स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने

आप जो भी निर्णय लें, उस पर विचार अवश्य करें। आपको यह समझने की जरूरत है कि शेयरों में उतार-चढ़ाव के विभिन्न स्तर होते हैं और कीमतों में उतार-चढ़ाव का वेग होता है। अपनी जानकारीके लिए इंडिकेटर जैसे टूल का उपयोग करके, आपको यह देखने में सक्षम होना चाहिए कि कौन शेयर खरगोश है और कौन सा शेयर कछुआ।
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शेयर मार्किट (Share Market) में आप किन शेयरों का व्यापार करते हैं, यह आपके अनुभव के स्तर, आपके पास कितनी पूंजी उपलब्ध है, और आप किस प्रकार की ट्रेडिंग कर रहे हैं, सहित कई मुद्दों पर निर्भर करते हैं। चाहे आप दिन के कारोबार के लिए सबसे अच्छा स्टॉक खोजने (Pick Stocks) की कोशिश कर रहे हों, या आप स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) , पोजीशन ट्रेडिंग (Position Trading ) या निवेश (Investment) जैसी अन्य शैलियों को पसंद करते हैं ।
स्टॉक चुनने के लिए आपके मानदंड को ट्रेडिंग प्लान (Trading Plan)
के हिस्से के रूप में लिखा जाना चाहिए (अधिक के लिए जोखिम प्रबंधन देखें) एक योजना विकसित करने पर विवरण)। आपकी ट्रेडिंग योजना गतिशील है, और इस प्रकार, जैसे-जैसे आप सीखना, कौशल विकसित करना और अपनी ताकत और कमजोरियों को उजागर करना जारी रखेंगे, यह विकसित होगा।
स्टॉक चुनने से पहले कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए
• अपने जोखिम के स्तर को समझें और तय करें कि क्या उचित है।
• आपके व्यक्तित्व प्रकार से कोई फर्क नहीं पड़ता, निवेश करने के लिए स्टॉक चुनने के लिए एक रणनीति विकसित करें।
• एक स्टॉक चुनकर (Pick Stocks) शुरू करें और फिर परिणामों का विश्लेषण करें।
• स्टॉक की हलचल और संपूर्ण बाजार को समझने के लिए ट्रेडिंग चार्ट का उपयोग करें।
• अंत में, अपनी योजना पर कायम रहें!
साथ ही, आपका व्यक्तित्व प्रकार आपके द्वारा ट्रेड किए जाने वाले स्टॉक के प्रकारों में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा। उदाहरण के लिए, यदि आप २३ वर्ष के हैं, वीडियो गेम में पले-बढ़े हैं, आपका दिमाग तेज़ है और ध्यान केंद्रित रहने के लिए आपको बहुत अधिक कार्रवाई करने की आवश्यकता है, तो आपके लिए अल्पकालिक, स्केलिंग सही हो सकती है। दूसरी ओर, यदि आप 65 वर्ष के हैं, तो निर्णय लेने से पहले चीजों के बारे में सोचना पसंद करते हैं, तो हो सकता है कि स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) कम अस्थिरता वाले स्टॉक अधिक उपयुक्त हों।
स्टॉक चुनते समय जोखिम प्रबंधन को ध्यान में रखें ( Keep Risk Management in Mind When Picking Stocks)
निर्धारित करें कि आप किस हद तक जोखिम के साथ रह सकते हैं और बर्दाश्त कर सकते हैं। स्टॉक चुनने (Pick Stocks) की रणनीति बनाने पर ध्यान दें जो पूंजी को संरक्षित करने और जोखिम को नियंत्रित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य पूंजी को संरक्षित करना होना चाहिए। आपको यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि खेल में बने रहने के लिए अपनी पूंजी को संभालना बहोत ही महत्वपूर्ण है ।
व्यापार करने के लिए स्टॉक का एक पूरा स्पेक्ट्रम है, प्रत्येक में विभिन्न स्तरों की अस्थिरता, मूल्य और मात्रा विशेषताओं के साथ। जोखिम कम करके शुरुआत करें। जैसे-जैसे आपके कौशल, अनुभव और आपकी सफलता में वृद्धि होती है, आप उन शेयरों से जुड़े जोखिम को बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं जिन्हें आप व्यापार के लिए चुनते हैं।
जब आप निवेश करने के लिए स्टॉक चुनते हैं तो इसे सरल रखें ( Keep it Simple When You pick Stocks to Invest In)
अपनी स्टॉक चुनने की प्रक्रिया (Picking Stocks Process) को सरल रखें! लंबी अवधि में आप जो भी स्टॉक चुनने की रणनीति तय करते हैं, केवल एक स्टॉक का व्यापार करके शुरू करें, देखें, अध्ययन करें और सीखें । प्रत्येक स्टॉक का अपना व्यक्तित्व और विशेषताएं होती हैं। आदर्श चाल चलने का अनुमान लगाने के लिए आपको इन “आदतों” को समझने की जरूरत है। चार्ट का अध्ययन कई समय सीमा में करें – इंट्राडे, दैनिक और साप्ताहिक। समय के साथ, एक और स्टॉक जोड़ना शुरू करें, और फिर दूसरा, इत्यादि। जब आप एक स्टॉक का व्यापार कर रहे हों, तो कुछ अन्य शेयरों के व्यवहार का अध्ययन करना और उनके व्यवहार को सीखना ठीक है।
एक बार जब आप “लर्निंग कर्व” के साथ आगे बढ़ जाते हैं, तो आप जिन अन्य शेयरों का अध्ययन कर रहे हैं, उनमें से एक का व्यापार करना शुरू करें। जब से आप इसे देख रहे हैं, तब से आपको इसके व्यवहार की समझ पहले से ही होगी। उन शेयरों पर ध्यान दें जो आपकी ट्रेडिंग योजना के साथ संरेखित हों और निरंतरता की अनुमति दें।
सीएनसी आदेश क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइसका मतलब है कि आप इस शेयर को खरीद कर कुछ दिनों या महीनों या सालों के लिए रखना चाहते हैं और आपको ये शेयर अपने डीमैट अकाउंट में चाहिए। CNC को चुन कर आप अपने ब्रोकर को अपनी ये इच्छा बताते हैं। अगर आप इंट्राडे ट्रेड (Intraday) करना चाहते हैं तो आप NRML या MIS चुनेंगे।
ज़ेरोधा में ट्रेडिंग कैसे करें?
ज़ेरोधा में ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें? Zerodha Me Option Trading Kaise Kare
- स्टॉक का नाम सर्च करें
- मंथली सीरीज सेलेक्ट करें
- प्राइस लेवल का चयन करें
- कॉल और पुट ऑप्शन का चयन कर वॉचलिस्ट लिस्ट में ऐड करें
- खरीदने/बेचने का आर्डर प्लेस करें
- पोजीशन स्क्वायर ऑफ कर मुनाफा बुक करें
क्या Zerodha में विकल्प प्रीमियम है?
इसे सुनेंरोकेंआप किसी भी कीमत पर ऑप्शन एग्रीमेंट स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने कर सकते हैं, बस आपको उससे जुड़ा प्रीमियम देना होगा। उदाहरण के तौर पर आप 340 के कॉल ऑप्शन को 4 रूपये 75 पैसे का प्रीमियम देकर ले सकते हैं। इसे ऊपर लाल रंग से दिखाया गया है। ये खरीदार को एक्सपायरी के अंत तक ITC का शेयर 340 रूपये पर खरीदने का विकल्प देगा।
शेयर कौन खरीदता है?
इसे सुनेंरोकेंअब एक सवाल आता है shares खरीदने का मतलब क्या है? जब कोई कंपनी खुद को NSE या BSE से रजिस्टर करके अपनी कंपनी में निवेश बढ़ने के लिए अपनी कंपनी के हिस्सों को बेचती है तब उस हिस्सेदारी को share कहा जाता है. जो भी व्यक्ति उस कंपनी के शेयर को खरीदता है वो उस कंपनी में उतने शेयर्स का हिस्सेदार बन जाता है.
ट्रेडिंग का मतलब क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंTrading Kya Hai? ट्रेडिंग का मतलब होता है किसी भी वास्तु या सेवा को कम दाम में खरीदना और फिर उस वास्तु या सेवा का दाम बढ़ जाने पर उसे बेच देना . ट्रेडिंग का मुख्य मकसद किसी भी वास्तु या सेवा को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना होता है .
इसे सुनेंरोकेंयह लंबी अवधि के निवेश के लिए होता है, जहां आप अपने डीमैट खाते में विशेष स्टॉक को लंबे समय के लिए रखे बिना प्रोडक्ट कोड CNC का उपयोग कर नहीं बेच पाएंगे। CNC सिर्फ एक प्रोडक्ट कोड है यदि आप एक ही दिन शेयर खरीदने और बेचने के लिए CNC उपयोग करते है,तो इसे इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए एक ऑर्डर माना जाएगा।
स्विंग ट्रेडिंग कैसे करे?
इसे सुनेंरोकेंस्विंग ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपको एक स्ट्रेटेजी बनानी होगी कि आप किस कंपनी के शेयर खरीदेंगे और कितने दिन तक के लिए ट्रेडिंग करेंगे . तो सबसे पहले स्विंग ट्रेडिंग के लिए शेयर को चुनने कि स्ट्रेटेजी बनाना सीखते है ताकि हम आसानी से स्विंग ट्रेडिंग करना सीख सके.
स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने?स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने
इसे सुनेंरोकेंध्यान देने वाली बातें (व्हाट इस स्विंग ट्रेडिंग) स्टॉक का चुनाव nifty 50 य nifty bank से करे । हाई वॉल्यूम और ज्यादा उथल – पुथल वाला स्टॉक को ही चुने । ऐसे स्टॉक चुने जो पिछले कुछ सालो में बढ़िया परफॉर्म कर रही हो । चार्ट को सिंपल रखें ज्यादा इंडिकेटर का इस्तेमाल नहीं करे ।
स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने
एक consolidation phase के बाद, यदि स्टॉक दैनिक समय सीमा में momentum candle के साथ सीमा को तोड़ता है और नई उच्च ऊंचाई बनाता है, तो आप इसे अपनी watchlist में जोड़ सकते हैं।
जब कीमत और वॉल्यूम दोनों ही शेयरों में एक साथ ट्रिगर देते हैं, तो यह संभावित रूप से किसी बड़े कदम का संकेत दे सकता है।percentage change parameters can be changes .
fake out reversals:-
जब स्टॉक दैनिक समय सीमा में किसी भी (key level) पर एक fake ब्रेकआउट करता है और फिर अपनी प्रवृत्ति को नीचे से ऊपर की ओर बदलता है,आप उस स्टॉक को trade entry के लिए ट्रैक कर सकते हैं।
निचे लिंक पर क्लिक करे।
हम आपको Swing Trading के बारे में detail में जानकारी देंगे , जिससे आप आसानी से स्विंग ट्रेडिंग करके एक साइड इनकम बना सकेंगे।
Swing Trading क्या है?
Swing Trading कुछ ही दिन की लिए की गई होल्डिंग होती है.जैसे15 से 20 दिन के लिए. किसी स्टॉक को होल्ड करके रखना और प्रॉफ़िट होने पर बेच देना Swing Trading कहलाता है. Swing Trading एक सबसे लोकप्रिय strategy है. जिसमें simple Moving Average का इस्तेमाल 10 या फिर 20 दिनों के वैल्यू डेटा को समझने के लिए किया जाता है.साधारण भाषा में समझें तो Swing Trading डिलीवरी ट्रेडिंग का एक छोटा भाग है, जो कुछ ही टाइम पीरियड के लिए होल्ड किया जाता है.डे ट्रेडिंग और ज्यादा समय के बीच की ट्रेडिंग में Swing Trading की अपनी दुनिया है. स्विंग ट्रेड्स कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक कहीं भी ट्रेडिंग कर सकते है. Swing Trading करने वाले कई दिनों के चार्ट पैटर्न की तलाश में रहते स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने हैं, जिससे की वो कम समय में अधिक प्रॉफिट कमा सकें. देखा जाए तो डे ट्रेडिंग से Swing Trading काफी बेहतर है.
