एमए क्या है?

इंडियन एक्सप्रेस की पिछले साल प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार यह कहा गया था कि एमए क्या है? मोदी राजनीति विज्ञान में एमए हैं और वे फर्स्ट क्लास अंकों से पास हुए थे. गुजरात विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति एमएन पटेल ने कहा था कि मोदी ने राजनीति विज्ञान में ग़ैर-संस्थागत छात्र के बतौर एमए में 63.3 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. पहले वर्ष में उन्होंने 800 में से कुल 499 अंक हासिल किए थे. जबकि दूसरे वर्ष में 400 में से 262 अंक उन्हें मिले थे.’
डबल ग्रेजुएशन क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंदूसरे शब्दों इसे डबल डिग्री सिस्टम भी कहते हैं। इसके तहत एक समयावधि में छात्र एक एमए क्या है? ही विश्वविद्यालय से दो कोर्स की डिग्री महज एक वर्ष या अधिक समय व्यतीत कर प्राप्त कर सकते हैं। इस दोनों कोर्स में से एक परम्परागत कोर्स पर आधारित तथा दूसरी प्रोफेशनल या वोकेशनल कोर्स से जुड़ी डिग्री होती है।
डबल MA कितने साल का होता है?
इसे सुनेंरोकेंएमए दो वर्षीय कोर्स होता है। इसमें 4 सेमेस्टर होते है. इसके अतिरिक्त कई यूनिवर्सिटी/कॉलेज में सेमेस्टर सिस्टम नहीं होता बल्कि उनमें सिर्फ annual exam (वार्षिक परीक्षाएं) होती है। एमए कोर्स को रेगुलर और प्राइवेट दोनों तरीके से किया जा सकता है।
BA कितने साल की होती है 2022?
इसे सुनेंरोकेंबीए ( B.A ) का पूरा नाम बैचलर ऑफ आर्ट्स ( Bachelor of Art’s ) होता है यह पूरे 3 साल का कोर्स होता है.
क्या दो डिग्री एक साथ कर सकते हैं?
इसे सुनेंरोकेंक़ानूनी रूप से कॉलेज की दो नियमित डिग्री एक साथ नहीं की जा सकती . कोई भी छात्र एक डिग्री डिस्टेंस मोड से और एक डिग्री रेगुलर मोड से अर्थात इस तरह की दो डिग्री एक साथ प्राप्त कर सकता है .
ग्रेजुएशन कितने प्रकार के होते हैं?
पॉपुलर ग्रेजुएशन कोर्सेज के नाम
- B.A (बैचलर ऑफ आर्ट्स)
- B.SC ( बैचलर ऑफ साइंस)
- B.COM( बैचलर ऑफ कॉमर्स)
- BCA (बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन)
- BA LLB ( बीए एलएलबी)
- B.Des (बैचलर ऑफ डिजाइन)
- B.Arch( बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर)
- B.Tech (बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी )
पोस्ट ग्रेजुएशन कितने साल का होता है?
इसे सुनेंरोकेंपीजी कितने साल का होता है आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पोस्ट ग्रेजुएशन (Post Graduation) कोर्स 2 साल के होते हैं.
MA करने से कौन सी नौकरी मिलती है?
इसे सुनेंरोकेंअगर एमए के बाद आप बैंक में नौकरी करना चाहते हैं तो bank clerk या bank PO की तैयारी करें। अगर आप रेलवे में नौकरी पाना चाहते हैं RRB group D, RRB NTPC, Assistant Station Master आदि की तैयारी कर सकते हैं। एमए के बाद अगर भारत के डिफेंस सर्विस में जाना चाहते हैं तो NDA, CDS, CAPF, IAF आदि exams की तैयारी कर सकते हैं।
MA करने के लिए कितने परसेंट चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंMA Course करने के लिए योग्यता (Qualification) वही इसके बाद आप BA यानि bachelor of arts की ग्रेजुएशन डिग्री ले सकते है जिसमे आप अच्छे मार्क्स से पास होने चाहिए। जो की कम से 50% हो यदि आपके पास B.Sc की डिग्री हो तब भी आप MA के लिए एलीजिबल हो जाते है।
BA में कौन कौन सी नौकरी मिलती है?
