शुरुआती लोगों के लिए अवसर

Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें

Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें

शेयर मार्केट को कैसे समझें | शेयर बाजार से पैसे कैसे कमाए

आज हम इस पोस्ट में शेयर मार्केट के बारे में, शेयर मार्केट को कैसे समझें, शेयर बाजार से पैसे कैसे कमाए , शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करे इन सभी टॉपिक के में जानेंगे और आपको हम शेयर मार्केट का पूरा ज्ञान देंगे|

अगर आप शेयर मार्किट में invest करके पैसा कमाना चाहते है और आप शेयर मार्केट को कैसे समझे यह जानना चाहते है तो आप इस पोस्ट को ध्यान से पढियेगा जिसमे हम आपको शेयर मार्केट से सम्बंधित जानकारी देने वाले है|

जिन लोगो को शेयर मार्केट के बारे में कुछ नही पता उनको मै ये बताना चाहूँगा की शेयर मार्केट को ही हम स्टॉक मार्केट कहते है| तो आप कभी इन विषयों में उलझियेगा नही की स्टॉक मार्केट क्या होता है|

शेयर मार्केट को तीन नाम से जाना जाता है:-

  1. Share Market
  2. Stock Market
  3. Equity Market

तो चलिए अब हम शेयर मार्केट Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें को कैसे समझे समझते है|

शेयर मार्केट क्या होता है ?

शेयर मार्केट वह जगह है जहाँ हम किसी कंपनी के शेयर को खरीदते या बेचते है|

शेयर मार्केट में हमे किसी कंपनी के शेयर को पैसे लगा कर खरीदना होता है और अगर उस कंपनी को प्रॉफिट हुआ तो हमारा भी प्रॉफिट होगा और अगर उस कंपनी का loss हुआ तो हमारा भी लोस होगा|

आप कंपनी के जितने परसेंट शेयर को खरीदेंगे आप उस कंपनी के उतने परसेंट owner कहलायेंगे|

इन बातो को पढ़ कर आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा की शेयर क्या होता है तो अब हम जानेंगे की शेयर क्या होता है|

अगर आप भी शेयर मार्किट में या म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करना Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें चाहते है तो आप GROW APP का इस्तेमाल क्र सकते है मैं भी इसी app के मदद में शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करता हूँ – DOWNLOAD GROW APP GET 100

आप अगर मेरे लिंक से इसे डाउनलोड करेंगे तो Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें आपको 100 रूपए का bonus भी मिलेगा |

शेयर क्या होता है ?

शेयर का मतलब होता है हिस्सा | बड़ी-बड़ी कंपनी शेयर मार्किट का इस्तेमाल इस लिए करती है ताकि उन्हें अपनी कंपनी चलाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पैसा मिल सके|

शेयर खरीद कर के आम इंसान बैठे बैठे लाखो रुपये कम सकता है लेकिन ये इतना आसन नही है जितना लोग इससे जानते है|

शेयर मार्केट में invest करने के लिए आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए तभी आप इसमें पैसा कम सकते है|

अपने कंपनी के शेयर बेचने के लिए कंपनी को कुछ नियमो का पालन करना होता है और गवर्नमेंट कुछ ही कंपनी को ये इज्जाजत देती है की वो अपने कंपनी के शेयर को बेचे|

अगर सरकार कुछ कठोर नियम नही लगाती तो बहुत सारी कंपनी शेयर के नाम पर लोगो को बेव्कुफ्ह बना देती|

कुछ नई कंपनी ऐसे होते है जो बहुत जल्दी फेमस हो जाते है और शेयर होल्डर का बहुत फायदा होता है जबकि कुछ कंपनी ऐसे है जो डूब जाती है जिनसे उनके शेयर होल्डर का नुकशान हो जाता है|

इसलिए किसी भी शेयर को खरीदने के पहले शेयर मार्केट को कैसे समझे ये जानना बहुत जरुरी होता Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें है|

शेयर होल्डर किसे कहा जाता है?

जो लोग किसी कंपनी के शेयर को खरीदते है उन्हें उस कंपनी का शेयर होल्डर कहा जाता है|

शेयर मार्केट को कैसे समझे ?

