बिटकॉइन की पकड़ में कितना क्रिप्टो मार्केट

Crypto Market में जारी उठापटक के बीच June में निवेश के लिए ये हैं 5 बेस्ट क्रिप्टोकरेंसी, मिलेगा तगड़ा रिटर्न
निवेशक क्रिप्टो में निवेश करने से पहले इसके जोखिम को जरूर देखें, जून 2021 में निवेश के लिए ये हैं 5 बेस्ट क्रिप्टोकरेंसीज
पिछले महीने यानी मई 2021 में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भारी उठापटक देखने को मिली। दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन (Bitcoin) की कीमतों में तो 40% से अधिक की गिरावट देखी गई। यही हाल दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का रहा। यानी क्रिप्टो मार्केट में अस्थिरता का माहौल है। हालांकि, इस सप्ताह क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें थोड़ी स्टेबल हुई हैं।
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में हाल के उतार-चढ़ाव के दौरान बिटकॉइन की वैल्यू 65,000 डॉलर के ऑल-टाइम पर पहुंच गई, लेकिन इसके बाद इस डिजिटल करेंसी ने जो गोता लगाया तो इसकी वैल्यू 50% से अधिक गिरकर 30,000 डॉलर पर आ गई। अभी यह 36,000 से 40,000 डॉलर के रेंज में कारोबार कर रही है।
वर्ष 2020 की शुरुआत से पहले क्रिप्टोमार्केट में बिटकॉइन की हिस्सेदारी 70% थी जो अब घटकर 42% रह गई है। यही हाल दूसरी क्रिप्टोकरेंसीज का भी हुआ। उनके वैल्यू में भी बड़ी गिरावट आई है। इसलिए निवेशक क्रिप्टो में निवेश करने से पहले इसके जोखिम को जरूर देखें। जून 2021 में निवेश के लिए ये हैं 5 बेस्ट क्रिप्टोकरेंसीज…
Ethereum
निवेशक बिटक्वाइन से अपना फोकस शिफ्ट करके जून 2021 में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम (Ethereum) पर दांव लगा सकते हैं। Ethereum की कीमत 4300 डॉलर से नीचे गिरकर 2300 डॉलर पर आ गई थी। लेकिन अब यह धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही है और आज इसमें 2.71% की तेजी आई और यह 2676 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। Ethereum जल्द ही Bitcoin को पीछे छोड़ दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बन सकती है।
Cardano
इस महीने आप Cardano पर दांव बिटकॉइन की पकड़ में कितना क्रिप्टो मार्केट लगा सकते हैं। Cardano को सपोर्ट करने वाली IOHK ने ब्लॉकचेन में सुधार के लिए एक नया इनिशिएटिव शुरू किया है। इससे इस डिजिटल करेंसी में लॉन्ग-टर्म में निवेश करने वालो को काफी फायदा होगा। आज Cardano 2.43% की तेजी से 1.76 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है।
Bitcoin Cash
कम फीस और अन्य क्रिप्टोकरेंसी के मुकाबले ट्रांजैक्शन के काफी तेज प्रोसेसिंग की वजह से आप Bitcoin Cash पर भी दांव लगा सकते हैं। साथ ही फ्यूचर में इसके ग्रोथ की जबरदस्त संभावनाएं हैं। यह Bitcoin Cash में दांव लगाने का सबसे सही समय है, क्योंकि अभी इसकी कीमतें काफी कम हुई हैं। आज Bitcoin Cash 1.59% की तेजी के साथ 694.61 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है।
Dogecoin
मीम इंस्पायर्ड Dogecoin की कीमतें आज 30% से अधिक उछलकर 0.423837 डॉलर तक पहुंच गई। पिछले 5 महीने में Dogecoin का मार्केट कैप 13000% से अधिक बढ़ा है और यह दुनिया की छठी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बन गई है। अभी इसकी कीमतें कम हैं, ऐसे में निवेश का यही सही समय है।
Polygon
भारतीय क्रिप्टोकरेंसी Polygon की कीमतें वर्ष 2021 में अब तक 9000% से अधिक बढ़ी हैं। Polygon का वैल्यूएशन वर्ष 2019 में केवल 26 मिलियन डॉलर यानी करीब 190 करोड़ रुपये था जो अब बढ़कर 11 बिलियन डॉलर यानी 1 लाख करोड़ रुपये के करीब हो गया है। आज यह 1.79 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है।
इसे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इथेरियम (Ethereum) हाई फीस और स्लो ट्रांजैक्शन की समस्या को सुलझाने के लिए बनाया गया था। Polygon इथेरियम ब्लॉकचेन पर आधारित है जो यूजर्स को Ethereum से काफी कम कीमत पर एप्लीकेशन बनाने की सुविधा देता है।
Cryptocurrency Investment : Bitcoin या दूसरे किसी क्रिप्टो में निवेश करना चाहते हैं? जान लें पहले ये बातें
Bitcoin Investment : डिजिटल करेंसी की संभावनाएं अपार दिख रही हैं. अगर आप भी इस 'वर्चुअल मनी' में निवेश करने का सोच रहे हैं या इसमें दिलचस्पी रखते हैं तो पहले तो आपको कुछ चीजें जान लेनी चाहिए.
