जानिए निवेश रणनीति

कुछ निवेशकों में जोखिम लेने की ज्यादा चाहत होती है। उनमें कम अवधि के ट्रेड के लिए एक उत्साह हो सकता है। यह संपत्ति बढ़ाने में महत्वपूर्ण हो सकता है। विशेषज्ञों का तर्क है कि यह युवा निवेशकों के लिए अधिक उपयुक्त है। ये निर्णय अक्सर बाजार में उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, न कि किसी उद्योग या कंपनी की लंबी अवधि की रणनीति का हिस्सा होते हैं। यहां तक कि रिटर्न की भी गारंटी नहीं है, क्योंकि यह सट्टा खेलने जैसा है।
SIP का पूरा लाभ लेने के लिए लंबे समय तक निवेश करना क्यों है जरूरी? जानिए एसआईपी में निवेश की सही रणनीति
एसआईपी में निवेश लंबे समय के लिए करना फायदेमंद है.
SIP: शेयर मार्केट में रिकॉर्ड तेजी के चलते लोगों का रूझान इक्विटी में निवेश की तरफ तेजी से आकर्षित हुआ है. हालांकि बाजार के उतार-चढ़ाव के चलते कुछ निवेशक म्यूचअल फंड में निवेश करना बेहतर समझते हैं. इसमें भी निवेश पर रिटर्न बाजार से जुड़ा होता है लेकिन इक्विटी जानिए निवेश रणनीति में सीधे निवेश की तुलना में अधिक सुरक्षित है. म्यूचुअल फंड में निवेश का सबसे सुरक्षित और बेहतर तरीका सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) है. इसमें दो तरीके से निवेश कर सकते हैं- एकमुश्त या एक नियमित अंतराल पर.
एसआईपी में निवेश लंबे समय के लिए करना फायदेमंद है. इसे ऐसे समझा जा सकता है कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल टेक्नोलॉजी फंड-डायरेक्ट प्लान-ग्रोथ में निवेशकों को तीन साल में 25.76 फीसदी का रिटर्न मिला है जबकि पांच साल में 32.6 फीसदी का. एसआईपी डेट फंड की बात करें तो डीएसपी गवर्नमेंट सिक्योरिटीज फंड-डायरेक्ट प्लान-ग्रोथ में 3 साल में 9.99 फीसदी का रिटर्न मिला है जबकि पांच साल की अवधि में निवेशकों को 11.85 फीसदी का.
एसआईपी में निवेश की सही जानिए निवेश रणनीति रणनीति
- लक्ष्य तय करें: एसआईपी में निवेश शुरू करने से पहले अपना एक लक्ष्य जानिए निवेश रणनीति तय कर लें. इसके बाद अपने लक्ष्य और अपने रिस्क लेने की क्षमता के आधार पर बेहतर एसआईपी प्लान का चयन करें. इसके लिए आप ऑनलाइन एसआईपी कैलकुलेटर का भी प्रयोग कर सकते हैं.
- एकमुश्त या एसआईपी: म्यूचुअल फंड में निवेश के दो जानिए निवेश रणनीति तरीके हैं- एकमुश्त या नियमित अंतराल पर. एकमुश्त निवेश पर बाजार के उतार-चढ़ाव का अधिक फर्क पड़ता है लेकिन नियमित अंतराल पर अगर निवेश कर रहे हैं तो उतार-चढ़ाव का अधिक फर्क नहीं पड़ेगा. इसकी वजह यह है कि जब बाजार में गिरावट है तो अधिक फंड यूनिट्स मिलेगी जबकि बाजार शीर्ष पर है तो कम यूनिट्स मिलेगी लेकिन लंबे समय में इसका औसत बेहतर हो जाता है.
- अवधि तय कर लें: कितने समय तक की एसआईपी करनी है, यह तय कर लें क्योंकि लंबे समय तक एसआईपी रहेगी यूनिट फंड प्राइस का औसत बेहतर होगा और रिटर्न बेहतर होगा. हालांकि समय-समय पर अपने प्रोफाइल को चेक करते रहना चाहिए.
लंबी अवधि चुनें: एसआईपी में निवेश का 15*15*15 फॉर्मूला है. इसका मतलब है कि अगर आप 15 फीसदी का सालाना रिटर्न देने वाली स्कीम में हर महीने 15 हजार रुपये 15 साल तक जमा करते हैं तो स्कीम पूरा जानिए निवेश रणनीति होने पर 1 करोड़ का फंड तैयार हो जाएगा. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि लंबे समय का निवेश कितना बेहतर है.
Investment Tips : करोड़पति बनना चाहते हैं? सिर्फ 10 साल में पूरा हो जाएगा आपका यह सपना, जानिए कहां लगाना होगा पैसा
- हर महीने थोड़ा निवेश करके 10 साल में बन सकते हैं करोड़पति
- इक्विटी म्यूचुअल फंड है निवेश के लिए बेहतर विकल्प
- एन्युअल स्टेप-अप के जरिए बढ़ाएं निवेश की राशि
- हर साल अपनी एसआईपी की राशि को बढ़ाएं
आप भी बन सकते हैं दस साल में करोड़पति
नई दिल्ली : अमीर (Rich) बनने की इच्छा किसकी नहीं होती. हर कोई करोड़पति बनना चाहता है। लेकिन महंगाई के इस दौर में इस सपने को पूरा करना बहुत मुश्किल है। हालांकि, अगर आप पैसों को लेकर अनुशासित हैं और योजना बनाकर काम करते हैं, तो यह उतना ही आसान है। अगर आप अपनी पहली सैलरी (Salary) से ही नियमित रूप से कुछ पैसा बचाएं, तो आप आसानी से करोड़पति बन सकते हैं। निवेश (Investment) पर सबसे अधिक रिटर्न देने की क्षमता इक्विटी (Equity) में होती है। लेकिन शेयर बाजारों (Share Markets) में निवेश जोखिम भरा होता है। ऐसे में आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) की एसआईपी (SIP) में पैसा लगा सकते हैं। यहां आप थोड़ा-थोड़ा निवेश करके करोड़पति बन सकते हैं। आज हम आपको ऐसी रणनीति बताएंगे, जिससे आप 10 साल में एक करोड़ रुपये का फंड तैयार कर सकते हो।
इक्विटी म्यूचुअल फंड है बेहतर विकल्प
इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds) निवेश जानिए निवेश रणनीति का एक अच्छा विकल्प है। इक्विटी म्यूचुअल फंड में आप एसआईपी (SIP) के जरिए अपनी छोटी-छोटी बचत निवेश कर सकते हैं। यह बचत आपको करोड़पति बना सकती है। जो निवेशक एक जानिए निवेश रणनीति बड़ा फंड जमा करना चाहते हैं और उनके पास निवेश के लिए एकमुश्त राशि नहीं है, तो वे एसआईपी के जरिए निवेश कर सकते हैं। दस साल के लिए म्यूचुअल फंड (Mutual Funds) में एसआईपी आपको कम से कम 12 फीसद सालाना ब्याज (Interest Rate) दे सकती है।
एन्युअल स्टेप-अप का उठाएं फायदा
इक्विटी म्यूचुअल फंड में आप 10 वर्षों का लक्ष्य लेकर भी चल सकते हैं। इन दस वर्षों के निवेश से आप एक करोड़ रुपये का फंड जमा कर सकते हैं। इस टार्गेट को पाने के लिए आप मंथली एसआईपी में एन्युअल स्टेप-अप (Annual Step-up) का उपयोग कर सकते हैं। स्टेप-अप एसआईपी का एक ऐसा जानिए निवेश रणनीति फीचर है, जो एसआईपी में आपके योगदान को एक विशेष अवधि के बाद बढ़ा देता है। आप हर साल अपनी एसआईपी की राशि में कुछ फीसदी की बढ़ोतरी कर सकते हैं। इस तरह आप अपनी आय में सालाना इंक्रीमेंट ( Yearly Increments) और अपने वित्तीय गोल (Financial Goals) के अनुसार एसआईपी की राशि में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
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इस तरह तैयार होगा एक करोड़ का फंड
अगर आप 10 साल की एसआईपी से एक करोड़ रुपये की राशि जुटाने की योजना बना रहे हैं, तो आप एन्युअल स्टेप-अप को 20 फीसदी पर रख सकते हैं। एसआईपी जानिए निवेश रणनीति कैलकुलेटर (SIP calculator) के अनुसार, यहां 12 फीसदी वार्षिक रिटर्न के हिसाब से आपको 21,000 रुपये की मासिक एसआईपी (Monthly SIP) के साथ शुरुआत करनी होगी। मंथली एसआईपी 21,000 रुपये हो, अनुमानित एन्युअल रिटर्न रेट 12 फीसदी हो और एन्युअल स्टेप-अप 20 फीसदी हो और अवधि 10 वर्ष रखी जाए, तो एक करोड़ रुपये का फंड आप जमा कर सकते हैं। एसआईपी कैलकुलेटर के अनुसार, दस वर्ष बाद कुल निवेश राशि 65,41,588 रुपये होगी और रिटर्न अमाउंट 38,34,556 रुपये होगा। इस तरह आपके पास जानिए निवेश रणनीति 1,03,76,144 रुपये का फंड जमा हो जाएगा। इस तरह आप कम अवधि में ही करोड़पति बन सकते हैं।
डेट फंडों का घट रहा रिटर्न, क्या निवेश रणनीति बदलने की है जरूरत?
