मार्केट ट्रेडिंग में कैसे भाग ले सकता हूं?

- जब आपके पास पहले से ही पैन कार्ड नहीं है, तो एक का अधिग्रहण करें:
Share market se Paisa Kaise kamae?
अगर आप भी एक इन्वेस्टर हैं या फिर एक ट्रेडर हैं या बनना चाहते हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए ही है। बहुत सारे लोगों का यह सवाल रहता है की शेयर मार्केट से पैसा कैसे कमाए? उन्होंने तो इसमें पैसा गवाया ही है, उनकी यह दलील सही भी है क्योंकि मार्केट में 100 में से 90 लोग पैसा गवाते ही हैं और यह 90 लोगों का पैसा 10 लोगों के पास जाता है अब आप लोग सोच रहे होंगे कि मैं यह क्या कह रहा हूं, हां मैं बिल्कुल सच कह रहा हूं तो इस तरह से तो आप लोगों के हारने के चांस 90 परसेंट हो गए और जीतने के केवल 10 परसेंट।हां बिल्कुल यही सच है।
लेकिन यह बात भी उतनी ही सही है कि वे 10 लोग कहीं अलग से नहीं आते हैं आप लोगों में से ही होते हैं,इसलिय निराश बिल्कुल ना हों।
तो आज की पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा कि वे 10 लोग ऐसा क्या करते हैं जो बाकी 90 लोग नहीं करते हैं अगर आप भी यह जानने के लिए उत्सुक हैं तो पोस्ट को आखिर तक पढ़े अगर आपको यह पोस्ट पसंद आए तो अपने दोस्तों को भी शेयर करें साथ ही यह भी बताएं कि आपको किस टॉपिक पर पोस्ट चाहिए तो चलिए शुरू करते हैं ।
इन्वेस्टर और ट्रेडर क्या होता है?
वे लोग जो अपने पैसे को शेयर मार्केट में लंबे समय की अवधि के लिए निवेश करते हैं उन्हें इन्वेस्टर कहते हैं,
वे लोग जो शेयर मार्केट में अपने पैसे को कुछ घंटे या फिर कुछ दिनों के लिए निवेश करते हैं और थोड़ा सा मुनाफा कमाकर बाहर निकल जाते हैं उन्हें ट्रेडर कहा जाता है अगर आप कहेंगे तो मैं इस पर भी एक पोस्ट बना दूंगा की आपको ट्रेडिंग करनी चाहिए या फिर इन्वेस्टिंग।
पोस्ट को मैं दो हिस्सों में बांट रहा हूं पहला अगर आप इन्वेस्टर हैं और दूसरा हिस्सा अगर आप ट्रेडर हैं।
अगर आप इन्वेस्टर हैं।
- कंपनी की सही से जांच क्योंकि आप एक निवेशक हैं तो आप जिस कंपनी के शेयर खरीदना चाहते हैं आपको उसमें :-
- इस आधार पर निवेश नहीं करना है की कंपनी का शेयर तेजी से ऊपर बढ़ रहा है बल्कि आपको उस कंपनी की अच्छी तरह से एनालिसिस करनी है।आपको उस कंपनी के कम से कम पिछले 10 सालों का डाटा देखना चाहिए कि कंपनी पिछले 10 सालों से कैसा प्रदर्शन कर रही है।
- आपको यह भी जांच करनी चाहिए की कंपनी में प्रमोटर के पास कितने पर्सेंट हिस्सा है प्रमोटर के पास कम से कम 50 प्रजेंट हिस्सा होना चाहिए ऐसी ही कंपनी भरोसेमंद होती है,
- यह देखिए कंपनी पर कितना कर्जा है और कंपनी को हर साल होने वाला फायदा अगर कंपनी के कर्जे से कम है तू ऐसी कंपनी में निवेश ना करें और अगर करें भी तो बहुत कम निवेश करें दो या तीन परसेंट।
- भावनाओं पर काबू रखेंअगर आप पूछें शेयर मार्केट में आपका सबसे बड़ा दुश्मन कौन है तो मैं यह कहने से पहले जरा भी नहीं सोचूँगा कि वह आप खुद हैं।हां आपने सही सुना शेयर मार्केट में आपका सबसे बड़ी दुश्मन आपकी भावनाएं होती हैं तो भावनाओं को काबू में रखें अगर आप अपनी भावनाओं को काबू में नहीं रख सकते हैं तो आप शेयर मार्केट से लाभ तो छोड़िए नुकसान ही उठाएंगे जो 90 लोग करते हैं भावनाओं को इस तरह से काबू में रख सकते हैं ।
- खुद पर भरोसारखें अगर आपका शेयर खरीदे गए दाम से थोड़ा नीचे भी जाता है तो भी चिंता ना करें क्योंकि यही वह समय होता है जब आपको फायदा होगा क्योंकि अगर आपने सही रिसर्च की है तो कंपनी का शेयर सत प्रतिशत कुछ समय बाद ऊपर ही जाएगा तो कभी भी भावनाओं के भाव में आकर शेयर ना बेंचें।