शेयर मार्केट आज से 400 साल पहले से ही लाया Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें गया था| हर देश को चलाने में शेयर मार्केट का बहुत बड़ा योगदान है इसलिए लोग इसको एक बार जानना चाहते है|

शेयर मार्केट के जानने या समझने के लिए आपको इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी लेनी चाहिए जिससे की आप शेयर मार्केट को एकदम अच्छे से समझ सके|

अगर आपको लगता है की शेयर मार्केट में पैसा लगने से आदमी सिर्फ आमिर ही बनता है तो आप गलत सोचते है शेयर मार्केट में आपके पैसे का नुकसान भी हो सकता है|

लेकिन आपको शेयर मार्केट में लॉन्ग टर्म के लिए invest जरुर करना चाहिए जिससे आपको कुछ प्रॉफिट जरुर होगा|

अगर आपको शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा समझ ना हो तो आप उसमे invest करने से पहले एक बार किसी ऐसे आदमी से बात जरुर करले जो इन्वेस्टमेंट के बारे में जानकारी दे सके|

म्यूच्यूअल फण्ड भी इसी तरह से काम करता है आप म्यूच्यूअल फण्ड में कुछ पैसे लगते है तो वो लोग आपके पैसे को ऐसे कंपनी में लगते है जहा आपका फायदा हो सके और इसके लिए वो आपसे कुछ commision लेते है| म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में जानकारी मै आपको अगले पोस्ट में दूंगा |

स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है?

शेयर मार्केट के बारे में जानने के लिए आपको स्टॉक एक्सचेंज के बारे में भी पता होना चाहिए| स्टॉक एक्सचेंज वह जगह है जहा कंपनी अपने शेयर को बेचती है और लोग उसके शेयर को खरीदते है|

शेयर मार्केट में invest कैसे करे?

शेयर मार्केट तो तरह के मार्केट से मिलकर चलता है-

Primary market– जहाँ कंपनी अपने शेयर को बेचती है उस मार्केट को हम प्राइमरी मार्केट कहते है|

Secondary market-जहाँ लोग कंपनी के शेयर को खरीदते है उस मार्केट को हम सेकंड्री मार्केट कहते है|

सेकेंडरी मार्केट में कंपनी अपने शेयर प्राइस को कण्ट्रोल नही कर सकती , यह शेयर प्राइस कंपनी के डिमांड और सप्लाई पर निर्भर रहता है|

कंपनी कभी भी अफो 100% शेयर नही बेच सकती|

किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने के लिए आपके पास Demat Account होना जरुरी है|

Demat Account क्या होता है ?

Demat अकाउंट एक ऑनलाइन अकाउंट होता है जिसमे हम किसी कंपनी के शेयर को खरीद कर उसमे रखते है| demat अकाउंट खोलने के लिए हमे अपने कुछ इम्पोर्टेन्ट डॉक्यूमेंट देने होते है,demat अकाउंट खुलने में हमे १० दिन तक का समय लगता है|

कुछ लोग होते है जो demat अकाउंट खोल कर बहुत सारे लोगो के लिए उस demat अकाउंट का इस्तेमाल करके शेयर खरीदते और बेचते है जिन्हें हम स्टॉक ब्रोकर कहते है |

ब्रोकर किसे कहते है ?

ब्रोकर हम उन्हें कहते है जो एक आम इंसान को शेयर खरीदने में मदद करते है| ब्रोकर के पास शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी होती है आप उनके हेल्प से शेयर मार्केट में invest कर सकते है| इसके लिए ब्रोकर आपसे कुछ commission भी लेते है|

अगर आप शेयर मार्केट में ब्रोकर के मदद से invest करना चाहते है तो इसके लिए आपको किसी अच्छे ब्रोकर की तलाश करनी होगी| जैसा की मैंने आपको पहले ही बताया है की म्यूच्यूअल फण्ड भी एक ब्रोकर का ही काम करती है|

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें कैसे करे?

आज इन्टरनेट पर बहुत सारे ऐसे प्लेटफार्म आ गये है जिनकी मदद से आप बहुत आसानी से शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर सकते है|

शेयर मार्केटिंग में ट्रेडिंग करने का मतलब ये है की आप किसी कंपनी के शेयर को ख़रीदे और कुछ घंटो या दिन में जैसे ही कंपनी का शेयर थोड़े से बढ़े अपने उस कंपनी के शेयर को बेच दिया|

ट्रेडिंग करने के लिए आपको बस शेयर को सही समय पर खरीदना और सही समय पर बेचना होता है|

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपको कंपनी के शेयर को हमेशा चेक करना पड़ता है की कब कंपनी के शेयर बढ़ रहे है और कब कंपनी के शेयर घट रहे है |

कंपनी के शेयर के बारे में जानकारी कैसे पाए ?

