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आदेश बंद करो

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District Sehore

सीहोर मालवा क्षेत्र के मध्य में विंध्याचल रेंज की तलहटी में है। सीहोर का एक लंबा और गौरवशाली इतिहास है। शैव, शक्ति, जैन, वैष्णव, बुद्धवादियों और नाथ पुजारी ने सीहोर को अपने गहरे ध्यान की एक महत्वपूर्ण जगह बना दी है। सीहोर भोपाल संपत्ति का एक हिस्सा था। मध्यप्रदेश के गठन के बाद, राज्य की राजधानी भोपाल सीहोर जिले का हिस्सा था। इसे 1972 में विभाजित किया गया था और एक नया जिला भोपाल का गठन किया गया था।

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हाईकोर्ट ने लगाई राज्य सरकार को फटकार:एक सप्ताह के भीतर सड़कों में चल रहें अवैध आटो को करो जप्त

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने शहरों और गांव में चल रहें हजारों अवैध और बिना परमिट के आटो पर चालकों को मामूली फाईन लगा कर छोड़ देने के मामले में राज्य सरकार को फटकार लगाई है। हाईकोर्ट ने पाया की खुद महाधिवक्ता ने अंडरटेकिंग दी थी कि 30 सितंबर 2019 को बिना परमिट के चल रहे ऑटो को तुरंत जब्त कर छोड़ा नहीं जाएगा और ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया जाएगा।

राज्य सरकार के द्वारा अवैध आटो जो कि प्रदेश की शहरों में दौड़ रहें हैं उसको लेकर चीफ जस्टिस ने कहा कि पेश की गई रिपोर्ट सिर्फ कागजी है। हाईकोर्ट ने यह भी टिप्पणी की है की सरकार इस मामले में आदेशों को लगातार नकार भी रही है और खुद के दिए हुए अंडरटेकिंग को पूरा नहीं कर पा रही है। अवैध दौड़ रहें ऑटो पर हाईकोर्ट ने यह भी कहा है की पिछले 9 साल से (compialnce) आदेश के पालन की रिपोर्ट का सरकार ढेर लगा चुकी है परंतु समस्या वहीं के वहीं है।

हाईकोर्ट को याचिकाकर्ता अधिवक्ता सतीश वर्मा ने बताया कि सरकार वोट बैंक की राजनीति में सेंट्रल मोटर व्हीकल अमेंडमेंट एक्ट-2019 लागू नही कर रही है जिसके बारे में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने वचन भी दिया था। हजारों ऑटो रिक्शा ओवर लोडिंग और बिना परमिट के चल रहे हैं और सरकार आंख बंद कर के बैठी हुई है। इस मामले में अब अगली सुनवाई 25 नवंबर को होगी। हाईकोर्ट ने डिप्टी ए.जी अमित सेठ को प्रदेश के सारे अवैध ऑटो जप्त करने और अपने अंडरटेकिंग का पालन करने के लिए एक हफ्ते का समय दिया है।

सीवी आनंद बोस पश्चिम बंगाल के राज्यपाल नियुक्त

सीवी आनंद बोस केरल कैडर के 1977 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं. 2011 में सेवानिवृत्त होने से पहले उन्होंने दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में एक प्रशासक के रूप में कार्य किया था. वह केरल में कोल्लम ज़िले के कलेक्टर भी रहे हैं. The post सीवी आनंद बोस पश्चिम बंगाल के राज्यपाल नियुक्त appeared first on The Wire - Hindi.

सीवी आनंद बोस केरल कैडर के 1977 आदेश बंद करो बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं. 2011 में सेवानिवृत्त होने से पहले उन्होंने दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में एक प्रशासक के रूप में कार्य किया था. वह केरल में कोल्लम ज़िले के कलेक्टर भी रहे हैं.

सीवी आनंद बोस. (फोटो साभार: ट्विटर/@KeralaGovernor)

नई दिल्ली: सीवी आनंद बोस को बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया. राष्ट्रपति भवन की आदेश बंद करो ओर से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है.

71 वर्षीय बोस केरल कैडर के 1977 बैच के (सेवानिवृत्त) भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं. उन्होंने 2011 में सेवानिवृत्त होने से पहले दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में एक प्रशासक के रूप में कार्य किया था.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि उनकी नियुक्ति उनके पदभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होगी.

इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति ने डॉ. सीवी आनंद बोस को पश्चिम बंगाल का नियमित राज्यपाल नियुक्त किया है.

मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन इस साल जुलाई में जगदीप धनखड़ को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किए जाने के बाद से पश्चिम बंगाल का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे.

बोस ने अपने कैडर राज्य केरल और केंद्र दोनों में अलग-अलग पदों पर काम किया है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, वह केरल में कोल्लम जिले के कलेक्टर रहे हैं, उनके आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, उन्होंने राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री के सचिव और कृषि मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में भी कार्य किया है.

पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने बुधवार को दावा किया था कि राज्य को जल्द ही एक नया राज्यपाल मिलेगा, जो धनखड़ के नक्शेकदम पर चलेंगे, जिसकी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार के साथ अक्सर टकराव होता रहता था.

भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में चुने जाने से पहले धनखड़ लगभग तीन वर्षों तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे. उन्होंने राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति और अन्य मुद्दों पर कई मौकों पर ममता बनर्जी सरकार के साथ संघर्ष किया था.

ला गणेशन, हालांकि, राज्य सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं.

बनर्जी इस आदेश बंद करो महीने की शुरुआत में ला गणेशन के निमंत्रण पर एक पारिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए तमिलनाडु गई थीं.

10वीं की छात्रा कैसे बनी लोरमी थाने की टीआई.

(तुषार अग्रवाल) : लोरमी : विश्व बालदिवस के अवसर पर मुंगेली पुलिस अधीक्षक चंद्र मोहन सिंह के निर्देश पर मुंगेली जिले के सभी थानों में यह कार्यक्रम रखा गया है इसी तात्पर्य में लोरमी झाफल महाराणा प्रताप सिंह स्कूल से कक्षा 10के छात्रा कुमारी सुप्रीया राजपूत को एक दिन की लोरमी थाना टी,आई बनाई गई।

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जंहा लोरमी थाना प्रभारी गौरव पांडेय ने गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया वंही पुलिस के दिनचर्या संहित रोजमांचा के कार्य प्रणाली महिला अपराध के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए समझाया गया और परेड सलामी के साथ अधिनस्थ बलों को डियूटी देने और गस्त पेट्रोलिंग के लिए रवाना किया गया ।

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रवाना होने से पहले मिडिया से चर्चा करते हुए एक दिन के टी, आई सुप्रीया राजपूत ने खुशी जाहिर करते हुए कहा की पुलिस और पब्लिक के साथ मधुर संबंध होने चाहिए बैगर ताल मेल के कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता इसलिए पब्लिक को कानून की मदद करनी चाहिए वंही लोरमी थाना प्रभारी गौरव पांडेय ने बताया की इस तरह सम्मानित करने से लोगों में पुलिस के प्रति उत्साह होगा।

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