- केवल ग्राफ पर ही भरोसा ना करेंअगर किसी कंपनी का ग्राफ लगातार कुछ दिनों से ऊपर जा रहा है तो भावनाओं के बहाव में केवल आप उस कंपनी में इसलिए निवेश ना करें क्योंकि उसका ग्राफ ऊपर जा रहा है आप भारी नुकसान उठा सकते हैं मैंने पहले ही बताया है कंपनी में निवेश करने से पहले उसकी अच्छी तरह जांच करें।
- जोखिम को कम करेंअगर कोई आपसे कहे की वह आपको जोखिम का प्प्रतिशत जीरो कर सकता है तो वह गलत है आपको किसी भी कंपनी में नुकसान हो सकता है हां लेकिन आप अपनी समझदारी से उस नुकसान को न्यूनतम अवश्य कर सकते हैं, तो आप ऐसा कैसे करेंगे:-
- अपना सारा पैसा एक ही कंपनी में ना लगाएं आप अपने पैसे को एक ही कंपनी में लगाने की वजह कई कंपनियों में डायवर्सिफाई कर दें यह भी ध्यान रखें की सारी कंपनियां अलग-अलग सेक्टर की हूं इसे आप अपने जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं क्योंकि मान लीजिए अगर आप अपना पैसा 10 कंपनियों में लगाते है 5 साल बाद आप देखते हैं की आपकी 10 में से पांच कंपनियों का पैसा डूब गया है दो कंपनियों ने ठीक-ठाक रिटर्न दिए हैं लेकिन बाकी तीन कंपनियों ने असाधारण प्रदर्शन किया है उन्होंने मिलाकर आपके लगाए गए पैसे को 50 गुना तक कर दिया है तो भी कुल मिलाकर आप फायदे में ही रहेंगे लेकिन अगर आप अपना सारा पैसा एक ही कंपनी में लगा देते हैं और कंपनी कुछ समय बाद डूब जाती है तो आपका सारा पैसा बर्बाद हो जाएगा ।
- कितनी कंपनीयों में लगाएं पैसा?आपके पोर्टफोलियो में कम से कम 12 कंपनियां होनी चाहिए और अगर आप ज्यादा पैसा लगाते हैं तो आपके पोर्टफोलियो में 25 या उससे अधिक कंपनियां भी हो सकती हैं लेकिन अगर आप 50 हजार se 100000 तक के बीच में पैसा लगाते हैं तो आपके पोर्टफोलियो में 12 या 15 कंपनियां होनी चाहिए।
- एक कंपनी में कितना पैसा लगाएं?आपको अपनी इन्वेस्ट की जाने वाली रकम का कम से कम 4% अमाउंट किसी भी कंपनी में लगाना चाहिए और अधिक से अधिक 8 या 9 प्रतिशत अमाउंट आप किसी कंपनी में लगा सकते हैं अगर आप उस कंपनी पर ज्यादा भरोसा करते हैं या उसके फंडामेंटल्स ज्यादा एक स्ट्रांग है।लेकिन कम से कम आपको चार या पांच परसेंट तो लगाना ही चाहिए क्योंकि अगर वह कंपनी बढ़िया प्रदर्शन करती है तो आप को अच्छा रिटर्न मिलेगा और अगर कंपनी बढ़िया प्रदर्शन नहीं करती है तो केवल आपका चार से पांच परसेंट अमाउंट ही फसेगा।
- मार्केट में कितना पैसा लगाएं?जिसकी आपको आगे 1 या 2 साल तक कोई जरूरत नहीं है आप उसे कम से कम 2 साल तक तो होल्ड कर ही सकते हैं अगर आप मार्केट में ऐसा पैसा लगा देते हैं जिसकी आपको अचानक महीने या 2 महीने में जरूरत पड़ने वाली है तो आप नुकसान उठा सकते हैं क्योंकि हो सकता है जिस समय आपको अपने पैसे की जरूरत हो उस समय कंपनी का लॉकिंग पीरियड चल रहा हूं और शेयर करंट प्राइस से काफी नीचे हो इस वजह से आप मार्केट में वही पैसा लगाएं जिसकी आपको अगले काफी साल तक कोई जरूरत नहीं है.।
अगर आप एक ट्रेडर हैं
ट्रेडर, जिनको कंपनी के फंडामेंटल से कोई मतलब नहीं होता है बे केवल उस समय तक मार्केट में रहते हैं जब तक मार्केट बढ़िया प्रदर्शन करता है और उस समय के दौरान ही पर अपना मुनाफा कमाकर मार्केट से निकल लेते हैं अगर आपको ट्रेडिंग की कोई जानकारी नहीं है तो यह आपके लिए काफी रिस्की हो सकती है।
Share Bazaar: क्या एक ही शेयर को आप बार-बार खरीद-बेच सकते हैं?मार्केट ट्रेडिंग में कैसे भाग ले सकता हूं?