Swing Trader कौन हैं?
Swing Trader एक ऐसे ट्रेडर हैं,जो कई दिन या फिर कई हफ्तों के अंदर ट्रेड करते हैं. और वो अक्सर चार घंटे या फिर एक दिन के चार्ट पर काम करते हैं. और इस ही पर एनालिसिस करते हैं.आपको बता दे की एक Swing Trader ज़्यादा टाइम के लिए बहुत कम ट्रेड करते हैं.साधारण भाषा में कहें तो Swing Trader कम समय और limit प्रॉफिट कमाने की कोशिश करते हैं.
Swing Trading करने के कईं फायदे खासकर नए ट्रेडर्स के लिए है. Swing Trading का मतलब मार्किट में ऊप्पर निचे होने के बाद भी आपको स्टॉक या फिर इंडेक्स की सही डायरेक्शन का पता लगवाने में मदद करना होता है.जब एक डे ट्रेडर अपनी पोजीशन कुछ ही मिनटो या कुछ घंटो तक ही रखता है, तो वहीं एक Swing Trader अपनी पोजीशन 24 घंटे से ले कर कई हफ्तों तक होल्ड करके रख सकता है. और ऐसे मे बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी भी बहुत कम हो जाती है. और प्रॉफिट होने की सम्भावना भी काफी ज्यादा होती है. जिसकी वजह से अधिकतर लोग डे ट्रेडिंग की बजाय Swing Trading करना पसंद करते हैं. Swing Trading टेक्निकल इंडीकेटर्स पर डिपेंड होती है. टेक्निकल इंडीकेटर्स का ज्यादतर काम मार्किट में रिस्क फैक्टर को कम करना होता है. और मार्किट में उतार-चढ़ाव होने के बावजूद आपको शेयर्स या इंडेक्स की सही दिशा दिखाना होता है.
Swing Trading से जुड़े कुछ आवश्यक नियम
Swing Trading में अक्सर उपयोग किए जाने वाले शब्दों में Entry Point, Exit Point, & Stoploss शामिल हैं. जिस जगह पर ट्रेडर अलग अलग टेक्निकल इंडिकेटर की मदद से Buy करते है,उसे एंट्री प्वाइंट कहते है.सदैव अपना ट्रेडिंग प्लान तैयार रखें. बिज़नेस की कैपेसिटी को ज्यादा करने के लिए ट्रेडिंग को एक बिज़नेस की तरह समझे.नई टेक्नोलॉजी का पूरा फायदा उठाएं. कंजर्वेटिव इन्वेस्ट स्ट्रेटेजी का पालन करें.एक स्टूडेंट स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने की तरह ही स्टॉक बाजार को सीखें और समझें. ट्रेडिंग करते हुए रिस्क पर ज़रूर ध्यान दे.एक सही ट्रेडिंग कार्य प्रणाली चुने.
कभी भी स्टॉप लॉस को इगनोर न करें. जब भी आप अपनी पोजीशन को निकालना चाहते हैं तो उससे पहले मार्किट की डायरेक्शन ज़रूर देख लें.अगर अपने स्विंग ट्रेड ली है तो बिच बिच में उसके चार्ट की एनालिसिस ज़रूर करें. स्विंग ट्रेड करते वक़्त अपने इमोशंस को काबू में ज़रूर रखें
निष्कर्ष
स्विंग ट्रेडर्स कईं तरह की Strategies का इस्तेमाल करते हैं यह Strategies आपको एक मजबूत नींव रखने में हेल्प करेंगी।
अगर आप नई-नई Strategies या फिर Technical and Fundamental सीखना चाहते हैं. तो हमें CONTACT 9897563039 करें हम आपको बेसिक से लेकर पूरा टेक्निकल फंडामेंटल और डेटा एनालिसिस करना सीखाते हैं.