कंपनी के शेयर्स उपर जा रहे है या नीचे आ रहे है इसके बारे में हमे सेंसेक्स और निफ्टी से जानकारी मिलती है|

सेंसेक्स हमे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के टॉप ३० Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें Stock Market में कैसे इन्वेस्ट करें कंपनी के एवरेज ट्रेंड को बताता है|

निफ्टी हमे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के टॉप 50 कंपनी के बारे में बताता है|

अगर आप भी अपने कंपनी के शेयर्स बेचना चाहते है तो इसके लिए आपको अपनी कंपनी आईपीओ में रजिस्टर करवानी होगी और ये प्रोसेस बहुत बड़ा और complicated होता है|

शेयर मार्केट में invest करने से पहले आप उसके बारे में अधिक से अधिक जान ले ये आपके लिए बेहतर रहेगा| इसके लिए आप इन्टरनेट पर शेयर मार्केट या शेयर मार्केट को कैसे समझे सर्च कर सकते है|

SEBI-सिक्यूरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया

इसका काम उन कंपनी पे नज़र रखना है जो स्टॉक एक्सचेंज में सामिल है|

निष्कर्ष –

मुझे उम्मीद है की शेयर मार्केट के बारे में समझने में ये ब्लॉग आपके लिए मददगार साबित होगा| आज हमने शेयर मार्केट क्या है, शेयर क्या है, शेयर मार्केट को कैसे समझे, शेयर मार्केट में कैसे invest करे, शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करे in सभी विषयों के बारे में अच्छे से जान लिया है|

अगर आप हमसे कोई सवाल पूछना चाहते है तो निचे दिए गये संपर्क फॉर्म के मदद से हमसे कांटेक्ट कर सकते है|

Stock Market: शेयर बाजार क्या है?

अगर शाब्दिक अर्थ में कहें तो शेयर बाजार किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है.

stock-market-thinkstocks-

BSE या NSE में ही किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर ब्रोकर के माध्यम से खरीदे और बेचे जाते हैं. शेयर बाजार (Stock Market) में हालांकि बांड, म्युचुअल फंड और डेरिवेटिव का भी व्यापार होता है.

स्टॉक बाजार या शेयर बाजार में बड़े रिटर्न की उम्मीद के साथ घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक (FII या FPI) भी काफी निवेश करते हैं.

शेयर खरीदने का मतलब क्या है?
मान लीजिये कि NSE में सूचीबद्ध किसी कंपनी ने कुल 10 लाख शेयर जारी किए हैं. आप उस कंपनी के प्रस्ताव के अनुसार जितने शेयर खरीद लेते हैं आपका उस कंपनी में उतने हिस्से का मालिकाना हक हो गया. आप अपने हिस्से के शेयर किसी अन्य खरीदार को जब भी चाहें बेच सकते हैं.

कंपनी जब शेयर जारी करती है उस वक्त किसी व्यक्ति या समूह को कितने शेयर देना है, यह उसके विवेक पर निर्भर है. शेयर बाजार (Stock Market) से शेयर खरीदने/बेचने के लिए आपको ब्रोकर की मदद लेनी होती है.

ब्रोकर शेयर खरीदने-बेचने में अपने ग्राहकों से कमीशन चार्ज करते हैं.

किसी लिस्टेड कंपनी के शेयरों का मूल्य BSE/NSE में दर्ज होता है. सभी सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों का मूल्य उनकी लाभ कमाने की क्षमता के अनुसार घटता-बढ़ता रहता है. सभी शेयर बाजार (Stock Market) का नियंत्रण भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी या SEBI) के हाथ में होता है.

Sebi की अनुमति के बाद ही कोई कंपनी शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्ट होकर अपना प्रारंभिक निर्गम इश्यू (आईपीओ या IPO) जारी कर सकती है.

प्रत्येक तिमाही/छमाही या सालाना आधार पर कंपनियां मुनाफा कमाने पर हिस्साधारकों को लाभांश देती है. कंपनी की गतिविधियों की जानकारी SEBI और BSE/NSE की वेबसाइट पर भी उपलब्ध होती है.