Share Market Investment: क्या किसी Share को हम एक ही दिन में बार-बार खरीद या बेच सकते हैं। इस सवाल को लेकर क्या आप भी दुविधा में हैं? चलिए आपकी दुविधा को दूर किए देते हैं। आपके इस सवाल का जवाब है- हां।
इंट्रा-डे का ट्रेडिंग का उदाहरण
मान लीजिए, आज आपने किसी कंपनी का 20 रुपये की कीमत वाला शेयर खरीदा। इन शेयरों की संख्या 100 थी। इसके लिए आपने 2010 (2000+10) शेयर की कुल कीमत और कमीशन मिलाकर 2010 रुपये चुकाए। कुछ घंटे बाद इस शेयर की कीमत 20.50 हो गई। आपने मुनाफा देखकर अपने सभी 100 शेयर बेच दिए। आपको इस पर 2040 (2050-10) रुपये मिले।
इस तरह आपने कुछ घंटे का रिस्क लेकर 30 रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जबकि आपके ब्रोकर को इससे 20 रुपये कमीशन मिला। इस तरह एक बार इंट्रा डे ट्रेडिंग की प्रक्रिया पूरी हो गई। अगर आप चाहें तो उसी कंपनी के शेयर की उसी दिन फिर इसी तरह से खरीद-बिक्री कर सकते हैं। बस, शेयर बाजार बंद न हुए हों। इसी तरह एक ही दिन में नहीं बल्कि सप्ताह में महीने मार्केट ट्रेडिंग में कैसे भाग ले सकता हूं? में आप चाहे, जितनी भी बार ट्रेडिंग कर सकते हैं।
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मार्केट ट्रेडिंग में कैसे भाग ले सकता हूं?
क्या ट्रेडर के लिए शेयर बाजार में प्रवेश करना और पैसा कमाना आसान है ?
7 शेयर मार्केट ट्रेडिंग टिप्स इन हिंदी
एक अनुमान है की अगर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने वालो की उम्र की औसत निकालते है तो ३०-३५ साल के आसपास है.
इसका मतलब ये है की आज की दौर में युवा शेयर बाजार की तरफ आकर्षित हो रहे है. इस आकर्षण का महत्वपूर्ण कारण है तेजी से दौड़ता बाजार और कम समय -कम मेहनत से पैसा कमाने की लालसा. क्या ये लालसा ठीक है.
अगर कम सयम में बहुत पैसा मिल रहा तो बुरा क्या है.
मगर आप ये सोचकर कदम रखते है तो ये आपकी सोच गलत है.
क्योंकि ज्यादातर युवा शेयर बाजार में इस कारण ही आते है.
क्या शेयर बाजार में पैसा कमाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है की नहीं ?
क्या पैसा लगाना पड़ता है या नहीं ? क्या बिना टेंशन के शेयर बाजार में रह सकते है ?
सारे सवालो का जवाब है शेयर बाजार में अगर पैसा कमाना है तो पैसा लगाना पड़ता है , मेहनत करनी पड़ती है और तनाव झेलना पड़ती है.
अगर ये सब करने आपकी तैयारी है तो आप शेयर बाजार में ट्रेडर के रूप में कदम रखने के के लिए तैयार है.
यहाँ कदम रखना काफी नहीं है . यहाँ लम्बे वक्त तक ट्रेडर के रूप टिकना महत्वपूर्ण है.
दुसरा यह अनुमान है की जो भी व्यक्ति ट्रेडर के रूप में कदम रखता है उसमेसे औसतन ३० से ४० प्रतिशत ही टिक पाते है और बाकि सब बाहर हो जाते है .
इसका क्या कारण है ? Beginner In Share Market Hindi Me / share market for beginners
इसका महत्वपूर्ण कारण है . तैयारी करना…..
तो क्या क्या तैयारी करनी पड़ती है ?
