिखे हुए हैं जिन्हें पढ़कर आपको Blogging की सारी जानकारी मिल जायेगी.
Blog बनाने के कुछ दिन आपको आपको अपने Blog को Google AdSense Approval के लिए भेजना पड़ता है और फिर Google की टीम आपका Blog Check करके Approval दे देती है. और आप अपनी वेबसाइट पर AdSense के Ad लगाकर कमाई कर सकते हैं.
क्या भारत सरकार नए नोट छापकर विदेशी कर्ज चुका सकती है?
दिसम्बर 2014 में भारत के ऊपर कुल विदेशी ऋण 462 अरब डॉलर था जो कि सकल घरेलू उत्पाद का 23.2% था. लेकिन इसमें साल दर साल वृद्धि होती गयी और क्या मैं विदेशी मुद्रा में पैसे कमा सकता हूं जून 2019 में बढ़कर 557 अरब डॉलर हो गया है जो कि सकल घरेलू उत्पाद का 19.8% है. आंकड़े बताते हैं कि पिछले 5 सालों में मोदी सरकार के शासन में देश के ऊपर 95 अरब डॉलर का कर्ज बढ़ा है. लोग यह तर्क दे रहे हैं क्या इस कर्ज को भारत में नयी करेंसी छापकर चुकाया जा सकता है? आइये समझते हैं कि क्या ऐसा संभव है?
जब भारत सरकार कितने भी करेंसी नोट्स छापने के लिए स्वतंत्र है और उसके पास नोट छापने की पूरी मशीनरी और सामग्री भी है. तो आखिर क्यों सरकार नए नोट छापकर विदेशी कर्ज नहीं चुकाती है?आइये जानते हैं कि क्या ऐसा संभव है?
विदेशी मुद्रा भंडार को दिखावे के लिए नहीं रखा गया है: शक्तिकांत दास
बिजनेस डेस्कः आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा कि फॉरेक्स रिजर्व को दिखावे के लिए नहीं रखा गया है बल्कि ऐसे समय पर इस्तेमाल के लिए जमा किया गया है। दरअसल, आरबीआई ने रुपए में जारी गिरावट को रोकने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का इस्तेमाल किया जिसकी थोड़ी आलोचना हुई थी। दास ने इसी संबंध में आरबीआई की स्थिति साफ की। उन्होंने कहा कि फॉरेक्स रिजर्व को काम में लाना इसलिए जरूरी है ताकि एक्सचेंज रेट में बड़ी अस्थिरता से बचा जा सके।
बकौल दास, “कुछ लोगों ने कहा कि आरबीआई भंडार (विदेशी मुद्रा) को अंधाधुंध खर्च कर रही है, ऐसा नहीं है। हमने इन्हें बचाकर ऐसे ही समय के लिए रखा है, मैं पहले भी कह चुका हूं कि आपको बरसात में अपने छाते का इस्तेमाल करना ही पड़ता है। हमने रिजर्व को केवल दिखावे के लिए नहीं रखा है।”
रुपए की स्थिति में सुधार
आरबीआई ने गिरते रुपए को उठाने के लिए डॉलर की बिक्री शुरू की थी जिससे देश के फॉरेक्स रिजर्व को तगड़ा झटका लगा था। 4 क्या मैं विदेशी मुद्रा में पैसे कमा सकता हूं नवंबर को भारत का फॉरेक्स रिजर्व 530 अरब डॉलर हो गया था जो इससे पिछले साल के समान समय के मुकाबले 111 अरब डॉलर था। अब रुपए की स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपए में 4 साल की सबसे बड़ी एकदिनी बढ़त देखने को मिली। रुपया अपने 2 माह के सर्वोच्च स्तर 80.80 पर पहुंच गया। जबकि हाल ही में भारतीय करेंसी गिरावट के नए रिकॉर्ड बनाते हुए 1 डॉलर के मुकाबले 83 के स्तर को भी छू गई थी। दास ने कहा कि फॉरेक्स रिजर्व से खर्च के बावजूद भंडार अभी संतोषजनक स्थिति में है।
शक्तिकांत दास ने कहा, ‘पूरी दुनिया ने कई झटके झेले हैं। मैंने इन्हें तीन झटके कहता हूं। पहला कोविड-19 महामारी, फिर यूक्रेन में युद्ध और अब वित्तीय बाजार में उथल-पुथल।’ आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वित्तीय बाजार में उथल-पुथल मुख्य रूप से केंद्रीय बैंकों द्वारा दुनिया भर में सख्त मौद्रिक नीति से उत्पन्न हो रही है। विशेष रूप से विकसित देशों के कारण और इनके अप्रत्यक्ष नुकसान भारत समेत उभरती अर्थव्यवस्थाओं को झेलना पड़ रहे हैं।
क्या भारत सरकार नए नोट छापकर विदेशी कर्ज चुका सकती है?
दिसम्बर 2014 में भारत के ऊपर कुल विदेशी ऋण 462 अरब डॉलर था जो कि सकल घरेलू उत्पाद का 23.2% था. लेकिन इसमें साल दर साल वृद्धि होती गयी और जून 2019 में बढ़कर 557 अरब डॉलर हो गया है जो कि सकल घरेलू उत्पाद का 19.8% है. आंकड़े बताते हैं कि पिछले 5 सालों में मोदी सरकार के शासन में देश के ऊपर 95 अरब डॉलर का कर्ज बढ़ा है. लोग यह तर्क दे रहे हैं क्या इस कर्ज को भारत में नयी करेंसी छापकर चुकाया जा सकता है? आइये समझते हैं कि क्या ऐसा संभव है?
जब भारत सरकार कितने भी करेंसी नोट्स छापने के लिए स्वतंत्र है और उसके पास नोट छापने की पूरी मशीनरी और सामग्री भी है. तो आखिर क्यों सरकार नए नोट छापकर विदेशी कर्ज नहीं चुकाती है?आइये जानते हैं कि क्या ऐसा संभव है?