कोई कंपनी BSE/NSE में कैसे लिस्ट होती है?
शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्ट होने के लिए कंपनी को शेयर बाजार से लिखित समझौता करना पड़ता है. इसके बाद कंपनी पूंजी बाजार नियामक SEBI के पास अपने सभी जरूरी दस्तावेज जमा करती है. SEBI की जांच में सूचना सही होने और सभी शर्त के पूरा करते ही कंपनी BSE/NSE में लिस्ट हो जाती है.

इसके बाद कंपनी अपनी हर गतिविधि की जानकारी शेयर बाजार (Stock Market) को समय-समय पर देती रहती है. इनमें खास तौर पर ऐसी जानकारियां शामिल होती हैं, जिससे निवेशकों के हित प्रभावित होते हों.

शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव क्यों आता है?
किसी कंपनी के कामकाज, ऑर्डर मिलने या छिन जाने, नतीजे बेहतर रहने, मुनाफा बढ़ने/घटने जैसी जानकारियों के आधार पर उस कंपनी का मूल्यांकन होता है. चूंकि लिस्टेड कंपनी रोज कारोबार करती रहती है और उसकी स्थितियों में रोज कुछ न कुछ बदलाव होता है, इस मूल्यांकन के आधार पर मांग घटने-बढ़ने से उसके शेयरों की कीमतों में उतार-चढाव आता रहता है.

अगर कोई कंपनी लिस्टिंग समझौते से जुड़ी शर्त का पालन नहीं करती, तो उसे सेबी BSE/NSE से डीलिस्ट कर देती है.

शायद आपको पता न हो, विश्व के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल वारेन बफे भी शेयर बाजार (Stock Market) में ही निवेश कर अरबपति बने हैं.

आप कैसे कर सकते हैं शेयर बाजार में निवेश की शुरूआत?
आपको सबसे पहले किसी ब्रोकर की मदद से डीमैट अकाउंट खुलवाना होगा. इसके बाद आपको डीमैट अकाउंट को अपने बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा.

बैंक अकाउंट से आप अपने डीमैट अकाउंट में फंड ट्रांसफर कीजिये और ब्रोकर की वेबसाइट से खुद लॉग इन कर या उसे आर्डर देकर किसी कंपनी के शेयर खरीद लीजिये.

इसके बाद वह शेयर आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जायेंगे. आप जब चाहें उसे किसी कामकाजी दिन में ब्रोकर के माध्यम से ही बेच सकते हैं.

हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें.

6+ Best Trading App in India 2022 – सबसे अच्छा शेयर मार्केट एप्प

Top Best Mobile Trading App in India – क्या आप मोबाइल से पैसे कमाने वाले एप्प और Share Market में शेयर खरीदने के लिए एक Best Trading App ठूँठ रहे हो, तो आज हम आपके लिए लेकर आये हैं 6 ऐसे Trading App जिनकी मदद से आप घर बैठकर मोबाइल से trading कर सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं.

जिन एप्लीकेशन के बारे में हम आपको अपने लेख में बताने वाले हैं उनमें से कुछ एप्लीकेशन के बारे में आपने सुना होगा लेकिन कुछ ऐसी भी एप्लीकेशन होंगीं जिनके बारे में आपको अधिक पता नहीं होगा.

शेयर मार्किट में निवेश करने वाले लोगों के लिए Trading App बहुत Important है. क्योकिं ट्रेडिंग एप्प की मदद से निवेशक सही ट्रेड की जानकारी लेने के लिए करते हैं ताकि वह अपने ट्रेड में मुनाफा हासिल कर सके.

तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं Top Trading App in India विस्तार से.

Top Best Investment Trading App (सबसे अच्छा ट्रेडिंग एप्प) stock, mutual fund, ipo, digital gold , share market app,

Best Trading App के बारे में जानने से पहले यह जान लेना भी आवश्यक है कि आखिर ये Trading App क्या है.