ट्रेडर निचे दिए हुए कुछ बातो का ध्यान रखा तो उसे ट्रेडिंग में बहुत मदत मिलेगी और वह यहां अपने कदम जडा सकता है और टिक सकता है .
( A ) शेयर बाजार दो चीजे बहुत बहुत महत्वपूर्ण है पैसा कमाने की बजाय पैसा बचाना और लम्बे वक्त तक टिकना .
आप पैसे तो कमा लोगो पर पैसा टिकाना उससे ज्यादा महत्वपूर्ण है. ये बात मैं ये क्यों दोहरा रहा हूँ इसका जवाब आपको दूसरे भाग में मिलेगा .
( B ) इस भाग में ये जानते है की आप के एंट्री करने के बाद क्या क्या खयाल रखना है.
( C ) बहुत कम राशि से आपको ट्रेडर के रूप में उतरना पड़ेगा, यह राशि डूब भी गयी तो आपके रोज़ मर्रा के जीवन मार्केट ट्रेडिंग में कैसे भाग ले सकता हूं? पर कुछ असर न पड़े,
पढ़ने में यह पॉइंट कुछ अटपटा लग सकता है पर ये सच है .
( D ) शुरुआत में आपको डे ट्रेडिंग की बजाय शार्ट टर्म ट्रेडिंग करनी चाहिए. कम से कम ५ से ६ दिन का ट्रेड लेना चाहिए.
आज कल के युवा २ से ३ महीने की ट्रेनिंग लेकर आकर आते ये बहुत अच्छी बात है आप पूरी तरह दुसरो पर निर्भर नहीं रहोगे.
( E ) अगर आप ट्रेनिंग लेकर आते हो तो भी आपको कम से कम अगले छह महीने तक बहुत कम ट्रेडिंग करना है.
( F ) अगर हमें ५ से ६ दिन ट्रेड लेना है और यह छह माह तक करना है तो हम इसके बिच और क्या करे ?
( G ) हमें पेपर ट्रेडिंग करनी है ……….ये पेपर ट्रेडिंग क्या है ?
( H ) जैसा आप वास्तविक ट्रेड ले रहे हो वैसा ही ट्रेड पेपर पर लेना है यानि लिखना है. पेपर पर ले रहे हो तो दुर्लक्षित होकर ट्रेडिंग नहीं करनी है .
पैसे लग नहीं रहे तो आपका ध्यान ट्रेड की तरफ ध्यान कम हो सकता है और आप गलत ट्रेड ले सकते हो.
इसका परिणाम आपके वास्तविक ट्रेडिंग पर भी हो सकती है. इसके लिए ऊपर की बातो का ध्यान रखना है.
( I ) आजकल आपको शेयर बाजार की बारीकियां जानने के लिए बहुत सारे माध्यम उपलब्ध है उसका पूरा उपयोग करना है.
जैसे की टीवी , युटुब , सोशल मीडिया प्लेटफार्म. इन सब पर कुछ ना कुछ मिलेगा.
( J ) आपको दिन में कम से कम २ घंटे ( आपको सफलता चाहिए तो ) का वक्त देना पड़ेगा. मैं ३ -४ महीने की ट्रेडिंग लेकर आया हूँ
मुझे और कुछ नहीं चाहिए ये नहीं चलेगा आपको अति आत्मविश्वास में नहीं रहना है.
शेयर बाजार शिक्षक की तरह है जिंदगी भर पढ़ना और पढ़ाना है, इसमें नया नया सीखना ही रहता है.
( K )आपको अति आत्मविश्वास में रहना नहीं है, अगर आप पेपर ट्रेडिंग ईमानदारी से करते हो तो आप जरूर सफल होंगे.
( L ) इसमें निरंतर कुछ न कुछ सीखना है.शेयर बाजार में दो महत्वपूर्ण चीजे होती है एक फंडामेंटल्स और टेक्नीकल्स.
इसमेसे दोनों ही चीजे आपके हाथो में नहीं है , पर आप टेक्नीकल्स पर कुछ हद तक काबू पा सकते हो.
इस दौरान टेक्नीकल्स सीखने -जानने की कोशिश करे.
( M ) संयम और धीरज से काम करोगे तो सफलता जरूर मिलेगी.
क्या ट्रेडर के लिए शेयर बाजार में प्रवेश करना और पैसा कमाना आसान है ?