अपने लिए सही एएमसी कैसे चुने?
अपना पैसा निवेश करने के लिए आपको, एएमसी की रेपुटेशन यानी साख को ध्यान में रखना चाहिए। अच्छी फार्म में ही अपने पैसे को निवेश करना चाहिए AMC, सेबी में रजिस्टर्ड है या नहीं यह भी चेक करना चाहिए। साथ ही एएमसी कितने सालों से इस क्षेत्र में काम कर रही है, यह भी आपको जानना चाहिए। इससे आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि आप अपना पैसा निवेश करने के लिए सही हाथों में दे रहे हैं या नहीं।
आप को एएमसी के फंड मैनेजर का बैकग्राउंड जरूर चेक करना चाहिए क्योंकि आपका म्यूच्यूअल फंड कैसे परफॉर्मेंस करेगा। यह फंड मैनेजर के ऊपर ही निर्भर करता है क्योंकि फंड मैनेजर ही फंड के शेयर खरीदने और बेचने का निर्णय करते हैं। फंड मैनेजर की परफॉर्मेंस देखने के लिए आपको उसके पिछले रिकॉर्ड को चेक करना चाहिए। ताकि आपको पता चल सके कि आप को इस फंड में निवेश करने पर कितना रिटर्न मिल सकता है।
AMC की फीस
एएमसी एक्सपेंशन रेश्यो के नाम पर आपसे फीस वसूल करती है। आमतौर पर एक्सपेंशन रेश्यो एक से कम होता है, इसी को स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने अच्छा माना जाता है। एक्सपेंस रेश्यो एक से कम होने पर, आपके प्रॉफिट में से जो पैसा कटेगा वह कम कटेगा। जब भी आप एएमसी का चुनाव करें, तो उसकी साख और फंड मैनेजर के पिछले परफॉर्मेंस पर भी जरूर ध्यान देंना चाहिए। यदि आप म्यूच्यूअल के स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुने बारे में विस्तार जानना चाहते हैं तो आप डॉ योगेश शर्मा द्वारा लिखित बुक म्यूच्युअल फंड्स में INVESTMENT द्वारा मुनाफा कैसे कमाए को पढ़ सकते हैं।
एएमसी की फीस (एक्सपेंशन रेश्यो) हो जरूर ध्यान में रखना चाहिए। इसके बाद ही अपने पैसे को इन्वेस्ट करना चाहिए। अब आपके मन में एक सवाल उठ रहा होगा, क्या AMC के द्वारा म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर आपका पैसा सुरक्षित रहेगा? इसका जवाब हां है, क्योंकि Asset management company का सेबी रजिस्टर्ड होती है और यह उनके लिए अनिवार्य होता है।
AMC stocks in India (एमसी स्टॉक्स इन इंडिया)
जो एएमसी (ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी) स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होती है । उनके स्टॉक्स को एएमसी स्टॉक्स कहा जाता है। यह तो आप जानते ही होंगे कि स्टॉक मार्केट में कंपनियां आईपीओ के द्वारा लिस्ट होती है। Initial Public Offering (IPO) क्या है और यह कैसे काम करता है?
भारतीय शेयर बाजार में बहुत सारी एएमसी कंपनियां लिस्ट हैं। जिनके शेयरों में आप चाहे लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करें या शार्ट के लिए, यह आपकी मर्जी पर निर्भर करता है। भारतीय स्टॉक मार्केट में बहुत सारी AMC लिस्ट हैं, कुछ सबसे अच्छी एएमसी निम्नलिखित हैं -