Benefits of investment in shares : शेयरों में कैसे करें निवेश ताकि मिले बेहतर रिटर्न, जानिए रणनीति

टाइम्स नाउ डिजिटल

आप ज्यादा से ज्यादा कमाई करना चाहते हैं तो शेयर बाजार में निवेश करें। हालांकि इसमें जोखिम होता है। लेकिन यहां जानें इसमें कैसे निवेश करें ताकि आपको बेहतर रिटर्न मिले।

How to invest in stocks to get better returns, know the strategy

  • भारतीय शेयर मार्केट सबसे ऊंचे स्तर पर है।
  • शेयर बाजार कभी-कभी तेजी से नीचे भी गिरती है।
  • इस जोखिम भरे बाजार में कब निवेश करना चाहिए, इसके बारे में नीचे विस्तार से जान सकते हैं।

अधिक जोखिम उठाने वाले कई निवेशकों को सीधे इक्विटीज में निवेश करना अच्छा लगता है। मौजूदा समय में भारतीय स्टॉक मार्केट अपने सबसे ऊंचे स्तर पर है, लेकिन निवेशकों को इस बात का अंदाजा नहीं है कि क्या उन्हें निवेश को जारी रखना चाहिए अथवा उन्हें शेयरों में अपने मौजूदा निवेश से निकल जाना चाहिए। उन्हें डर है कि यदि इस स्तर से अगर मार्केट नीचे गिरती है, तो उन्हें शायद नुकसान हो सकता है। और साथ ही, यदि आने वाले दिनों में मार्केट इसी तरह से नई ऊंचाईयां छूती रहती है, तो वे संभावित लाभ को भी नहीं गंवाना चाहेंगे। इसलिए, अब उन्हें क्या करना चाहिए? जब शेयर मार्केट अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर हो तो उनकी निवेश रणनीति क्या होनी चाहिए? मैंने इस संबंध में कुछ उपयोगी बातों पर चर्चा की है।

डिविडेंट का भुगतान करने वाले स्टॉक्स में निवेश करने पर विचार करें

आपको स्टॉक्स में किए गए अपने निवेश पर दो तरह से रिटर्न मिल सकता है: पहला पूंजीगत लाभ (कैपिटल गेन) के ज़रिए, या डिविडेंट आय जिसके माध्यम से कंपनियां अपने लाभ को शेयरधारकों के साथ साझा करती हैं। यदि आप जिस कंपनी में निवेश करते हैं, वह कैश-रिच कंपनी है, वह नियमित रूप से आय अर्जित करती है, और जिसका कर्जा कम है, तो इस बात की संभावना है कि वह डिविडेंट का भुगतान जारी रखेगी। आमतौर पर, ऐसी कंपनियां जो नियमित रूप से उच्च डिविडेंट का भुगतान करती हैं, वे बाजार के उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित होती हैं। इसलिए, हालांकि स्टॉक-मार्केट इस समय अपने सबसे ऊंचे स्तर पर ट्रेड कर रही है, आप ऐसे स्टॉक्स को लेने पर विचार कर सकते हैं जो फंडामेंटली स्ट्रॉंग रहे हैं, उनका डिविडेंट का भुगतान करने का इतिहास बहुत अच्छा रहा है, जिनकी भविष्य में भी लगातार डिविडेंट का भुगतान करने की संभावना है। लेकिन, डिविडेंट का भुगतान करने वाली कंपनियों में निवेश पर विचार करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप टैक्स से जुड़ी बातों को भी समझ लें। निवेशक को डिविडेंट आय पर टैक्स देना होता है। इसलिए, यदि आपको डिविडेंट आय मिलती है, तो आपको अपने लागू कर स्लैब रेट के अनुसार उस आमदनी पर टैक्स देना होता है।

स्पेकुलेशन (कयास) से बचें

आप अधिक पैसा कमा सकें, ऐसा करने हेतु कम समय के लिए स्टॉक में निवेश करना और फिर बाहर निकल जाना, आमतौर पर स्पेकुलेशन कहलाता है। निवेश और स्पेकुलेशन में मुख्य अंतर यह है कि निवेश में संभावित रिटर्न को कमाने के लिए पूर्व विश्लेषण और जोखिम प्रबंधन पर फोकस किया जाता है, जबकि स्पेकुलेशन में रिसर्च पर भरोसा नहीं किया जाता है- इसकी बजाए इसमें आय कमाने के लिए ‘संभावना’ पर भरोसा किया जाता है। जब मार्केट अपने चरम पर हो, तो आपको संबंधित जोखिमों को कम करने के लिए सभी रणनीतियों के साथ तैयार रहना पड़ता है। गहन रिसर्च करने के बाद निवेश करने से आपको गैर-ज़रूरी जोखिमों से बचने में सहायता मिल सकती है और हानि की संभावना भी कम हो सकती है।