Share market kya hota in hindi शेयर मार्केट क्या है ।
आज मैं इस पोस्ट में आपको बताऊंगा कि शेयर मार्केट क्या होता है, शेयर मार्केट का पूरा गणित इस टॉपिक में बेसिक से जानकारी दूंगा जिससे आपको शेयर मार्केट का पूरा जानकारी मिल जाएगा आशा है कि आप इस पोस्ट को जरूर से जरूर पढ़ेंगे शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार होता है जहां आप किसी भी कंपनी से उसके शेयर को खरीद सकते हैं शेयर खरीदने का मतलब यह होता है कि य आप उस कंपनी में जितने प्रतिशत तक आप शेयर खरीदते हैं उतने परसेंट आप उस कंपनी के मालिक बन जाते हैं दि वह कंपनी आने वाले समय में प्रॉफिट में रहती है,
तो आपको भी प्रॉफिट होता है यदि वह कंपनी घाटे में चली जाती है तो इसका मतलब है कि आपको भी नुकसान हुआ इसलिए किसी भी कंपनी के हिस्सेदारी बन्ना बड़ा ही समझदारी का काम होता है आप को सरल भाषा में शेयर मार्केट के बारे में बताता हूं आसान शब्दों में यह कर सकते हैं कि आप बड़े-बड़े कंपनी का हिसा बन सकते है के पास जितना पैसा है,
उसका इस्तेमाल उन कंपनियों के मालिक बनने में कर सकती है यानी कि आप इस बाजार में जाकर किसी भी कंपनी के हिस्सेदारी में भाग ले सकते हैं बशर्ते आपको कंपनी के टर्म एंड कंडीशन के अनुसार है उतना पैसा पे करना पड़ता है और इसके बाद कंपनी को प्रॉफिट लॉस होता है उसी प्रकार आपको भी प्रॉफिट लॉस होता है।
शेयर मार्केट ऐसा बाजार है जिसमें आप बड़ी ही आसानी से करोड़ों रुपया कमा सकते हैं वहीं दूसरी तरफ आप बड़े आसानी से करोड़ों रुपया गमा भी सकते हैं, इस बाजार में जब भी कोई पैसा लगाता है तो उस पर पूरी तरह ध्यान रहता है कि हमें अधिक से अधिक प्रॉफिट हो। पैसे कमाने का और गमाने का यह बहुत ही सरल साधन है । ,
बहुत से लोग इसमें पैसे कमाते भी हैं और हानी भी सहना पड़ता है । यह बाजार पैसे कमाने का सरल साधन है वैसे तो दुनिया में पैसे कमाने का तरीका अनेक है जिसमें लोग कई तरह से पैसे कमाते हैं लेकिन कुछ लोगों को जीवन में रिक्स लेना बहुत अच्छा लगता है इसलिए वह शेयर मार्केट की ओर अग्रसर होता है।
शेयर मार्केट क्या है । what is share market in hindi
शेयर मार्केट क्या है इसके बारे में आसान भाषा में समझते हैं कि आखिरकार लोग इस पर ज्यादा फोकस क्यों करते हैं। शेयर मार्केट एक ऐसा मार्केट ट्रेडिंग में कैसे भाग ले सकता हूं? मार्केट है जहां बहुत सारे कंपनी अपने शेयर को खरीदने और बेचने का काम करती है, बड़े-बड़े कंपनी का शेयर इन्हीं मार्केट के द्वारा आप खरीद सकते हैं और उनमें हिस्सेदारी बन सकते हैं एक उदाहरण से समझते हैं मान लीजिए आप किसी कंपनी के 60% शेयर को खरीद लिया है इसका मतलब यह है कि आप उस कंपनी के 60% के मालिक हो गए हैं या यह कहिए की आप 60% उस कंपनी के हिस्सेदारी हो गए हैं जब उस कंपनी में आने वाले समय में प्रॉफिट होगा,
तो आपको अपने शेयर के हिसाब से आपको भी प्रॉफिट होगा और यदि उस कंपनी को हानि होती है तो आपको भी उस कंपनी में हानि होगी । इसलिए कहा जाता है कि आप जब भी कोई कंपनी में शेयर को खरीदें तो उसके बारे में पूरी जानकारी रखें ताकि आपको हानी का सामना करना ना पड़ जाए,
शेयर मार्केट में कंपनी के शेयर मैं गिरावट और विरदी होते रहता है कभी आपका कंपनी के शेयर का दाम काफी ऊंचा हो जाएगा तो कभी नीचे चला जाएगा इसलिए कहा जाता मार्केट ट्रेडिंग में कैसे भाग ले सकता हूं? है कि शेयर मार्केट से पैसे कमाना बहुत आसान होता है साथ ही पैसे गमाना भी आसान होता है ।
शेयर मार्केट का शेयर घटता और बढ़ता कब है ।
शेयर मार्केट का शेयर घटने और बढ़ने का मुख्य कारण डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता है । यदि किसी कंपनी का प्रोडक्ट के डिमांड बढ़ता है तो उसका कीमत भी बढ़ता है और यदि किसी कंपनी का प्रोडक्ट के सप्लाई बढ़ जाता है तो इसकी प्राइस यानी कीमत घटती है, जब कोई कंपनी बहुत अच्छा परफॉर्मेंस कर रहा होता है ,
तो उसके शेर का डिमांड बहुत अधिक बढ़ जाता है लोग कम कीमत में खरीदने के लिए तैयार हो जाते हैं फिर उसे अधिक कीमत में बेच देते हैं लेकिन वही जब किसी कंपनी का परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहता है तो उसका शेयर मार्केट यानी स्टॉक प्राइस काफी घट जाता है जिसमें शेयर होल्डर को अपने शेयर बेचने पढ़ते हैं वह भी सही से नहीं भेज पाता है जिससे उस कंपनी को घाटा हो जाता है।
किस कम्पनी के शेयर को खरीदना चाहिए।
आप जिस भी कंपनी में पैसा इन्वेस्ट करना चाहते हैं उस कंपनी में इन्वेस्ट कर सकते हैं लेकिन ध्यान रहे की आपको उस कंपनी के प्रोडक्ट के बारे में अच्छे से पूरी तरह जानकारी उपलब्ध हो आप उस कंपनी के प्रोडक्ट को इस्तेमाल करते हो तो आपको पता ही होगा कि कौन सा कंपनी कितना बेहतर है जिस भी कंपनी में आप भी रेस्ट कर रहे हैं ,
उसके डिटेल्स को अच्छी तरह पूरी जानकारी प्राप्त करें किसी के बहकावे में आकर शेयर को खरीदने या बेचने का काम नहीं करें इससे आपको काफी नुकसान हो सकता है इसलिए ध्यान रहे कि जिस भी कंपनी में आप पैसा इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो उस कंपनी के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें।
Share market में किस तरह इन्वेस्टमेंट करें।
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए सबसे पहले आपको इसकी जानकारी ले लेनी चाहिए किस कंपनी में आप इन्वेस्ट करना चाहते हैं उस कंपनी के बारे में पूरी तरह जानकारी प्राप्त कर लें तथा आप अपने शेयर को एक ही कंपनी में कभी ना खरीदें इसके लिए आपको अलग-अलग कंपनी के अलग-अलग शेयर को खरीदा है ,
जिसमें आपको रिक्स बहुत कम देखने को मिलता है । अपने कैटेगरी में अलग-अलग कंपनी के शेयर को अलग अलग रखा है जिसमें आपको रिक्स डायवर्सिटी होने का खतरा कम रहता है। इसमें आप थोड़ा-थोड़ा करके इन्वेस्ट कर सकते हैं जिससे आपको कोई फर्क नहीं पड़ेगा आप धीरे-धीरे करके इन्वेस्ट करते जाइए और प्रॉफिट कमाते जाइए इससे आपके आर्थिक जीवन पर असर नहीं पड़ेगा यदि आपका आर्थिक स्थिति सही नहीं है,
तो आप बिल्कुल भी शेयर मार्केट में इन्वेस्ट नहीं करें या फिर आप थोड़े-थोड़े करके इन्वेस्ट कर सकते हैं अगर आप एक साथ सभी पैसे को इन्वेस्ट कर देंगे हो सकता है कि आपका कंपनी loss में चला जाए और आपके आर्थिक स्थिति पर बुरी आत्मा का साया नजर आने लगे ,
Share market में पैसे कैसे लगावे ।
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए आपको डिमैट अकाउंट खुलवाना होता है इस अकाउंट के द्वारा ही आप अपने शेयर को खरीद या बेच सकते हैं इस अकाउंट को ओपन करने के लिए बैंक में आपको आवेदन देना होता है या फिर आप घर बैठे ऑनलाइन तरीके से यह अकाउंट ओपन कर सकते हैं। डिमैट अकाउंट ओपन करने का एक और तरीका ब्रोकर के द्वारा आप अपना डिमैट अकाउंट ओपन करवा सकते हैं,
ब्रोकर के द्वारा डिमैट अकाउंट ओपन करने पर बहुत आसानी और लाभ भी होता है क्योंकि आपको ब्रोकर कई तरह के आईडिया भी प्रदान करते हैं साथ ही साथ वह बहुत सारे कंपनी को सजेस्ट भी करते हैं की इस कंपनी में इन्वेस्ट कीजिए इस कंपनी का शेयर बहुत अच्छा चल रहा है इसके बाद आपको इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण टिप्स भी बताते हैं।
Demat account आपके सेविंग अकाउंट से जुड़ा रहता है जब भी आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदते हैं तो सबसे पहले डिमैट अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करना होगा उसके बाद ही किसी कंपनी के शेयर को आप खरीद सकते हैं वहीं दूसरी तरफ अगर आपके कंपनी को प्रॉफिट होता है तो उसका पैसा भी डिमैट अकाउंट में ही ट्रांसफर होता है इसके बाद डिमैट अकाउंट से सेविंग अकाउंट नहीं ट्रांसफर किया जाता है जिसके लिए कुछ टैक्स भरने की भी जरूरत होती है।
शेयर मार्केट में गिरावट गिरावट या डाउन क्यों होता है।
शेयर बाजार में गिरावट एक गंभीर समस्या है इसमें तेजी से गिरावट एक बीतीय आपातकाल होता है अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाता है शेयर बाज़ार वैश्विक अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजारों के खराब प्रदर्शन में गिरावट के कारण शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिलता है या अन्य सामाजिक और आर्थिक मार्केट ट्रेडिंग में कैसे भाग ले सकता हूं? कारण भी हो सकता है वैसे तो बहुत से कारण है शेयर बाजार के डाउन होने का इसमें कुछ मुख्य कारण इस प्रकार है।
जैसे ब्याज दरों में बदलाव वित्तीय और राजनीतिक झटके आर्थिक नीति में बदलाव नोटबदी मुद्रास्फीति अपसिस्फित अर्थबायबस्था में भारी गिरावट, भारतीय मूल्यों का बदलना , आपूर्ति और मांग में परिवर्तन वैश्विक बाजार में परिवर्तन वैश्विक अर्थव्यवस्था में परिवर्तन एवं अंतर्राष्ट्रीय घटनाएं शामिल है इन सभी प्रमुख कारण है जिससे शेयर बाजार डाउन होने का ज्यादा प्रभाव पड़ता है
मार्केट ट्रेडिंग में कैसे भाग ले सकता हूं?
नीचे कुछ ऐसा है जिसे आपको तब पूरा करना चाहिए जब आप नौसिखिया हों और पहली बार शेयर बाजार में पैसा निवेश करना सीख रहे हों।
- जब आपके पास पहले से ही पैन कार्ड नहीं है, तो एक का अधिग्रहण करें:
सभी भारतीय नागरिकों के पास वित्तीय कार्यों का संचालन करने के लिए पैन होना चाहिए जैसे कि आयकर का भुगतान करना, बचत खाता स्थापित करना, म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करना, और इसी तरह।
व्यक्ति बीएसई और एनएसई जैसे राष्ट्रीय शेयर बाजारों के माध्यम से स्वतंत्र रूप से इक्विटी खरीदने या बेचने में असमर्थ हैं। इसलिए, आपको दलालों या बिचौलियों की सहायता की आवश्यकता होगी।
एक स्टॉकब्रोकर एक व्यक्ति या निगम लगता है जिसे बाज़ार में शेयर खरीदने और बेचने की अनुमति है। SEBI देश के स्टॉक एक्सचेंज की देखरेख करने वाली एजेंसी रही है।
सेबी स्टॉक एक्सचेंजों के माध्यम से शेयर खरीदने और बेचने के लिए लोगों या निगमों को लाइसेंस देता है। स्टॉकब्रोकर ऐसे लोग या फर्म हैं जिनके पास ये लाइसेंस हैं। आप एक प्रतिष्ठित पेशेवर स्टॉकब्रोकर का चयन कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, आप बाजार के आसपास स्टॉक निवेश खरीदने या बेचने में सहायता के लिए किसी भी ऑनलाइन ब्रोकरेज सेवा का उपयोग कर सकते हैं।
स्टॉकब्रोकर पर निर्णय लेने के बाद - चाहे कोई व्यक्ति, एक फर्म या एक इंटरनेट प्लेटफॉर्म - अगले चरण में एक डीमैट प्लस ट्रेडिंग प्रोफाइल खोलना है। डीमैट प्रोफ़ाइल ऐसा प्रतीत होता है जहां आप इलेक्ट्रॉनिक रूप से अपने नाम के तहत उन स्टॉक/शेयरों को रखते हैं।
इसे अपने इंटरनेट स्टॉक स्टोर पर विचार करें। शेयरों को भौतिक रूप से किसी भी डीमैट खाते में नहीं रखा जा सकता है। यह केवल उन शेयरों को पकड़ सकता है जो अभौतिकीकृत हैं। परिणामस्वरूप, डीमैट की स्थापना की गई। बाज़ार से आपके द्वारा खरीदे गए सभी स्टॉक डीमैट वॉलेट के भीतर आपकी पहचान के तहत संग्रहीत किए जाते हैं।
खरीदे गए स्टॉक्स को किसी के डीमैट प्रोफाइल से काट लिया जाएगा। आपके संग्रह के भीतर स्टॉक हर समय आपके डीमैट वॉलेट के भीतर परिलक्षित होते हैं । डीमैट प्रोफाइल के अलावा एक ट्रेडिंग प्रोफाइल की आवश्यकता होती है। जबकि डीमैट प्रोफाइल
आपके स्टॉक के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक पोर्टफोलियो के रूप में कार्य करता है, ट्रेडिंग प्रोफाइल वह है जो आपको उन्हें खरीदने और बेचने की अनुमति देता है। यह एक बिचौलिए के रूप में काम करता है, जिससे शेयरों की खरीद और बिक्री सक्षम होती है।
डीमैट के साथ-साथ ट्रेडिंग प्रोफाइल के अलावा , एक और वाक्यांश भी है जिसे आपको इस शेयर बाजार पर ट्रेडिंग स्टॉक शुरू करने से पहले परिचित होना चाहिए। यह वह प्रतिभागी होगा जो डिपॉजिटरी रखता है।
इस देश में दो अलग-अलग डिपॉजिटरी हैं: नेशनल इक्विटीज डिपॉजिटरी कंपनी और सेंट्रल डिपॉजिटरी सॉल्यूशंस कंपनी। ऐसे दोनों डिपॉजिटरी डिपॉजिटरी प्रतिभागियों को अपने स्टॉक रखने की क्षमता प्रदान करते हैं।
हालांकि, डिपॉजिटरी पार्टनर आपके डीमैट प्रोफाइल के समान ही प्रतीत होता है। ऐसा नहीं है। यह डीमैट अकाउंट आपके स्वामित्व वाले शेयरों की संख्या को प्रदर्शित करता है, जबकि ट्रेडिंग प्रोफाइल आपकी प्रोफ़ाइल में हुई खरीद और बिक्री को प्रदर्शित करता है।
आपके द्वारा खरीदे गए और ट्रेड किए गए सभी शेयर डिपॉजिटरी पार्टी के पास होते हैं। डीमैट के साथ-साथ ट्रेडिंग प्रोफाइल खोलते समय, अधिकांश ब्रोकर आपको डिपॉजिटरी प्रतिभागी के रूप में पंजीकृत करेंगे।
यदि आप रुपये से अधिक मूल्य के शेयरों का व्यापार करना चाहते हैं। एक लेनदेन में 1,000,000, आपको एक वैध यूआईएन (विशिष्ट पहचान संख्या) की आवश्यकता होगी। आप अपने प्रदाता से यूआईएन का अनुरोध कर सकते हैं। जब आप नौसिखिया हों, तो आपको UIN की आवश्यकता नहीं होगी।
यदि आप अपने सौदों के साथ प्रमुख जाना चुनते हैं, तो आप इसके लिए बाद में साइन अप कर सकते हैं।
एक बार जब आप सभी आवश्यक चरणों को पूरा कर लेते हैं, तो ट्रेडिंग शुरू करने का समय आ जाता है। जब आप अपना पहला लेनदेन शुरू करते हैं, तो आपको व्यापार के काम करने के मूल सिद्धांतों को समझने की आवश्यकता होती है।
मान लें कि आप किसी प्रतिष्ठित फर्म के दस शेयर खरीदना चाहते हैं, जब यह रुपये के मूल्य को हिट करता है। आपको अपने स्टॉकब्रोकर को सूचित करना होगा। आप अपने स्टॉकब्रोकर दिशा-निर्देश प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, किसी प्रतिष्ठित फर्म से खरीदें।
मात्रा: दस, कीमत: तीन हजार डॉलर। स्टॉकब्रोकर या ऑनलाइन ब्रोकरेज फर्म द्वारा एक अधिसूचना स्थापित की जाएगी। जब भी शेयर उस मूल्य को हिट करता है, तो सौदा आपकी ओर से पूरा हो जाता है।
स्टॉक आपके निर्देशों के अनुसार अधिग्रहित किए जाते हैं और आपके डीमैट प्रोफाइल के भीतर दिखाए जाते हैं। जब बेचने की बात आती है तो भी यही सच है। आप अपने स्टॉकब्रोकर को एक ऑर्डर देते हैं। जब स्टॉक एक निश्चित मूल्य से टकराता है, तो बेचने का अनुरोध निष्पादित किया जाता है।