इसे एमए क्या है? सुनेंरोकेंBA करने के फायदे बी ए करने के बाद आप टीचर, कलेक्टर, पुलिस, बैंकिंग सेक्टर, सामाजिक कार्यकर्ता, नेता आदि बन सकते है। बी ए करने के बाद आप सिविल सेवा जैसे- IPS, IAS , कलेक्टर आदि के लिए भी अप्लाई कर सकते है।
Career Guide: एमए के बाद कन्फ्युज है कि आगे क्या करें? तो आज ही जानें इन बेस्ट करियर ऑप्शन के बारे में
Career Guide for MA Students: मास्टर ऑफ आर्ट्स यानि एमए लगभग हर क्षेत्र के अभ्यर्थियों द्वारा चुना जा सकने वाला सबसे कॉमन डिग्री कोर्स है। यही कारण है, कि प्रतिवर्ष लाखों अभ्यर्थी अपनी रुचि के अनुरूप विषय चुनकर एमए करते हैं। अभ्यर्थी एमए कर तो लेते हैं, लेकिन अक्सर उन्हें ये पता नहीं होता, कि एमए करने के बाद वे किन-किन क्षेत्रों में आगे बढ़ सकते हैं। यदि आपने भी एमए किया है या आप एमए में प्रवेश लेने वाले हैं, तो यह लेख अवश्य आपके लिए लाभप्रद साबित होगा।
एमए एमए क्या है? के बाद अभ्यर्थी चुन सकते हैं इनमें से कोई एक ऑप्शन
मास्टर ऑफ आर्ट्स यानि एमए एक स्नातकोत्तर डिग्री प्रोग्राम है। आर्ट्स फील्ड के अभ्यर्थियों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों के अभ्यर्थी भी एमए कोर्स को चुनते हैं। एमए के बाद अभ्यर्थी पीएचडी, नेट तथा व्याख्याता आदि ऑप्शन को चुन सकते हैं। इसके अतिरिक्त एमए उत्तीर्ण अभ्यर्थी किन-किन क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं, इसका विवरण जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।
एमए के बाद अभ्यर्थी निम्न करियर ऑप्शन को चुन सकते हैं-
[A] NET (Ph.D./JRF)
एमए उत्तीर्ण अभ्यर्थी नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट यानि नेट परीक्षा दे सकते हैं। इस परीक्षा के माध्यम से स्नातकोत्तर के पश्चात डॉक्टर ऑफ फ़िलॉसफ़ि (Ph.D.) तथा जूनियर रिसर्च फैलोशिप (JRF) के लिए अभ्यर्थियों एमए क्या है? की पात्रता तय की जाती है। पीएचडी/जेआरएफ़ के जरिये अभ्यर्थी अपने चुने गए विषय में रिसर्च कार्य कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त पीएचडी उत्तीर्ण अभ्यर्थी महा-विद्यालयों के शिक्षक पद (प्रवक्ता/व्याख्याता) के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। ध्यान रहे, कि अभ्यर्थी केवल उसी विषय से पीएचडी/जेआरएफ़ कर सकते हैं, जो उन्होंनें स्नातकोत्तर के समय चुना था।
बीएड और एम .ए. एक साथ कर सकते है?
आज के समय में बीएड करना एक नार्मल और आम बात है , लेकिन स्टूडेंट के मन में हमेशा एक सवाल बना रहता है की क्या वो दो कोर्स एक साथ कर सकते है? जैसे की आज के समय में अध्यापक बनना एक गर्व की बात है लेकिन इसके लिए आपके पास बीएड की डिग्री पास में होना जरुरी है , लेकिन दिमाग में कही न कही ख्याल आता है की यदि हम बीएड कर रहे है तो तो क्या साथ में ऐम. ए.(MA) कर सकते है की नहीं . क्यों MA और बीएड एक अलग -अलग डिग्री है जो एक साथ करना उचित होगा की नहीं यदि आप बीएड और MA एक साथ करना चाहते है तो आप के लिए बहुत ही अच्छी खबर है की आप MA के साथ बीएड (B.ED)भी कर सकते है .लेकिन फिर आपके ख्याल में आएगा की दोनों जगह आधार कार्ड का प्रयोग होगा तो दिक्कत तो नहीं होगा . तो आप निश्चिंत हो जाए की आधार कार्ड में सेवा है की आप दो जगह से पढ़ सकते है लेकिन आप को धयान रखना होगा की आप बीएड रेगुलर क्लास कर रहे है तो आप MA के लिए दूसरी यूनिवर्सिटी और कोर्स रेगुलर न लेकर डिस्टेंस एजुकेशन ले . इसमें होगा यह की आप बीएड रेगुलर कर रहे है, तो MA डिस्टेंस होगा जो केवल साल में एक बार आपको पेपर देना होगा , आप MA की पढ़ाई घर से ही कर सकते है . यदि भविष्य में आप दोनों डिग्री एमए क्या है? एक साथ लगते है तो किसी भी प्रकार का दिक्क्त नहीं आने वाली है . और आप की पढ़ाई लीगल ही रहेगी . इलीगल नहीं है.University Grants Commission (U.G.C.) ने परमिशन दे दिया है लेकिन आप दोनों कोर्स रेगुलर नहीं कर सकते हो , यदि एक रेगुलर होगा तो एक डिस्टेंस या ओपन यूनिवर्सिटी से होना चाहिए.
हरियाणा में ग्रेजुएशन से लेकर एमए व एमएससी पास युवा बने जिला पार्षद, बुजुर्ग भी शिक्षा में नहीं पीछे
जागरण एमए क्या है? संवाददाता, हिसार। हिसार जिले में सरपंच व पंच के बाद जिला पार्षद भी नवनियुक्त हुए। इस बार ग्रेजुएशन से लेकर एमए व एमएससी पास भी पार्षद बने हैं। अधिकांश जिला पार्षद युवा है और पढ़े-लिखे हैं। ऐसे ही शिक्षा की दौड़ में बुजुर्ग भी किसी से पीछे नहीं है। इससे गांवों में विकास कार्यों को बेहतर ढंग से किया जा सकेगा। साथ ही इनके पास नई शुरूआत करने का मौका है। अगर जिला पार्षदों की सूची की बात करें तो उसमें 95 प्रतिशत जिला पार्षद युवा है। इसमें महिलाएं व राजनीतिक घरानों के प्रत्याशी शामिल हैं।
आठ जिला पार्षद 10वीं पास, दाे जिला पार्षद 8वीं पास, सात जिला पार्षद 12वीं पास, चार बीए व तीन ग्रेजुएशन, एमए, एमबीए व एमएससी पास जिला पार्षद बने हैं। इस समय नवनियुक्त जिला पार्षदों में चेयरमैन की कुर्सी पाने की हौड़ मची हुई है। सभी पार्षदों ने एक-दूसरे से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। कुछ जिला पार्षद सरकार एमए क्या है? के साथ राजनीतिक पेच फंसा रहे है तो कुछ एक-दूसरे को लुभाने में जुटे है। खास बात यह है कि अधिकांश जिला पार्षद ने खुलकर किसी पार्टी से होने का समर्थन नहीं किया। ऐसे में देखना होगा कि चेयरमैन की कुर्सी कौन हासिल कर पाएगा। राजनीतिक स्पोर्ट के आधार पर तीन से चार जिला पार्षद चेयरमैन की दौड़ में आगे हैं।
गुजरात विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर जयंती पटेल ने एक फेसबुक पोस्ट में दावा किया है कि नरेंद्र मोदी की डिग्री में जिस पेपर का उल्लेख किया गया है, उस समय एमए के एमए क्या है? दूसरे साल में ऐसा कोई पेपर नहीं था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो: Narendramodi.in)
गुजरात विश्वविद्यालय के एक पूर्व प्रोफेसर जयंती पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री के बारे में एक फेसबुक पोस्ट लिखकर परोक्ष रूप से उनकी डिग्री पर सवाल खड़े कर दिए हैं. उन्होंने लिखा था कि गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति ने जिन विषयों का नाम लिया था, वे उस समय एमए पार्ट-2 में नहीं थे. हालांकि पटेल ने बाद में इस कथित फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया.
पिछले साल प्रधानमंत्री की डिग्री पर सवाल उठने के बाद गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा प्रधानमंत्री के एमए के विषयों के नाम बताए गए थे. इसी पर प्रकाशित एक रिपोर्ट का ज़िक्र करते हुए जयंती पटेल ने यह पोस्ट लिखा था.