शॉर्ट-टर्म निवेश पर कड़े स्टॉप-लॉस को फॉलो करें

जैसाकि नाम से ही पता लगता है, ‘स्टॉप लॉस’ निवेशक द्वारा पहले से ही तय की गई सीमा है, जिस सीमा तक पहुंचते ही निवेश पोज़िशन से बाहर निकल जाते हैं ताकि और अधिक हानि को रोका जा सके। उदाहरण के लिए, यदि आपने 1000/- रूपये प्रति शेयर के हिसाब से “XYZ” के 100 शेयरों में निवेश किया है। कुछ दिनों के बाद “XYZ” के शेयरों की कीमत में गिरावट होनी शुरू हो जाती है। जब यह 900/- रूपये पर पहुंच जाती है, तो आप 850/- रूपये स्टॉप-लॉस तय कर देते हैं। इसका मतलब है कि आप अपनी निवेश पोज़िशन से निकलने के लिए इसकी कीमत के 850/- रूपये तक गिरने का इंतजार करेंगे। अगले दिन, स्टॉक का भाव 840/- रुपये के निचले स्तर पर खुलता है, जिसके कारण स्टॉप-लॉस ट्रिगर हो जाता है तथा आप “XYZ” के शेयरों को 840/- के भाव से बेच देते हैं और आप 16,000/- रूपये (1 लाख रूपये – 84,000/- रूपये) की हानि वहन करते हैं। लेकिन बाद में “XYZ” के शेयरों की कीमत गिर कर 600/- रूपये हो जाती है। क्योंकि आपके पास अब “XYZ” के शेयर नहीं हैं, तो आप स्टॉप-लॉस के कारण अधिक हानि से बच गए।

इसलिए, जब आप शेयरों में निवेश करते हैं, तो आपको स्टॉप-लॉस का कड़ाई से पालन करना चाहिए। इससे आपको अपने नुकसान को कम से कम रखने में मदद मिलेगी। जब आपके स्टॉक की कीमत बढ़ती है, तो आपको स्टॉप-लॉस को ऊपर की ओर या स्टॉक की कीमत के पूर्वनिर्धारित प्रतिशत के अनुसार एक ही समय पर शिफ्ट करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आप लाभ को लॉक कर सकते हैं। स्टॉक की कीमत के अनुसार ही धीरे धीरे स्टॉप-लॉस को शिफ्ट करने की प्रक्रिया को ट्रेलिंग स्टॉप-लॉस कहा जाता है।

अपने निवेश को अलग-अलग फंडामेंटली स्ट्रॉन्ग शेयरों में लगाएं

फंडामेंटली स्ट्रॉंग शेयरों को चुनने से स्टॉक मार्केट में गिरावट होने के बाद तेजी से रिकवरी के लाभ के साथ अनेक दूसरे भी लाभ होते हैं। इसलिए, अपने पोर्टफोलियों के लिए स्टॉक को चुनते समय, सॉलिड ट्रैक रिकॉर्ड, खातों में निम्न या शून्य कर्ज, बेहतर कैश-फ्लो स्तर, रेवेन्यू में उच्च वृद्धि, आकर्षक प्रोफिटेबिलिटी और एक आशाजनक विकास योजना वाले शेयरों सहित फंडामेंटली स्ट्रॉंग शेयरों पर फोकस करना चाहिए। आपका लक्ष्य, अलग-अलग सेक्टर में अपने निवेश को डायवर्सिफाई करने के साथ-साथ, दूसरी कंपनियों के शेयरों में भी निवेश करने का होना चाहिए ताकि आप जोखिम को कम से कम कर सकें। यदि कोई खास सेक्टर या स्टॉक अंडर-परफार्म करता है, तो किसी एक सेक्टर में ज़रूरत से ज्यादा निवेश करने और कुछ कंपनियों में ही निवेश करने से आपका जोखिम बढ़ सकता है।

जरुरत से ज्यादा निवेश करने से बचें और यदि आप बिगनर हैं, तो एसआईपी (SIP) मोड का इस्तेमाल करें