2020 में शेयर बाजार की गिरावट के दौरान डेट म्यूचुअल फंड स्कीमें टॉप पर थीं. अब ये चार्ट में सबसे नीचे पहुंच गई हैं.
स्कीम का नाम | 1 महीने का रिटर्न (%) | 1 साल का रिटर्न (%) |
लॉन्ग ड्यूरेशन | -1.60 | 6.31 |
10 साल के गिल्ट फंड | -1.30 | 6.83 |
गिल्ट | -1.06 | 6.60 |
मीडियम टू लॉन्ग ड्यूरेशन | -0.96 | 6.38 |
रिटर्न में गिरावट का मुख्य कारण बॉन्ड यील्ड का बढ़ना है. 20 फरवरी 2021 को 10 साल की बॉन्ड यील्ड 6.20 फीसदी पर पहुंच गई थी. यह 21 अप्रैल 2020 से सर्वाधिक है. आने वाले दिनों में बॉन्डों की ओवरसप्लाई की उम्मीद के चलते यील्ड बढ़ी है.
जानिए म्यूचुअल फंड निवेश के लिए ले रहे हैं किस रणनीति का सहारा
बॉटम-अप रणनीति में निवेशक किसी सेक्टर या अर्थव्यवस्था के बजाय चुनिंदा शेयरों पर जोर देते हैं. टॉप डाउन अप्रोच इसी रणनीति के उलट है. इसमें एकल शेयरों के बजाय सेक्टर महत्वपूर्ण हो जाते हैं.
टॉप डाउन नीति में निवेश के फैसले कई व्यापक मापदंडों के आधार पर लिए जाते हैं. इसमें अर्थव्यवस्था की स्थिति, सेक्टर का स्वास्थ्य जैसी बातें प्रमुख होती हैं. इनसे संबंधित छोटी-बड़ी बातों का असर पूरे सेक्टर या अधिकांश शेयरों पर नजर आता है.
अपनी शोध में बैंक ऑफ अमेरिका-मैरिल लिंच ने पाया है कि 1,600 स्कीमों में से सिर्फ 3 फीसदी स्कीमों ने ही साल 2018 के पहले छह महीनों में निफ्टी 50 इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया है, जबकि महज 6 फीसदी ने पिछले एक साल और केवल 16 फीसदी ने पिछले तीन सालों में निफ्टी 50 इंडेक्स को पछाड़ा है.
पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो जानिए इन 5 नियमों के बारे में, आपको खतरे से बचा सकते हैं
शेयर बाजार में निवेश से पैसा बनाने की संभावना एक ऐसा आइडिया है, जो हर नए निवेशक को उत्साहित करता है। साथ ही उन लोगों के लिए भी जो कम अवधि में फायदा कमाना चाहते हैं। हालांकि जब बाजार उतार-चढ़ाव के माहौल में हो, तब किसी भी तरह के तुरंत रिटर्न की संभावना काफी कम जानिए निवेश रणनीति हो जाती है। ऐसे में आपको हम बता रहे हैं कि निवेश के समय कौन से नियम का आपको पालन करना चाहिए।
खुद निर्णय न लें
एंजल ब्रोकिंग के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट ज्योति रॉय कहते हैं कि आप खुद निर्णय लेकर अपने लाभ को बढ़ाने के लालच को छोड़ दीजिए। पोर्टफोलियो मैनेजर्स और एक्सपर्ट्स की सलाह पर ध्यान दें। सतर्कता से व सोच-समझकर निवेश करें।