Bitcoin के अलावा क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में और भी कई विकल्प हैं,
2021 क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency Value) का साल साबित हो रहा है. पहली बार किसी क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया के किसी देश- अल सल्वाडोर- ने मान्यता देने की शुरुआत की है, वहीं सबसे पुरानी और सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी- बिटकॉइन- (Bitcoin Price Today) के अलावा और भी दूसरी कई क्रिप्टोकरेंसी Ethereum, Litecoin, Dogecoing, RIpple वगैरह बाजार में पकड़ बना चुकी हैं. हां, बिटकॉइन में पिछले दिनों बड़ी गिरावट आई थी, लेकिन इसमें धीरे-धीरे सुधार आ रहा है. भारत में भी इसपर बड़ी बहस है, लेकिन बाजार बन चुका है.
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क्रिप्टोकरेंसी की स्थिरता और सुरक्षा की बहस सबसे बड़ी है, लेकिन डिजिटल करेंसी की संभावनाएं अपार दिख रही हैं. अगर आप भी इस 'वर्चुअल मनी' में निवेश करने का सोच रहे हैं या इसमें दिलचस्पी रखते हैं तो पहले तो आपको कुछ चीजें जान लेनी चाहिए. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए आपको और ज्यादा जागरूक होना पड़ेगा. कुछ फैक्टर्स हैं, जो इस करेंसी की दशा-दिशा तय करते हैं, वहीं, कुछ बातों का ध्यान आपको रखना चाहिए.
उतार-चढ़ाव
क्रिप्टोकरेंसी बड़े उतार-चढ़ाव का शिकार होती हैं. इनका मूल्य बहुत चढ़ता है तो बहुत ही तेजी से गिर भी जाता है. निवेश के सभी माध्यमों में सबसे ज्यादा खतरा इसी माध्यम है, कहा जाए तो बहुत अतिशयोक्ति नहीं होगी. उसपर से समस्या यह भी है कि क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं मिली हुई है, ऐसे में कभी भी इसके गैरकानूनी घोषित किए जाने का खतरा बना रहता है. ऐसे में अगर आप निवेश कर रहे हैं तो जितना अफोर्ड कर सकते हैं. उतना ही करिए और क्रिप्टो की दुनिया के साथ-साथ बाहर की दुनिया की खोज खबर भी रखिए कि कहीं कोई फैक्टर इसपर निगेटव इंपैक्ट तो नहीं डाल सकता है.
कब निवेश करना चाहिए
विशेषज्ञ मानते हैं कि किसी भी चीज में तब निवेश नहीं करना चाहिए, जब यह ऊंचाई की पीक पर हो और बबल फूटने वाला हो. वहीं, इसमें तब भी निवेश नहीं करना चाहिए, जब मार्केट क्रैश हो रहा है. अच्छा होगा आप तब निवेश करें जब कीमतें थोड़े निचले स्तर पर स्थिर चल रही हों. और ऊपर से अगर क्रिप्टोकरेंसी की बात करें तो इसके उतार-चढ़ाव को देखते हुए टाइम देखकर निवेश करना जरूरी होता है.
बिटकॉइन ही नहीं, कई दूसरे विकल्प भी हैं मौजूद
क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में बस बिटकॉइन ही सबसे उत्तम विकल्प है, ऐसा नहीं है. हां, बिटकॉइन सबसे पुरानी और सबसे महंगी करेंसी है, लेकिन निवेशकों को इससे ज्यादा सस्ते विकल्प भी मिलेंगे. Ethereum, Litecoin, और Ripple का भी आकर्षण बढ़ा है. ऐसे में आप देख लें कि कौन सा क्रिप्टो कितना वॉलेटाइल और उसकी वैल्यू क्या चल रही है.
करेंसी का वाइटपेपर पढ़िए
वाइटपेपर ऐसा डिजिटल दस्तावेज होता है, जो निवेशकों को किसी डिजिटल करेंसी और कंपनी की पूरी जानकारी देता है. यह Draft Red Herring Prospectus का डिजिटल वर्जन होता है, जिसमें कंपनी करेंसी का प्राइस, यूटिलिटी वगैरह बताती है. इससे आप कॉइन की विश्वसनीयता और स्थिरता वगैरह को समझ सकते हैं.
धोखाधड़ी का शिकार न बनें
क्रिप्टोकरेंसी में एक और बड़ा खतरा होता है- स्कैम, फ्रॉड का, हाल ही में अमेरिका के फेडरल ट्रेड कमीशन ने बताया था कि अक्टूबर, 2020 के बाद से मई के अंत तक करीबन 7,000 लोगों को क्रिप्टोकरेंसी की डीलिंग में चपत लग चुकी है. इसमें लोगों को करीब 585.43 करोड़ का नुकसान हुआ है. ऐसे में कभी बड़े-बड़े वादों और दावों के चक्कर में न पड़े. विश्वसनीय स्रोतों से ही रिसर्च करें और फिर निवेश करें.
क्यों डूब सकता है बिटकॉइन में लगा आपका पैसा, ये हैं वजहें
बिटकॉइन में निवेश जोखिम से भरा हुआ है. 1 सितंबर को एक बिटकॉइन की कीमत करीब 3.50 लाख रुपये थी जो अब घटकर करीब 2.70 लाख रुपये रह गई है.
पेठे ने बताया कि जब मैंने कंपनी को कई बार फोन और दूसरे तरीके से संपर्क साधा तो अंत में तीन महीने बाद उनके अकाउंट में पैसा आया. पेठे का कहना है कि अब मुझे इस बात का डर लगने लगा है कि इस क्रिप्टोकरेंसी की स्कीम में मेरा किया हुआ निवेश डूबेगा तो नहीं. इसे देखकर पेठे जल्द से जल्द अपना पैसा निकालना चाहते हैं. और भविष्य में वह इस तरह के निवेश से बचना चाहते हैं.
Bitcoin is a cryptocurrency, or a digital currency, that uses rules of cryptography for regulation and generation of units of currency.
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के मुताबिक भारत में रोजाना करीब 2500 नए ग्राहक इसमें पैसा लगा रहे हैं. पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रेसीडेंट गोपाल जीवराजका के मुताबिक बिटकॉइन में निवेश जोखिम से भरा हुआ है और इसमें कोई फिजिकल एसेट नहीं हैं. इसके बावजूद बिटकॉइन में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है जोकि काफी चिंता का विषय है.
itsblockchain.com के संस्थापक और बिटकॉइन एक्सपर्ट हितेश मालवीय का कहना है कि दूसरे किसी भी निवेश के साधन में इतने कम समय में इतना तगड़ा रिटर्न नहीं मिला है. इसलिए ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने के लिए बड़ी संख्या में निवेशक इसमें पैसा लगा रहे हैं. हालांकि अब लग रहा है कि भारतीय निवेशकों का इस क्रिप्टोकरेंसी से पैसा कमाने का समय खत्म हो चुका है. इस साल जनवरी से सितंबर के बीच ही बिटकॉइन की कीमतें 5 गुना उछली हैं.
अब बिटकॉइन में भारी गिरावट का दौर देखने को मिल रहा है. 1 सितंबर को एक बिटकॉइन की कीमत करीब 3.5 लाख रुपये पर पहुंच गई थी. 14 सितंबर को भाव गिरकर 2.4 लाख रुपये पर आ गया. यानी महज दो हफ्ते में 31 फीसदी की भारी गिरावट. चीन में ऑनलाइन टोकन (इनीशियल कॉइन ऑफरिंग) पर रोक के बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है.
एक साल में 750% चढ़ी बिटकॉइन की कीमतें
पिछले एक साल में बिटकॉइन की कीमतें 750 फीसदी चढ़ी है लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में इसका दाम 30 फीसदी लुढ़का है. 20 सितंबर 2016 को एक बिटकॉइन का भाव 41,455 रुपये था. एक सितंबर को करीब 3.54 लाख रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद 26 सितंबर को भाव 2.68 लाख पर आ गया. बिटकॉइन में आई यह गिरावट क्या निवेश का सुनहरा मौका है? हालांकि एक्सपर्ट अब बिटकाइन में निवेश से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं. ये हैं 7 वजहें क्यों बिटकॉइन या दूसरी वर्चुअल करेंसी में निवेश नहीं करना चाहिए.
Investments in the digital currency have been rewarding for investors.
1- भारी उतार-चढ़ाव
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना बहुत जोखिम भरा है क्योंकि इस वर्चुअल करेंसी में उतार-चढ़ाव बहुत ज्यादा है. रेगुलेशन न होने से इसमें बहुत ज्यादा उठापटक देखने को मिलती है.
2- न ये कमोडिटी है न ही करेंसी
पुराने जमाने में सोने-चांदी जैसी धातुओं के सिक्के चलते थे. इसके बाद सरकार द्वारा या आरबीआई की ओर से चलाए गए सिक्के आए. इन्हें फिएट करेंसी बोला जाता था. जबकि बिटकॉइन अब तक न करेंसी की कैटेगरी में न ही कमोडिटी है.
3-अगर आप वर्चुअल करेंसी के बारे में नहीं जानते तो इससे दूर रहें
दुनियाभर के कई बड़े बैंकों और जानकारों ने इस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से दूर रहने की सलाह दी है. उनकी नजर में बिटकॉइन का बुलबुला कभी भी फूट सकता है. दुनिया के बड़े बैंकों में से एक जेपी मॉर्गेन बिटकॉइन की पकड़ में कितना क्रिप्टो मार्केट के सीईओ जैमी डिमॉन का तो यहां तक कहना है कि यह छुईमई के पौधे से भी ज्यादा संवेदनशील है.
4- अब तक कोई रेगुलेटर नहीं
बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को नियंत्रण करने के लिए अब तक कोई रेगुलेटर नहीं हैं. न इस पर सरकार का नियंत्रण है और न ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया . इसके अलावा इस पर सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) का भी कोई कंट्रोल नहीं है.
5- कानून की नजर से कितनी सही है क्रिप्टोकरेंसी
भारत में जो लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं उनके लिए सबसे बड़ी रुकावट है कि इसको लेकर कोई स्पष्ट कानून नहीं हैं. रिजर्व बैंक ने इसे न कानूनी घोषित किया है न ही गैरकानूनी. आरबीआई ने 2013 में एक प्रेस रिलीज के जरिये कहा था कि जो लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड कर रहे हैं वो अपने रिस्क पर इसमें निवेश करें. इसी साल फरवरी 2017 में बैंक ने फिर रिलीज जारी कर कहा कि आरबीआई ने किसी बैंक या संस्था को बिटकॉइन में कारोबार के लिए लाइसेंस जारी नहीं किया है.
A federal government panel is examining options such as banning, regulating or limited intervention for virtual currencies in India.
6- पोंजी स्कीम का रैकेट
क्रिप्टोकरेंसी में सिर्फ ऑपरेशनल खतरे ही नहीं बल्कि इसमें दूसरे जोखिम भी हैं. ठगी के लिए पोंजी स्कीम लॉन्च की जा रही हैं. ये निवेशकों से गारंटीड रिटर्न का वादा कर रहे हैं. आईएफआईएम में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन बैकिंग के प्रोफेसर एवं चेयरमैन राजेन्द्र के सिन्हा का कहना है कि कुछ कंपनियां कम समय में दोगुना रिटर्न के वादा कर रही हैं . निवेशकों को इनसे बचना चाहिए क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी के भाव में बहुत उतार-चढ़ाव रहता है.
7- गैर कानूनी धंधों में इस्तेमाल
सरकार के नियंत्रण से बाहर होने से आतंकवादी, माफिया और हैकर्स बिटकॉइन का इस्तेमाल गैर कानूनी धंधों में कर रहे हैं. इसमें लेनदेन में पहचान छुपी रहती है. इसलिए सरकार की पकड़ में ऐसे लोग नहीं आ पाते हैं. हैकर भी फिरौती के लिए बिटकॉइन को माध्यम बना रहे हैं. हाल ही रैनसममवेयर के हैकर ने बिटकॉइन में फिरौती मांगी थी.
Bitcoin ने दिखाया इन Cryptocurrency को रास्ता, खो रहा मार्केट शेयर
वर्तमान में करीब 8700 क्रिप्टोकरेंसी प्रचलन में है.
Bitcoin समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों की रूचि लगातार बढ़ी है. बिटकॉइन 2010 में सबसे पहले आने के बाद डिजिटल मुद्राओं में सर्वाधिक प्रचलित है. हालांकि नए क्रिप्टोकरेंसीज के आने से इसके मार्केट शेयर में कमी देखी गई है. आइए समझते हैं क्रिप्टोकरेंसी बाजार को और जानते हैं bitcoin के मार्केट शेयर में सेंध के पीछे क्या और कौन है-
पहले क्रिप्टोकरेंसी और क्रिप्टोकरेंसी बाजार को समझते हैं
क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की डिजिटल करेंसी या मुद्रा है. यह मुद्रा किसी सरकार, संस्था या व्यक्ति के हाथों में केंद्रित नहीं रहती. क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग तकनीक से विकसित किए जाते हैं. इस प्रक्रिया में गणित की काफी जटिल समस्याओं को सुलझाना होता है. वर्तमान में बिटकॉइन समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार के माध्यम के तौर पर काफी सीमित इस्तेमाल होता है. लेकिन निवेश के संदर्भ में भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए लोग अलग अलग क्रिप्टोकरेंसी खासकर बिटकॉइन में बड़ा भरोसा दिखा रहे हैं.
निवेश के तौर पर देखे जाने के कारण क्रिप्टोकरेंसी का बाजार काफी बड़ा है. जाने माने निवेशकों और बिजनेस जगत के लोगों के आने से आम लोगों का बिटकॉइन एवं अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरफ आकर्षण बढ़ा है. 'कॉइन मार्केट कैप' वेबसाइट के अनुसार वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी बाजार का मार्केट कैपिटलाइजेशन बिटकॉइन की पकड़ में कितना क्रिप्टो मार्केट 1 ट्रिलियन 447 बिलियन अमेरिकी डॉलर के करीब है. 5 मार्च, 2021 के अनुसार बिटकॉइन समेत कुल 8697 ऐसी मुद्राएं प्रचलन में हैं.
बिटकॉइन की पकड़ में कितना क्रिप्टो मार्केट?
बिटकॉइन में ट्रेडिंग की शुरुआत जुलाई 2010 में हुई थी. उस समय एक बिटकॉइन की कीमत 0.08 डॉलर हुआ करती थी. मई 2013 के अनुसार बिटकॉइन कुल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में 94% हिस्सा रखता था. फरवरी 2017 में यह मार्केट शेयर घटकर 86% हो गया. नई क्रिप्टोकरेंसीज के बढ़ने से बिटकॉइन की हिस्सेदारी और भी कम होती चली गई. 5 मार्च, 2021 को कॉइनमार्केटकैप के अनुसार यह शेयर करीब 60.7% रह गया है. हालांकि कुल मार्केट के हिस्से के तौर पर बिटकॉइन की भूमिका में कुल करीब 35% की गिरावट देखी गई है, क्रिप्टोकरेंसी का बाजार लगातार बढ़ा है. बड़े बाजार में 60% की हिस्सेदारी भी पहले के 94% हिस्से से कई गुणा अधिक है.
जून 2017 में बिटकॉइन की हिस्सेदारी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में किसी भी समय के न्यूनतम स्तर पर आते हुए 37% पर पहुंच गई थी.
क्रिप्टो एटीएम से खरीदिए बिटकॉइन और क्रिप्टोकरेंसी, जानिए कैसे काम करते हैं एटीएम
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 30 दिसंबर 2021 तक वैश्विक स्तर पर लगभग 34,000 बिटकॉइन एटीएम इनस्टॉल किए गए थे। एक साल पहले की बात करें तो दिसंबर 2020 तक 13,000 से कम बिटकॉइन एटीएम थे। इसका मतलब है कि एक साल.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 30 दिसंबर 2021 तक वैश्विक स्तर पर बिटकॉइन की पकड़ में कितना क्रिप्टो मार्केट लगभग 34,000 बिटकॉइन एटीएम इनस्टॉल किए गए थे। एक साल पहले की बात करें तो दिसंबर 2020 तक 13,000 से कम बिटकॉइन एटीएम थे। इसका मतलब है कि एक साल में दुनिया भर में 20,000 से अधिक नए एटीएम इनस्टॉल किए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 2014 में बिटकॉइन एटीएम की शुरुआत की गई थी, तब दुनिया भर में ऐसे केवल 301 एटीएम थे। होंडुरास ने इस साल अगस्त में अपना पहला बिटकॉइन एटीएम खोला तो उसके पड़ोसी अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन को कानूनी निविदा घोषित किया।
बिटकॉइन एटीएम क्या है?
एटीएम उपयोगकर्ताओं को फिएट मनी के साथ क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और एक्सचेंज करने का विकल्प प्रदान करते हैं, इन्हें बिटकॉइन एटीएम के रूप में जाना जाता है। यह आम एटीएम मशीन की तरह नहीं होते है क्योंकि यह ब्लॉकचैन-आधारित लेनदेन करता है जो क्रिप्टो उपयोगकर्ता के डिजिटल वॉलेट में क्यूआर कोड माध्यम से भेजता बिटकॉइन की पकड़ में कितना क्रिप्टो मार्केट है।
बिटकॉइन एटीएम कैसे काम करता है?
बिटकॉइन एटीएम और अन्य क्रिप्टो एटीएम लेनदेन के लिए इंटरनेट-आधारित क्रिप्टोकरेंसी पोर्टल का उपयोग करते हैं। बिटकॉइन एटीएम के मामले में, उपयोगकर्ता अपनी नकदी जमा करते हैं और मशीन नकदी को क्रिप्टो में परिवर्तित करती है और आपके बिटकॉइन वॉलेट में भेजती है जिसमें आप अपने बिटकॉइन प्राप्त करते हैं। उपयोगकर्ता एक साथ कई क्रिप्टोकरेंसी में भी निवेश कर सकते हैं और सभी फंड एक ही वॉलेट में सुरक्षित होते है।
बिटकॉइन एटीएम कितने सुरक्षित हैं?
बिटकॉइन एटीएम बिटकॉइन खरीदने, भेजने या बेचने के सबसे सुरक्षित तरीकों में से एक है। पहला की तत्काल लेनदेन आपको बिटकॉइन की अस्थिरता से बचाते हैं। दूसरा, पासवर्ड और 2- फैक्टर वेरिफिकेशन आपके खाते को दूसरों से सुरक्षित रखते हैं। बिटकॉइन एटीएम किसी तीसरे पक्ष का उपयोग नहीं करते हैं और आपके फंड सीधे ब्लॉकचैन में जाते हैं।
दुनिया भर में कितने देशों में एटीएम हैं?
Coinatmradar.com के डेटा से पता चलता है कि दिसंबर 2021 तक दुनिया भर में 33,896 बिटकॉइन एटीएम इनस्टॉल किए गए थे। दुनिया में कुल बिटकॉइन एटीएम का लगभग 90 प्रतिशत अमेरिका (29,801) में है, इसके बाद कनाडा (2,133), यूरोप (1,384), स्पेन (168), ऑस्ट्रिया (144), स्विट्जरलैंड (137) और यूके (101) का नंबर आता है।