स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले आपको अपनी जोखिम को उठाने की क्षमता का अंदाजा ज़रूर लगा लेना चाहिए। आपको हमेशा उतना ही निवेश करना चाहिए जितनी आप हानि उठाने की क्षमता रखते हैं। स्टॉक मार्केट में बहुत ही उतार-चढ़ाव होते रहते हैं और आपको केवल तभी निवेश करना चाहिए जब हर रोज़ होने वाले उतार-चढ़ाव से आपके फाइनेंस प्रभावित नहीं होते हैं। यदि आप में स्टॉक मार्केट विश्लेषण करने की योग्यता है, तो स्टॉक मार्केट में डायरेक्ट निवेश से लंबे समय में बहुत अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है बशर्ते कि आप जोखिमों को भी समझते हैं। ज़रूरत से ज्यादा निवेश से बचना बहुत ही मायने रखता है यानि अपनी जोखिम उठाने की क्षमता और वित्तीय क्षमता से अधिक निवेश करना। यदि मार्केट में गिरावट आ जाती है, तो शेयरों में निवेश से बहुत अधिक हानि उठानी पड़ सकती है। बिगनर्स के लिए, सिस्टेमिक निवेश योजना (एसआईपी), टॉप-रेटेड म्यूचुअल फंड्स में निवेश लंबे समय में अच्छा रिटर्न पाने के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।

Which credit card would be best for you? Know these important things before taking

Benefits of Credit Cards : कौन सा क्रेडिट कार्ड आपके लिए सबसे अच्छा होगा? लेने से पहले जान लें ये जरूरी बातें

Senior Citizen Investment Options

Senior Citizen Investment Options: घर बैठे इनकम बढ़ा सकते हैं वरिष्ठ नागरिक, इन 5 निवेश विकल्पों पर करें विचार

How can 2 home loans differ with the same interest rate? Understand before buying a home

(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)

Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

How To Start Investing In Share Market: शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करें, यहां जानें जरूरी बातें

How To Start Investing In Share Market: बहुत से लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले इसके फंडामेंटल्स के बारे में समझना ज़रूरी नहीं समझते, और इन्वेस्टमेंट के बाद ऐसे लॉस में पहुँच जाते हैं जहां से रिकवरी होना बेहद मुश्किल हो जाता है. आज हमको आपको स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने का सही तरीका बताने वाले हैं जो इन्वेस्टमेंट के दौरान आपके बहुत काम आने वाला है.

शेयर मार्केट के फंडामेंटल समझने से पहले मार्केट को समझना जरूरी है, मार्केट दो प्रकार का होता है पहला Primary Market और दूसरा Secondary Market.

प्राइमरी शेयर मार्केट क्या होता है

What Is Primary Share Market: प्राइमरी शेयर मार्केट को हिंदी में प्राथमिक शेयर मार्केट कहा जाता है, Primary Share Market में Initial Public Offering जिसे हम IPO कहते है वो होता है. जब कोई कंपनी NSE या BSE में लिस्ट होती है तब उसे अपने कंपनी में फंड जुटाने के लिए IPO जारी करना पड़ता है.

सेकेंडरी शेयर मार्केट क्या है

What Is Secondary Share Market: सेकेंडरी शेयर मार्केट वो होता है जहां इन्वेस्टमेंट के साथ ट्रेडिंग होती है, जहां इन्वेस्टर्स अपने स्टॉक को खरीदता और बेचता है।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे शुरू करें

How To Start Trading In Share Market: किसी भी व्यक्ति को स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट या ट्रेड करने के लिए कुछ जरूरी प्रोसेस फॉलो करनी पड़ती है, शेयर मार्केट में एंट्री लेने के लिए आपके पास DeMat अकाउंट होना चाहिए और उस अकाउंट में पैसे होने चाहिए।

डीमैट अकाउंट कैसे खोलें

How To Create DeMat Account: इसके लिए आपको किसी बैंक के पास नहीं जाना है, ये काम आप अपने मोबाइल से कर सकते हैं, पहले तो किसी भी अच्छे से ट्रेडिंग ऐप को इंसटाल कर लीजिये, और उसके बाद मांगी गई जानकारी जैसे आधार, PAN, बैंक अकाउंट डिटेल, सिग्नेचर आदि की फोटो अपलोड कर दीजिये। इसके बाद ट्रेडिंग ऐप सभी डॉक्युमेंट्स वेरिफाई करने के बाद आपके डीमैट अकाउंट को एक्टिव कर देगा

रेटिंग: 4.38
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 83
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *